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प्रखर शिक्षाविद एवं कुशल राजनीतिज्ञ डॉ.एम.पी.यादव की जयन्ती टी.पी.कॉलेज सभागार में समारोहपूर्वक मनी

प्रधानाचार्य, प्रतिकुलपति एवं कुलपति रह चुके कुशल राजनीतिज्ञ डॉ.महावीर प्रसाद यादव की 90वीं जयन्ती समारोह का आयोजन “डॉ.महावीर सामाजिक एवं सांस्कृतिक शोध संस्थान” ट्रस्ट के बैनर तले श्रद्धापूर्वक किया गया जिसकी सफलता के लिए उनके पुत्र डॉ.अरुण एवं पुलिस इन्स्पेक्टर मनोज कुमार की आकुल-व्याकुल उपस्थिति सराहनीय रही | बन्धु द्वय ने बिहार सरकार के वरिष्ठतम मंत्री व उद्घाटनकर्ता बिजेन्द्र प्रसाद यादव एवं विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव सहित मंचासीन सभी अतिथियों को पुष्प-गुच्छ के साथ चादर ओढ़ाकर सम्मानित किया |

कार्यक्रम का श्रीगणेश “महावीर द्वार” शिलान्यास से आरम्भ किया गया तथा सभागार में सर्वप्रथम उनके तैलचित्र पर उद्घाटनकर्ता माननीय मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, पूर्व कुलपति डॉ.जयकृष्ण प्रसाद यादव, डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, डॉ.के.एन.ठाकुर, प्राचार्य-अध्यक्ष डॉ.एच.एल.एस.जौहरी, विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा, विधायक रमेश ऋषिदेव, पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, प्रतिकुलपति डॉ.के.के.मंडल, पूर्व विधायक दिलकेश्वर मेहता सहित स्वागताध्यक्ष डॉ.शिवनारायण यादव, संयोजक डॉ.शैलेन्द्र कुमार, निवेदक डॉ.परमानन्द यादव, उद्घोषक डॉ.उदयकृष्ण व अंचलाधिकारी मिथिलेश कुमार आदि के साथ-साथ सभाभवन में महावीर बाबू के श्रद्धावनत शिष्यगण तथा उनमें आस्था रखनेवाले शिक्षानुरागी-बुद्धिजीवी, छात्र-छात्राओं द्वारा पुष्पांजलि अर्पित किया गया और संस्मरण, स्नेह एवं हृद्योदगार व्यक्त किया गया- जिनमें प्रमुख रूप से उपस्थित देखे गये सहरसा से गोपाल बाबू, डॉ.विद्यानंद मिश्र, सुपौल से केशर कुमार सिंह, डॉ.नरेश कुमार, आरक्षी निरीक्षक गजेन्द्र कुमार, प्रो.रीता कुमारी, शम्भू ना.यादव, प्रो.विजेन्द्र ना.यादव, पूर्व प्रमुख सिया शरण यादव, सीनेट सदस्य विद्यानन्द यादव आदि |

फिर उस महामना डॉ.महावीर की तरह चारो ओर शिक्षा के प्रकाश को फैलाने के लिए दीप प्रज्वलित कर सबों ने उनके प्रति उदगार व्यक्त किया | उदगार व्यक्त करने वालों में सहरसा के गोपाल बाबू ने एक मिनट में यही कहा- हरि अनंत हरि कथा अनंता……|

Intellectuals attending 90th Jayanti Samaroh of Dr.M.P.Yadav at T.P.College Sabha Bhavan Madhepura .
Intellectuals attending 90th Jayanti Samaroh of Dr.M.P.Yadav at T.P.College Sabha Bhavan Madhepura .

