भू.ना. मंडल विश्वविद्यालय की स्थापना के लगभग 25 वर्ष के दरमियान पहली बार आयोजित दीक्षांत समारोह भले ही समाजवादी मनीषी भूपेन्द्र बाबू की पुण्य तिथि 29 मई के एक महीने बाद 29 जून (बुधवार) को संपन्न हुआ जिसमें शिरकत करने पहुंचे- बिहार के महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति रामनाथ कोविंद और प्रदेश के प्रखर एवं प्रगतिशील सोच व संकल्पवाले शिक्षा मंत्री डॉ.अशोक चौधरी | भिन्न-भिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिकुलपतियों, कुलपतियों और मान्यजनों की उपस्थिति ने इस ऐतिहासिक क्षण को और भी यादगार बना दिया- जो विश्वविद्यालय के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में सदैव अंकित रहेगा |
बता दें कि जिले के डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल व अनुभवी एसपी विकास कुमार की चुस्त-दुरुस्त टीम की फुल-प्रूफ सुरक्षा व्यवस्था एवं विश्वविद्यालय द्वारा रेड कार्पेट व फूलों की सजावट के बीच महामहिम कुलाधिपति को सूफी संत दौराम शाह की पुण्य भूमि पर सर्वप्रथम “गार्ड ऑफ ऑनर” दिया गया |
विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश के साथ ही सर्वप्रथम कुलाधिपति, शिक्षा मंत्री सहित गणमान्यों द्वारा भूपेन्द्र बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया | आगे कुलाधिपति की शोभायात्रा में बेदपाठी बालक-बालिकाओं द्वारा पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया गया |
छात्र-छात्राओं के रंग-बिरंगे गाउन एवं उनके चेहरे पर विद्यमान उत्साह और उमंग के भाव भरे मनोरम नजारे पेश कर रहे ऑडिटोरियम में महामहिम कुलाधिपति एवं शिक्षा मंत्री सहित कुलपति डॉ.विनोद कुमार-प्रतिकुलपति डॉ.जे.पी.एन.झा एवं कुलाधिपति के मुख्य सचिव बाला प्रसाद व अन्य अतिथियों का स्वागत बुके एवं मोमेंटो देकर किए जाने से पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत प्रो.रीता कुमारी ने रमेश झा की छात्राओं के साथ ‘राष्ट्रगान’ से की |
फिर मिनट-टू-मिनट कार्यक्रमानुसार पंचदीप प्रज्वलित होते ही विश्वविद्यालय कुलगीत की प्रस्तुति की गयी | कुलाधिपति का स्वागत करते हुए कुलपति ने कहा कि महामहिम के आने से विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में नवजीवन संचरित होने लगा है |
महामहिम कुलाधिपति ने कहा कि बिहार में शिक्षा की गौरवशाली परंपरा रही है | उन्होंने आर्यभट्ट, आइंस्टीन, डॉ.कलाम की चर्चा करते हुए कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय के अस्तित्व के 800 वर्षों में एक भी ऐसी घटना नहीं हुई कि किसी छात्र को नैतिक अपराध के लिए दंडित किया गया हो | नैतिक शिक्षा व कौशल विकास को विश्वविद्यालय कोर्स में शामिल करने पर बल दिया गया | उन्होंने गुरु-शिष्य की गौरवशाली परंपरा को कायम रखने के लिए प्रेरित किया तथा छात्र को विश्वविद्यालय, समाज एवं राष्ट्र की संपदा कहा |

वहीँ समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री डॉ.अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार की शिक्षा सदा से गौरवशाली रही है लेकिन कुछ शिक्षा माफिया इसे कलंकित करने में लगे हैं जिसे ऑपरेशन क्लीन के तहत सुधार कर लिया जाएगा | इस ओर पूरा तंत्र लगा हुआ है, सुधार हो भी रहा है |
यह भी बता दें कि इस बार 240 छात्रों को डिग्रियां मिली जिनके 19 टॉपर्स ही सौभाग्यशाली निकले जिन्हें महामहिम के हाथों डिग्रियाँ प्राप्त हुई | कार्यक्रम में सीनेट-सिंडीकेट के सदस्य एम.एल.सी. डॉ.संजीव कुमार सिंह, विधायक प्रो.रमेश ऋषिदेव, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव आदि अंत तक मौजूद रहे | समारोह की सफलता में सबों का सहयोग रहा परंतु डॉ.शैलेंद्र कुमार, डॉ.बी.एन.विवेका, शम्भू ना. यादव, राजीव कुमार आदि की चर्चा आम रही |