Madhepura को मुख्यमंत्री डॉ.जगन्नाथ मिश्र द्वारा 9 मई 1981 को जिला घोषित किया गया था – जिला के प्रथम डी.एम. श्री एस.पी.सेठ एवं प्रथम एस.पी. श्री अभयानंद के साथ रासबिहारी उच्च विद्यालय के मंच से | वही अभयानंद कालान्तर में बिहार के डी.जी.पी. तो बने ही, परन्तु उनकी ख्याति “सुपर थर्टी” को लेकर आकाश तक पहुँच गयी |
लगभग पैंतीस वर्षों के बाद भी अभयानंद का असर यहाँ बरक़रार है जिसके तर्ज पर वर्तमान शिवनंदन प्र.मंडल (एस.एन.पी.एम.) उच्च माध्यमिक विद्यालय मधेपुरा के एच.एम. डॉ.निरंजन कुमार के नेतृत्व में स्कूल के शिक्षकों ने ‘सुपर सिक्सटी’ के चयन हेतु नवमी कक्षा के 200 छात्रों की परीक्षा ली | एक घंटे की परीक्षा में विभिन्न विषयों से सम्बंधित सवाल पूछे गये |
इन परीक्षार्थियों में से बिना किसी विभेद के सिक्सटी प्रतिभावान छात्र/छात्राओं को चयनित कर स्कूल के शिक्षकों द्वारा स्पेशल क्लास लिया जायगा | अब इन छात्रों को कहीँ टयूशन पढ़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी | वे सुपर थर्टी में भी जगह पा लेंगे |
Madhepura Abtak द्वारा जब समाजसेवी–शिक्षाविद Dr.B.N. Madhepuri से इस बाबत कुछ प्रतिक्रिया माँगी गयी तो उन्होंने कहा कि पूर्व डी.जी.पी. अभयानंद, पूर्व डी.एम. गोपाल मीणा एवं वर्तमान डी.एम. मो.सोहैल के शिक्षा के उन्नयन के प्रति कटिबद्धता का असर अब दिखने लगा है |