फिर डॉ. विद्यानंद मिश्र, सुपौल के केशर सिंह सहित प्रो.रीता कुमारी,डॉ.नरेश कुमार, प्रो. बिजेंद्र ….. आदि प्रमुख रहे जिन्होंने महावीर बाबू के विभिन्न स्वरूपों , संस्मरणों एवं कार्यों की चर्चाएँ की |

ज्योहिं अध्यक्ष – स्वागताध्यक्ष द्वारा वक्ताओं पर समय की पावंदी लगाई गई कि इसी बीच डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने अपने संबोधन में बस इतना ही कहा – महानुभाव ! संस्थापक प्राचार्य श्रधेय रतनचन्द ने वट वृक्ष के जिस नन्हें से शिक्षा बीज ( टी.पी.कालेज) को मधेपुरा की माटी में खड़ा किया था और कालांतर में जिसे डॉ.महावीर विश्वकर्मा बनकर इतना विराट बना दिया उसे समय के दो मिनट वाली कटोरी में समा देना क्या संभव होगा – शिवनारायण बाबू ! क्या इस पुनीत अवसर पर उद्घाटनकर्ता महोदय को भी संबोधित न करूँ जो बिहार सरकार के हाथ-पैर जैसे मंत्री नहीं बल्कि सरकार की रीढ कहे जाने वाले वरीय मंत्री हैं – बिजेंद्र बाबू ! जिन्होंने मधेपुरा को शिक्षा का हब बनाने के लिए बी.एन.एम.यू.निर्माण से लेकर कर्पूरी मेडिकल कालेज, बी.पी. मंडल इंजिनियरिंग कालेज के लिए लगभग एक हजार करोड की राशि अपने वित्त मंत्रित्वकाल में दिया था | इसी क्रम में मंचासीन अतिथियों ने विस्तार से महावीर बाबू के गुणों की चर्चा की |

अंत में उद्घाटनकर्ता माननीय मंत्री बिजेंद्र प्र.यादव ने अपने संबोधन में कहा कि रतनचंद एवं महावीर बाबू जैसे पुरुखों को याद कर हम ज्ञान अर्जित करके आगे बढ़ने का रास्ता तलाश सकते हैं | ऐसे ही लोग काम के बल पर पद से ऊपर उठ जाते हैं | शिक्षक, शिक्षा एवं शिक्षालयों में सुधार लाने के बाबत उन्होंने महात्मा गाँधी एवं टैगोर के बीच के संस्मरण सुनाकर यही कहा कि सिर्फ कहने से ही नहीं बल्कि करने से ही काम होता है | अंत में सदाशिव टेम्पुल एवं माया निकेतन की शिक्षिका शशि प्रभा के निर्देशन में छात्राओं ने “महावीर–गीत” प्रस्तुत किया | प्रो.विष्णुदेव यादव ने धन्यवाद् ज्ञापन किया |

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समाज का रक्षक एवं रखवाला होता है शिक्षक

भूपेन्द्र चौक मधेपुरा स्थित शांति आदर्श मध्य विद्यालय में गुरुवार (31 दिसम्बर 2015) को सेवानिवृत होनेवाली प्रधानाध्यापिका श्रीमती सरला कुमारी की विदाई एवं पदभार ग्रहण करनेवाली प्रधानाध्यापिका श्रीमती लता कुमारी का स्वागत समारोह विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित किया गया |

वक्ताओं की लम्बी सूची होने के बाबजूद सबों ने श्रीमती सरला के लम्बे कार्यकाल में किये गये कार्यों, स्कूल संचालनों से जुड़े तथ्यों को गागर में सागर भरने की कुशलता के साथ सम्पन्न किया | उनके सरल स्वभाव एवं अहंकार शून्य चरित्र की सराहना सबों ने की |

Teachers and Students attending Vidai Samaroh
Teachers and Students attending Vidai Samaroh

विदाई समारोह जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार यादव की अध्यक्षता में हुई और विशेष रूप से संघ के पदाधिकारीगण की उपस्थिति देखी गई | शिक्षक संघ के सचिव लाल बहादुर यादव, राज्य प्रतिनिधि आशीष कुमार, पूर्व प्रधानाध्यापिका प्रभावती देवी, द्रौपदी कुमारी, शैल कुमारी, माधुरी कुमारी सिन्हा, धर्मशीला-रेखा सहित समाजसेवी शौकत अली, वरीय अधिवक्ता सी.डी.सिंह आदि द्वारा अपने उद्गार व्यक्त किये गये |

