जहाँ एक ओर बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय के कर्मठ कुलपति डॉ.अवध किशोर राय की अध्यक्षता में हुई सिंडिकेट की 5 अक्टूबर वाली बैठक में वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 1300 करोड़ का अनुमानित बजट पेश किया गया वहीं दूसरी ओर बीएनएमयू की स्थापना के 25वें वर्ष पर उमंग के साथ रजत जयंती मनाने की घोषणा करते हुए पांच सदस्यों वाली उच्चस्तरीय समिति भी गठित कर दी गई- जिसके अध्यक्ष होंगे प्रतिकुलपति डॉ.फारुख अली तथा चार सदस्य होंगे- एफओ श्री सीके डीगवाल, डीन सोशल सायंस डॉ.शिवमुनि यादव, सीनेट सदस्य डॉ.नरेश कुमार एवं विश्वविद्यालय अभियंता उमेश कुमार |
बता दें कि कुलपति डॉ. ए.के. राय द्वारा सर्वप्रथम सिंडिकेट के सदस्यों का स्वागत किया गया और लगे हाथ उन्होंने सदस्यों द्वारा शिक्षा एवं शिक्षकों की समस्याओं से संबंधित ढेर सारे प्रश्नों में से एक के जवाब में यही कहा कि सभी सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है | विगत माह में ‘पेंशन अदालत’ लगाया था जिसमें लगभग ढाई सौ में से डेढ़ सौ मामलों पर सुनवाई पूरी हो चुकी है | आगामी अदालत में सभी एरियर वालों को चेक हस्तगत करा दिया जायेगा | अन्य सभी मामलों को तीन चरणों में- (i) आरंभ से 2000 तक (ii) 2001 से 2007 तक और (iii) 2008 से अबतक को भी पूरा कर लिया जायेगा | इसी तरह सदस्यों के अन्य प्रश्नों के भी ठोस जवाब देते गए कुलपति डॉ.ए.के. राय और उनकी पूरी टीम के पदाधिकारीगण |
यह भी जानिए कि जब मधेपुराअबतक द्वारा समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी से वर्तमान कुलपति डॉ.राय द्वारा इस विश्वविद्यालय में अब तक के किये गये कार्यों पर टिप्पणी करने के लिए यह कहते हुए कहा गया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार आप और कुलपति महोदय एक साथ प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज टी.एन.बी. (भागलपुर विश्वविद्यालय) में शिक्षा ग्रहण किये हैं और आपने उनके सीनियर के रूप में एक ही छात्रावास में रहकर अध्ययन भी किया है- तो डॉ.मधेपुरी ने संक्षिप्त टिप्पणी में यही कहा-
“बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुलपति डॉ.राय का अपने अधिकारियों, पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों से यह कहना कि लंबित संचिकाओं का निष्पादन 3 दिनों के अंदर नहीं करने पर संबंधित व्यक्ति पर विभागीय कार्रवाई आरंभ की जायेगी…… और विशेष परिस्थिति में अधिकतम समय 15 दिनों का दिये जाने का निर्णय कुलपति के दृढ़ संकल्प को ही तो दर्शाता है |”
यह भी बता दें कि मंडल विश्वविद्यालय के अधिकारी-पदाधिकारी के रूप में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके डॉ.बी.एन.यादव मधेपुरी ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि कुलपति डॉ.ए.के. राय एवं प्रतिकुलपति डॉ.फारुख अली द्वारा शहीद चुल्हाय पार्क एवं कीर्ति नारायण पार्क को आदर्श पार्क के रूप में तब्दील करने और विश्वविद्यालय जिम सहित विभिन्न विषयों के सोसाइटीज आदि को पुनर्जीवित करने की योजनाओं से निश्चय ही विश्वविद्यालय परिसर गुलजार होगा |
अंत में मधेपुरा का डॉ.कलाम कहे जाने वाले डॉ.मधेपुरी ने कहा कि ऐसा लगता है कि वर्तमान कुलपति व प्रतिकुलपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की तरह अपने कार्यकाल में कदाचित दो चार दिनों की ही छुट्टी लेंगे | जब ये दोनों विश्वविद्यालय में रहेंगे तो विश्वविद्यालय ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा ही करेगा और रजत जयंती की धूम जब मचेगी तब तक में तो विकास का परचम दूर से ही लहराता हुआ सबों को दिखने लगेगा |