Tag Archives: Sai Baba Temple Tengraha

साईं बाबा की दिव्य-देवप्रतिमा की स्थापना एवं लक्ष्मीवती पुस्तकालय का उद्घाटन

इसी जिले के कुमारखंड प्रखंड का एक गांव है टेंगराहा, जहां गरीबों के मसीहा समाजवादी चिंतक बाबू भूपेन्द्र नारायण मंडल ने अंतिम सांस ली थी और हाल-फिलहाल उसी धरती के बेटे आदित्य आनंद ने आइ.ए.एस. करके इलाके को गौरवान्वित किया है | वहीँ के “देवेन्द्र धाम” में समाजसेवी, प्रखर साईं भक्त व शिक्षाविद परिवार के अग्रज दिगंबर प्रसाद यादव एंड ब्रदर्स द्वारा संयुक्त रुप से श्रद्धा एवं सबूरी के प्रतीक शिर्डी के साईं बाबा की भव्य-दिव्य  देवप्रतिमा की स्थापना एवं अलौकिक प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम स्वामी दुर्गानंद सरस्वती के मंत्रोचार व पूर्णिया से आये समस्त-समर्पित साईं भक्तों सहित उपस्थित सुधिजनों के दरमियान भजन-कीर्तन के बीच संपन्न हुआ |

बाबा साईं के प्रिय ‘प्रसाद’ पाने के बाद सभी शिक्षाविदों एवं सुधि जनों के अगणित पग चल पडे “लक्ष्मीवती पुस्तकालय” के उद्घाटन समारोह में सम्मिलित होने | यहाँ यह भी जान लेना मौजूँ होगा कि हाल ही में माउंटेन मैन दशरथ मांझी सरीखे हिम्मतवाले इसी धरती के सपूत शिवनाथ यादव ने अपनी माताश्री स्मृतिशेष उमदावती की माँ बैकुंठवासिनी लक्ष्मीवती (यानि नानीश्री) की स्मृति में “लक्ष्मीवती  पुस्तकालय” का दिलोजान से निर्माण किया है |

पुस्तकालय उद्घाटनकर्ता विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा ने विस्तार से पुस्तकालय की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लक्ष्मीवती पुस्तकालय इस इलाके के विकास में मील का पत्थर साबित होगा | मुख्य अतिथि की भूमिका का निर्वहन करते हुए शिक्षाविद साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने उपस्थित विद्वतमण्डली से कहा कि अच्छी पुस्तकें ज्ञान का भंडार होती हैं तथा उन्हें पढ़ने से जीवन की दिशा बदल सकती है | उन्होंने भारतरत्न डॉ.कलाम एवं नोबेल पुरस्कार प्राप्त डॉ.ए.कैरौल की कई पुस्तकों की चर्चा भी की | डॉ.मधेपुरी ने युवा वर्गों से यही कहा कि पुस्तक ज्ञान का सागर है तथा उनका अध्ययन कर आप ज्ञान अर्जित कर ऊंचाई प्राप्त कर सकते हैं |

यह भी बता दें कि इस अवसर पर डॉ.मधेपुरी ने कहा कि साईं बाबा आध्यात्मिक गुरु हैं जिन्हें भक्तजन संत, फकीर, सद्गुरु, व मुरशीद भी कहते हैं | साईं बाबा भक्तों को “डिवाइन कांशसनेस” के रास्ते पर चलना सिखाते हैं |

अध्यक्षता करते हुए पूर्व प्राचार्य प्रो.श्यामल किशोर यादव एवं वयोवृद्ध समाजसेवी दीनेश प्रसाद यादव ने कहा कि कल तक जो गाँव बदनाम था वही गांव आज अपने दाग को तेजी से धोकर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है |

समारोह में भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में महाविद्यालय निरीक्षक एवं कुलसचिव रह चुके प्रो.वीरेंद्र प्रसाद मंडल, अवकाश प्राप्त शिक्षक महेंद्र प्रसाद यादव, इंजीनियर सत्येंद्र कुमार, इंजीनियर चन्दन कुमार, मुखिया अरविन्द कुमार, जयप्रकाश यादव, ओमप्रकाश यादव, इंजीनियर ब्रह्मानंद मंडल, पंचायत समिति सदस्य माँगो देवी, डॉ.अमोल राय, डॉ.विनय कुमार चौधरी, डॉ.विजय कुमार, डॉ.किशोर कुमार, सुशील कुमार यादव, डॉ.आलोक कुमार, डॉ.विजेंद्र कुमार आदि गण्यमान्य अंत तक विराजमान रहे |

अंत में लक्ष्मीवती पुस्तकालय के प्राण-प्रतिष्ठापक व निर्माता शिवनाथ यादव ने उपस्थित सभी जनों को हृदय से धन्यवाद ज्ञापन किया तथा इस मरुभूमि पर जो ज्ञान का पौधा ‘लक्ष्मीवती पुस्तकालय’ लगाया है उसे सींचते रहने हेतु युवाजनों का आह्वान किया |

सम्बंधित खबरें