पूर्व सचिव बैद्यनाथ यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया |

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मधेपुरा नागरिक संसद ने याद किया दुष्यन्त कुमार को

 मेरे सीने में नहीं, तेरे ही सीने में सही |
हो जहाँ भी आग लेकिन, आग जलनी चाहिए ||

– दुष्यन्त कुमार

हिन्दी फन के मशहूर शायर दुष्यन्त कुमार (त्यागी) जीवन के 45वें वसंत पूरा करने से पहले ही (31 दिसम्बर 1975) दुनिया को यही कहकर अलविदा कह दिया- “कुछ भी बन बस कायर मत बन……!”

दो दशकों से साहित्यिक गतिविधियों को जारी रखने वाले मधेपुरा नागरिक संसद के सचिव शम्भु शरण भारतीय सदा दुष्यन्त कुमार को ओढ़ते-बिछाते रहे और उनकी स्मृति को तरोताजा बनाये रखने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र के आधे दर्जन वैज्ञानिकों सर्वश्री डॉ.मिथिलेश कुमार राय, डॉ.सुनील कुमार सिंह, डॉ.आर.पी.शर्मा, डॉ.सुनील कुमार, डॉ.शशिप्रकाश विश्वकर्मा, (सभी कृषि अनुसंधान केंद्र में कार्यरत) एवं राजन बालन आत्मा के परियोजना निदेशक सहित प्रगतिशील कृषक राधेश्याम प्रसाद व आयुर्वेदिक महिला वैज्ञानिक सलाहकार श्रीमती मधुमाला कुमारी के साथ-साथ स्थानीय अखबारों के चार व्यूरो चीफ सर्वश्री अमिताभ (हिन्दुस्तान), धर्मेन्द्र भारद्वाज(जागरण), डॉ.रुपेश रूपक (प्रभात खबर) एवं राकेश सिंह(मधेपुरा टाइम्स) और अवकाशप्राप्त शिक्षक रमेश चन्द्र यादव को सम्मान समारोह के उद्घाटनकर्ता- पूर्व सांसद व मंडल वि.वि. के संस्थापक कुलपति एवं प्रखर साहित्यकार डॉ.रमेंद्र कुमार यादव रवि द्वारा अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया |

उद्घाटनकर्ता डॉ.रवि ने दुष्यन्त-साहित्य को संवेदना की कोख से जन्म ग्रहण करने के कई माकूल व मानक उदाहरण पेश कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया | उन्होंने विस्तार में जाकर कभी प्रेमचन्द की होरी की विकलता में काव्यत्व की गरिमा छिपे रहने की चर्चा की तो कभी आदि कवि वाल्मिकी के कामरत क्रोंच पंक्षियों का बिम्ब सामने खड़ाकर खूब तालियाँ बटोरी |

समारोह की अध्यक्षता कर रहे जनकवि शंभुनाथ अरुणाभ ने अपनी मिटटी की सौंधी महक से चतुर्दिक खुशबू फैला दी | वहीं मुख्यअतिथि के रूप में बी.एन.एम्.यू. के स्नातकोत्तर हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ.इन्द्र नारायण यादव ने दुष्यन्त के जीवनवृत्त पर प्रकाश डाला |

काव्य गोष्ठी में अनेक कवियों ने अपनी प्रतिनिधि रचना पढ़कर साहित्यानुरागियों के हृदय में जगह बना ली | अवकाशप्राप्त शिक्षक सियाराम यादव ‘मयंक’ की गजल की ये पंक्तियाँ-

जिंदगी को हवा दीजिये, बेहया को हया दीजिये
छा रहा है अँधेरा मयंक, रौशनी तो जला दीजिये

