प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मधेपुरा सहित विभिन्न केंद्रों पर अलौकिक रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन भाई-बहन के अटूट प्रेम, श्रद्धा एवं विश्वास के पर्व के रूप में किया गया । जबकि कलियुग के इस दौर में पत्थर बनते जा रहे अधिकांश इंसानों का ‘दिल’ अब रिश्तों के लिए धड़कना छोड़ता जा रहा है….।
फिर भी….. धरती पर आज भी भाई-बहन के बीच का अलौकिक रिश्ता जिन्दा है । तभी तो ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मधेपुरा शाखा की लोकप्रिय ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी रंजू दीदी ने राष्ट्र की सुरक्षा में लगे सैनिक भाइयों या फिर समाज की रक्षा करने वाले समाजसेवियों को रक्षासूत्र (राखी) बांधने के बाद यही कहा-
‘भारत की संस्कृति व मानवीय मूल्यों को प्रत्यक्ष करनेवाला, अनेक आध्यात्मिक रहस्यों को प्रकाशित करने वाला एवं भाई-बहन के वैश्विक रिश्तों को याद दिलाने वाला परमात्मा का अमूल्य उपहार है- यह रक्षाबंधन….!’
रंजू दीदी ने इस अवसर पर सैनिकों-समाजसेवियों को रक्षा सूत्र बांधने से पूर्व यही कहा कि सर्वप्रथम बहन भाई के मस्तिष्क पर तिलक लगाती है- जो शुद्ध, शीतल एवं सुगन्धित जीवन जीने की प्रेरणा देती है ।
Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri is being tied Rakhi by Rajyogini Ranju Didi & others at Prajapita Brahmakumari Vishwavidyalaya Branch at Madhepura .
आगे ब्रह्माकुमारी रंजू दीदी ने यह भी कहा कि भाई को मिठाई खिलाने के पीछे यह राज भरा है कि निरन्तर मन और सम्बन्धों का मिठास मिलता रहे….!
इस अवसर पर समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा- इस बार का यह ‘रक्षाबंधन’ पावन सावन के पाँचवें सोमवार को पड़ने के कारण यह मास और यह दिन भी आशुतोष भगवान शिव को सर्वाधिक प्रिय है । साथ ही डॉ.मधेपुरी ने यह भी कहा कि देवाधिदेव महादेव शिव की प्रतिमा पर महामृत्युंजय मंत्र के साथ अर्पित किये गये ये रक्षासूत्र सैनिकों, समाजसेवियों एवं गणमान्यों की कलाइयों पर बांधती हुई ब्रह्माकुमारी रंजू दीदी अंतर्मन से सदैव यही गुनगुनाती रही-
मेरी राखी की डोर, कभी हो ना कमजोर ! भैया ! दे दो…… कलाई बहन आई है !!
आज 4 अगस्त है और ‘जड़ी-बूटी दिवस’ है | सुखद संयोग भी कि आयुर्वेद के महान ऋषि आचार्यश्री बालकृष्ण का जन्मदिन भी | वर्तमान समय में स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण धरती पर ईश्वरीय वरदान हैं और रोगियों के लिए भगवान हैं तथा ऋषियों में महान हैं |
बता दें कि आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस पर देश भर में पतंजलि से जुड़े लाखों-करोड़ों भाई-बहन जड़ी-बूटी व छोटे-बड़े पौधों के औषधीय गुणों की चर्चा करके तथा उन्हें अपने घर-आंगन में लगा-लगाकर श्रद्धेय आचार्य जी को कोटि-कोटि शुभकामनाएं दे रहे हैं |
इस अवसर पर स्थानीय रासबिहारी उच्च विद्यालय मधेपुरा के परिसर में पतंजलि योग समिति के जिलाध्यक्ष प्रो.नन्दकिशोर एवं महिला पतंजलि प्रभारी प्रो.रीता कुमारी सहित अन्य सभी संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जड़ी-बूटी दिवस का उद्घाटन समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने किया |
कार्यक्रम का श्रीगणेश संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित करते हुए उद्घाटनकर्ता समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, मुख्य अतिथि प्रो.शंभूशरण भारतीय, जिलाध्यक्ष प्रो.नन्दकिशोर, महिला प्रभारी प्रो.रीता कुमारी, प्रधान डाक अध्यक्ष राजेश कुमार, दीपक कुमार, अनुमंडल प्रभारी पी.यदुवंशी, महासचिव डॉ.एन.के.निराला, पशुपति चौरासिया व अन्य ने किया |
सर्वप्रथम डॉ.मधेपुरी ने अपने उद्घाटन भाषण देते हुए यही कहा कि यदि संसार के 200 से अधिक देश जो विश्व योग दिवस के सहयोगी रहे हैं- वहाँ के सभी नर-नारी एक आँख से स्वामी रामदेव के योग और दूसरी आँख से आचार्य बालकृष्ण द्वारा बताए गये पेड़-पौधों के दिव्य औषधीय गुणों को देखने लगे तो संसार की सारी समस्याओं का समाधान संभव होने लगेगा | डॉ.मधेपुरी ने कहा कि मन की विकृतियों से उत्पन्न रोग का इलाज योग से होगा और आयुर्वेद की जीवन दायिनी जड़ी-बुटियों से शारीरिक रोगों का इलाज होगा |
