एक ओर जहां जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में एनसीसी दिवस के अवसर पर पोस्टर निर्माण से लेकर पौध रोपण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता सहित भिन्न-भिन्न प्रकार के आयोजन किये गये वहीं मधेपुरा कॉलेज में प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार द्वारा आयोजित दो दिवसीय आयोजन का उद्घाटन समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने दीप प्रज्वलित कर किया |
यह भी बता दें कि एनसीसी दिवस की पूर्व संध्या पर कॉलेज के एनसीसी कैडेटों की साइकिल रैली को प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जो भूपेन्द्र चौक, बी.पी. मंडल चौक, कर्पूरी चौक, सुभाष चौक होते हुए पूरे शहर का परिभ्रमण किया |
और जहां एनसीसी दिवस पर स्वागताध्यक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए प्राचार्य ने उद्घाटनकर्ता डॉ.मधेपुरी, अध्यक्ष ओमप्रकाश भारती सहित विशिष्ट अतिथिद्वय डॉ.विनय कुमार चौधरी, डॉ.सिद्देश्वर काश्यप के साथ-साथ लेफ्टिनेंट प्रो.गौतम कुमार व रंगकर्मी विकास कुमार को यथायोग्य संबोधन के साथ स्वागत करते हुए कहा कि एनसीसी कैडेट सदैव समर्पण व कर्मठता के साथ समाज निर्माण से लेकर राष्ट्र की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं, वहीं कार्यक्रम का आरंभ करते हुए डॉ.काश्यप ने “माँ तुम्हें हर सलाम है” गजल को तरन्नुम में गाकर समा बांध दिया और लगे हाथ डॉ.चौधरी ने अपने संबोधन में यही कहा कि देश की अस्मिता युवा पीढ़ी से ही सुरक्षित है |
उद्घाटनकर्ता डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने एनसीसी दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि आज 1 दिसंबर को 3 दिवसों का संगम है- पहला एनसीसी दिवस, दूसरा बीएसएफ स्थापना दिवस और तीसरा विश्व एड्स दिवस | डॉ.मधेपुरी ने तीनों दिवस के मूलमंत्र के बाबत संक्षेप में यही कहा- “जागरूकता ही एड्स का इलाज है” और बीएसएफ का सर्वमान्य कठिन मंत्र है- “Duty Unto Death” तथा एनसीसी का आधुनिक गीत है- “हम सब भारतीय हैं”- यदि युवावर्ग इन मंत्रों को अपने मन-प्राणों में उतार लें तो भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए एनसीसी से बेहतर कोई रास्ता नहीं |
समारोह के दूसरे सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झड़ी लगा दी निर्देशक-रंगकर्मी विकास कुमार ने | मो.ए.वजाहत लिखित एकांकी- “देश को आगे बढ़ाओ” के सराहनीय मंचन के अतिरिक्त रिकॉर्डिंग पर अनेक देशभक्ति गीतों के साथ-साथ नृत्य करते छोटे-बड़े कलाकार- ‘मिस्टी’, ‘दानिश’, ‘समर’ आदि ने घंटो दर्शकों को बांधे रखा तथा खूब तालियां बटोरी |
और अंत में डॉ.मुस्ताक मोहम्मद, कुमार राम अवध, सत्यप्रकाश, राजकुमार, एनसीसी के सभी कलाकारों व जवानों की चर्चा करते हुए कौशल्या ग्राम में आयोजित इस दो दिवसीय एनसीसी दिवस समारोह में उपस्थित अतिथियों एवं सभी सुधी श्रोताओं को धन्यवाद व साधुवाद देते हुए अध्यक्ष के निर्देशानुसार उद्घोषक द्वारा कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गयी |