खूब तालियाँ बटोरी |

कृषि पर आधारित गीत गाने वाले राजन बालन उससे इतर गीत गाकर लोगों को खूब गुदगुदाया | नागरिक संसद के स्थायी अद्यक्ष आध्यानंद यादव की ‘सड़क से सड़क पर’ लोगों को खूब भाया | सचिव शम्भु शरण भारतीय एवं सुकवि हरेराम भगत श्रोताओं के हृदय को छूने की भरपूर कोशिश की |

अन्त में शम्भु शरण भारतीय ने धन्यवाद ज्ञापित किया |

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मधेपुरा में सुपर थर्टी के तर्ज पर सुपर सिक्सटी का शुभारम्भ

Madhepura को मुख्यमंत्री डॉ.जगन्नाथ मिश्र द्वारा 9 मई 1981 को जिला घोषित किया गया था – जिला के प्रथम डी.एम. श्री एस.पी.सेठ एवं प्रथम एस.पी. श्री अभयानंद के साथ रासबिहारी उच्च विद्यालय के मंच से | वही अभयानंद कालान्तर में बिहार के डी.जी.पी. तो बने ही, परन्तु उनकी ख्याति “सुपर थर्टी” को लेकर आकाश तक पहुँच गयी |

लगभग पैंतीस वर्षों के बाद भी अभयानंद का असर यहाँ बरक़रार है जिसके तर्ज पर वर्तमान शिवनंदन प्र.मंडल (एस.एन.पी.एम.) उच्च माध्यमिक विद्यालय मधेपुरा  के एच.एम. डॉ.निरंजन कुमार के नेतृत्व में स्कूल के शिक्षकों ने ‘सुपर सिक्सटी’ के चयन हेतु नवमी कक्षा के 200 छात्रों की परीक्षा ली | एक घंटे की परीक्षा में विभिन्न विषयों से सम्बंधित सवाल पूछे गये |

इन परीक्षार्थियों में से बिना किसी विभेद के सिक्सटी प्रतिभावान छात्र/छात्राओं को चयनित कर स्कूल के शिक्षकों द्वारा स्पेशल क्लास लिया जायगा | अब इन छात्रों को कहीँ टयूशन पढ़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी | वे सुपर थर्टी में भी जगह पा लेंगे |

Madhepura Abtak द्वारा जब समाजसेवी–शिक्षाविद Dr.B.N. Madhepuri से इस बाबत कुछ प्रतिक्रिया माँगी गयी तो उन्होंने कहा कि पूर्व डी.जी.पी. अभयानंद, पूर्व डी.एम. गोपाल मीणा एवं वर्तमान डी.एम. मो.सोहैल के शिक्षा के उन्नयन के प्रति कटिबद्धता का असर अब दिखने लगा है |

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चारो पहर हवा में घुल रहा जहर

भाई साब ! ठहरिये !! आप ही से कुछ कहना चाहता हूँ| आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि अपने बिहार राज्य की राजधानी ‘पटना’ तो वायु प्रदूषण के मामले में देश की राजधानी ‘नई दिल्ली’ के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है ! अब तो पटनावासियों के साथ-साथ पटना आने-जाने वालों को भी प्रदूषण कम करने के उपायों पर गंभीरतापूर्वक चिंतन-मनन शुरू कर देना होगा |

प्रदूषणों से मुक्ति के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ-साथ स्कूली बच्चों को भी प्रार्थना के वक्त ही प्रदूषण की भयावह स्थितियों से अवगत कराना होगा ताकि वे घर जाकर अपने माता-पिता एवं अभिभावकों से सारी बातें बोले और समाज को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने का माहौल हर घर में बनने लगे |

समस्त शिक्षकवृन्द अपने-अपने छात्रों को वायु प्रदूषण के बारे में बतायें कि दीपावली के बाद वायु प्रदूषण का विश्लेषण किये जाने पर पता चला कि पटना में जान लेवा प्रदूषित धुल-कण 400 माइक्रोन/घन मीटर तक पहूँच गया है जबकि वह 100 माइक्रोन/घन मीटर से ऊपर होना ही प्राणघातक माना जाता है |

सरकार दीपावली के अवसर पर मात्र यही अपील करके अपनी जवाबदेही का इतिश्री कर लेती है- बच्चों को पटाखों से दूर रखें ! सरकार गाँव से लेकर जिला स्तर तक बाल संरक्षण समिति बनाने को उत्सुक है परन्तु, पटाखे निर्माता कंपनियों के लायसेंस रद्द करना नहीं चाहती – जबकि चिकित्सकों के अनुसार वायु प्रदूषण से बच्चों के फेफड़ों में तेजी से संक्रमण हो रहा है | इसके साथ ही ब्रोंकाइटिस-अस्थामा जैसी बीमारियाँ, कान व नाक में कई प्रकार की खराबियों के साथ-साथ बच्चों के सुनने की शक्ति भी कमजोर पड़ने लगी है |

सड़कों पर अहर्निश धुआं उगलते सर्वाधिक वाहनों के बीच बच्चों का प्रतिदिन स्कूल आना-जाना और वैसे वाहनों के फिटनेस चेक करने के लिए परिवहन विभाग को फुर्सत का सर्वथा अभाव होना- भला बच्चों के फेफड़ों को खोखला नहीं तो क्या करेगा ?

भाई साहब ! क्या ये सब कुछ सरकार के भरोसे छोड़ देना उचित है ? जिस तरह महिलाएँ दवाब डालकर ‘शराबबंदी’ कराई उसी तरह सचेतन मर्दों को सरकार पर दवाब डालकर ‘पटाखेबन्दी’ के लिए कोशिश करनी होगी | स्वामी रामदेव महाराज को भी राष्ट्रनिर्माण के साथ स्वास्थ्यनिर्माण के लिए चर्चा आरम्भ करनी होगी | राष्ट्रीय समस्याओं से हम तभी निजात पा सकेंगे जब सारा राष्ट्र चारो पहर सजग रहेगा, लगा रहेगा और जगा रहेगा |

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आम जनों के स्वास्थ्य के लिए मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारी व जिलापदाधिकारी भी चौकस

जहां एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव द्वारा हाल ही में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के क्रम में सूबे के मधेपुरा , पूर्णिया, समस्तीपुर, छपरा एवं बिहटा आदि स्थानों पर पाँच नये मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा के साथ-साथ अगले सत्र से पढ़ाई आरम्भ करने की कवायद भी शुरू की गयी वहीं दूसरी ओर मधेपुरा के डायनेमिक जिलापदाधिकारी मो.सोहैल द्वारा सदर अस्पताल मधेपुरा का औचक निरीक्षण आरम्भ कर विभिन्न वार्डों का जायजा लिया गया तथा दिए गये आवश्यक निर्देशों को पालन करने के लिए हिदायत भी की गयी |

जिलापदाधिकारी मो.सोहैल ने कई ख़ास मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए उपस्थित चिकित्सकों के बीच यह कहते हुए नाराजगी जताई कि आई.सी.यू. भवन निर्माण को पांच वर्ष पूरा होने के बावजूद भी उसे शुरू नहीं किया जाना – जनमानस के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही नहीं तो क्या कहेंगे इसे ?

जिलापदाधिकारी मो.सोहैल ने प्रभारी सी.एस. से कहा कि तत्काल दो बेड को ही सुसज्जित कर आक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से ही आई.सी.यू. शुरू करें | उन्होंने यह भी निदेश दिया कि आई.सी.यू. संचालन के लिए यदि एम.डी. डिग्रीधारी प्रशिक्षित डाक्टर का होना जरूरी है तो उसकी भी व्यवस्था तुरत कर ली जाय |

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पुनः बढ़ाई गयी एल.एल.बी. व प्री लॉ परीक्षा फार्म भरने की तिथि

भूपेन्द्र ना. मंडल वि.वि. के माननीय कुलपति डॉ. विनोद कुमार के निर्देश पर परीक्षा नियंत्रक डॉ.नवीन कुमार ने मधेपुरा अबतक  को बताया कि छात्र संगठन के शिष्टमंडल द्वारा परीक्षा प्रपत्र भरने की तिथि बढ़ाने की माँग पर पुनः एल.एल.बी. व प्री लॉ परीक्षा फॉर्म भरने की पूर्व निर्धारित तिथि को बढ़ा दी गई है |

अब एल.एल.बी. व प्री लॉ के छात्र बिना विलम्ब शुल्क के 04 जनवरी 2016 तक परीक्षा प्रपत्र भर सकते हैं, वहीं विलम्ब शुल्क के साथ 11 जनवरी 2016 तक इच्छुक छात्र परीक्षा फॉर्म भर सकेंगे |

ज्ञातव्य है कि छात्रहित में अवकाश के दिनों में भी फॉर्म जमा करने की सुविधा प्रदान की गयी है |

 

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बी.एन.एम.यू. के स्नातक तीनों पार्ट के फार्म भरने की तिथि घोषित

परीक्षा नियंत्रक डॉ.नवीन कुमार ने मधेपुरा अबतक  को बताया कि डिग्री पार्ट वन-2015 का परीक्षा-फार्म बिना विलम्ब शुल्क के 8 जनवरी 2016 तक भरा जाएगा तथा विलम्ब शुल्क के साथ 15 जनवरी 2016 तक |

डिग्री पार्ट टू का परीक्षा-फार्म बिना विलम्ब शुल्क के 4 फरवरी 2016 से 16 फरवरी 2016 तक तथा विलम्ब शुल्क के साथ 17 फरवरी 2016 से 23 फरवरी 2016 तक फार्म भरने की तिथि रखी गई है |

डिग्री पार्ट थर्ड का परीक्षा फार्म 18 जनवरी 2016 से 28 जनवरी 2016 तक तथा विलम्ब शुल्क के साथ 29 जनवरी 2016 से 3 फरवरी 2016 तक भरा जाएगा |

इसके साथ ही मेडिकल, लॉ, वोकेशनल कोर्सेस आदि की परीक्षाओं के फार्म भरने की तिथियाँ भी घोषित कर दी गयी हैं |

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हिन्दी के लिए कोई पागल ना बने, परन्तु अंग्रेजी को बनाये रखने की कोशिश भारतीय जनतंत्र के साथ विश्वासघात है

यहाँ के सामाजिक, शैक्षिक, एवं राजनीतिक क्षेत्र के आदि पुरुष रहे हैं- बाबू रासबिहारी लाल मंडल जिन्हें लोग हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, फारसी, बंगला, नेपाली आदि भाषाओं के अच्छे व गहरे जानकार मानते रहे हैं | वहीं आजाद भारत के प्रथम विधि मंत्री रह चुके शिवनंदन प्रसाद मंडल हिन्दी, अंग्रेजी व संस्कृत के तथा प्रथम एम.एल.सी. मो.कुदरतुल्लाह काजमी इस धरती के हिन्दी, उर्दू एवं मैथिली के विद्वान माने जाते रहे | तभी तो मो.काजमी साहब 12 वर्षों तक बिहार राज्य हिन्दी प्रगति समिति के सक्रिय सदस्य रहे तथा वर्षों रहे थे- बिहार मैथिली महासंघ के उपाध्यक्ष भी |

समाजवादी चिन्तक एवं हिन्दी-अंग्रेजी के मर्मज्ञ भूपेन्द्र नारायण मंडल की विद्वता तो भारतीय संसद में अंग्रेजी के सम्बन्ध में हो रही चर्चा के दरमियान दिए गये वक्तव्य से आंकी जा सकती है- अध्यक्ष महोदय ! मैं हिन्दी के लिए पागल नहीं हूँ, परन्तु भारत में ‘अंग्रेजी’ को बनाये रखने की कोशिश भारतीय जनतंत्र के साथ विश्वासघात है |

Sanrakshak Dr. Madhepuri inspecting Spelling Bee Championship Exam at Parvati College Madhepura.
Sanrakshak Dr. Madhepuri inspecting Spelling Bee Championship Exam at Parvati College Madhepura.

उसी हिन्दी को प्रतिस्थापित करने के लिए ‘हिन्दी शब्द स्पर्धा’ का आयोजन क्यों किया जा रहा है- यह भी जानिये | गत वर्ष ‘स्पेलिंग बी.एसोसिएशन’  मधेपुरा द्वारा अंग्रेजी में चैंपियनशिप के पारितोषिक वितरण समारोह में आये एस.पी. आशीष कुमार ने संरक्षक डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी व अध्यक्ष डॉ.विश्वनाथ विवेका से हिन्दी में इसे आयोजित करने हेतु जिज्ञासा व्यक्त की थी | फलस्वरूप संरक्षक की सहमति से सचिव ने 20 दिसम्बर को एक दर्जन स्कूल के वर्ग 1 से 10 तक के लगभग 450 छात्र-छात्राओं की ‘हिन्दी शब्द प्रतिस्पर्धा परीक्षा’ पार्वती कॉलेज में आयोजित की जिसकी फाइनल परीक्षा 27 दिसम्बर को इसी कॉलेज में होगी |

इस ‘हिन्दी शब्द प्रतिस्पर्धा’ चैंपियनशिप में शहर के शिखर के स्कूल- हाली क्रास, किरण पब्लिक, जितेन्द्र पब्लिक, साउथ पॉइंट, डी.एस.एकेडेमी सहित अन्य विद्यालयों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इसे संपन्न कराने में संरक्षक डॉ.मधेपुरी, सचिव सावंत रवि सहित सोनीराज, मो.शंहशाह, अमित, रजाउल, रवि कुमार, मनीष, राहुल, ऋतुराज, दीपक, मो.कैशर, मो.आतिफ आदि सक्रिय देखे गये |

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पर्यावरण जागरूकता के लिए आयोजित निबंध प्रतियोगिता में शामिल छात्र हुए पुरस्कृत

पर्यावरण शब्द तो है पुराना,फिर भी नये बच्चों को इसे जान लेना जरुरी है | पर्यावरण को “ परि + आवरण ” द्वारा समझा जा सकता है यानी ‘परि’ का अर्थ ‘चारो ओर’ तथा ‘आवरण’ का अर्थ ‘परिवेश’ |

इस तरह ‘पर्यावरण’ – “धरती सहित मानव, जीव-जन्तु, हवा-पानी, पेड़-पौधा आदि सम्पूर्ण परिवेश की विविध गतिविधियों के परिणाम आदि का समावेश ही तो है |” इसके साथ ही, आधुनिकता की दौड़ में, वैज्ञानिक उपलब्धियों को हासिल करने की होड़ में हम प्राकृतिक संतुलन को तेजी से बिगाड़ने में जो लग गये हैं – वही तो (पर्यावरण का) प्रदूषण है|

पर्यावरण जागरूकता के लिए जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन मनोहर उच्च वि.सिंहेश्वर में किया गया जिसमें जिले के विभिन्न विद्यालयों के तीन दर्जन छात्र-छात्राओं ने भाग लिया | निबंध का विषय रखा गया – ‘पर्यावरण संरक्षण बनाम प्लास्टिक युग’|

सफल प्रतियोगियों में प्रथम स्थान पर रही – केशव कन्या उच्च विद्यालय,  मधेपुरा की छात्रा ‘ कृतिका ’, द्वितीय स्थान पर रहे – शिवनंदन प्र.मंडल उ.मा.वि. के छात्र मंदीप कुमार एवं तीसरे स्थान पर रासबिहारी उ.मा.वि. का छात्र सुशांत कुमार |

इन तीनों सफल प्रतिभागियों को वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री सुनील कुमार सिन्हा द्वारा पुरस्कार में – एक-एक प्रशस्ति-पत्र के साथ-साथ क्रमशः दो हजार, डेढ़ हजार एवं एक हजार नगद राशि देकर पुरस्कृत किया गया |

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