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि प्रो.शंभूशरण भारतीय ने कहा कि आचार्य बालकृष्ण से कई अवसर पर उनकी मुलाकात हुई है और उनकी कठोर साधना एवं संघर्ष द्वारा प्राप्त औषधीय ज्ञान का लाभ भी मिला है | प्रो.भारतीय भिन्न-भिन्न औषधीय पौधों की विस्तृत चर्चा से उपस्थित योग बंधुओं एवं योग दीदियों को देर तक बांधे रखा और तालियाँ भी बटोरता रहा |
अंत में डॉ.नंदकिशोर एवं डॉ.एन.के.निराला ने उद्घाटनकर्ता डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी एवं मुख्य अतिथि प्रो.शंभू शरण भारतीय को अंगवस्त्रम आदि के साथ सम्मानित किया | औषधीय पौधों के वितरण के साथ डॉ.निराला ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की |
आज जहाँ पूरा देश चम्पारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे होने पर उत्सव मना रहा है, वहीं हमारा बिहार उत्सवधर्मिता के आनंदातिरेक में डुबकियाँ लगा रहा है | आज देश भर के 2972 स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करेंगे एस.के.मेमोरियल हॉल पटना में महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार | जो स्वतंत्रता सेनानी नहीं आ पाएंगे उन्हें आज ही घर पर जाकर पदाधिकारीगण सम्मानित करेंगे |
एक ओर जहाँ जिले के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल अपने समाहरणालय स्थित बापू की प्रतिमा के समीप एसपी विकास कुमार, डीडीसी मिथिलेश कुमार, एसडीएम संजय कुमार निराला, एएसपी राजेश कुमार, डीपीओआर मो.क्यूम अंसारी, नप के कार्यपालक मनोज कुमार पवन, श्रम अधीक्षक सुबोध कुमार, डॉ.गदाधर पाण्डेय, समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी सहित अन्य गण्यमान्यों व कर्मियों के साथ “स्वच्छता में ईश्वर के बास” की संकल्पना को साकार करने में लगे दिखाई दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार भारत को आजादी दिलाने वाले सभी जीवित स्वतंत्रता सेनानियों को पटना के एस.के. मेमोरियल हॉल में गमान्य एवं महामहिम की उपस्थिति में सम्मानित करने जा रहे हैं |
DM Md.Sohail departing AC Coach of Freedom Fighters in presence of DDC Mithilesh Kumar , Dr.Bhupendra Madhepuri , NDC Mukesh Kumar , Lab Superintendent Subodh Kumar , SDM Sanjay Kumar Nirala and others at Samaharnalaya Campus Madhepura.
बता दें कि मधेपुरा समाहरणालय परिसर में रविवार को सवेरे जब जिले से जाने योग्य सेनानियों को उनके परिजनों के साथ एसी कोच में सारी सुविधाओं, डॉक्टरों सहित एक एम्बुलेंस देकर संवेदनशील जिलाधिकारी मो.सोहैल द्वारा हरी झंडी दिखाने से पूर्व कोच के ड्राइवर को यह कहा जा रहा था – “ये सभी देश के धरोहर हैं….. गाड़ी धीरे चलाना, रोड ब्रेकर पर आहिस्ता पार करना….. जहां रोकने बोले तुरंत रोक देना……. ऐसे भाव के साथ ले जाना जैसे तुम्हारे अपने दादा-दादी या चाचा-चाची ……हों” – को सुनकर सभी संवेदनशील आत्माओं के धारकों की आंखें कुछ देर के लिए नम हो गईं | डीएम मो.सोहैल ने आगे यह भी कहा कि वापस आने पर सबों को जिला अतिथिगृह में ठहराने और भोजन कराने की समुचित व्यवस्था रहेगी……. फिर ससम्मान उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचा दिया जायेगा |
DM Md.Sohail (IAS) discussing with Educationist Dr.Bhupendra Madhepuri regarding arrangement of “Gandhiyan Vyakhyan Mala” in all the 13 blocks of the District Madhepura.
यह भी जानिए कि जिले के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल ने लगे हाथ शिक्षाविद समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी से कहा कि गांधी व्याख्यानमाला के लिए कुछ विद्वान लोगों की टीम बनाएं और स्थानीय कला भवन में 17 अप्रैल को एवं निर्धारित कार्यक्रमानुसार सभी प्रखंडों में भिन्न-भिन्न तिथियों और अलग-अलग महीनों में वहां के बीडीओ, सीओ, प्रमुख व मुखियागणों के सहयोग से गांव के लोगों तक बापू के विचारों को फैलाव दें | डीएम मो.सोहैल ने डॉ.मधेपुरी से यह भी कहा कि आने-जाने व अन्य आवश्यक व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जायेगी |
जन अधिकार पार्टी (जाप) के संरक्षक और मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा व पप्पू यादव के पिता चंद्र नारायण प्रसाद के नेतृत्व में जाप के एक प्रतिनिधि मंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और अपनी पांच सूत्री मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से सारी कानूनी प्रक्रियाओं को ताक पर रख पप्पू यादव की गिरफ्तारी और शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे पार्टी के कार्यकर्ताओं पर की गई पुलिस की तथाकथित ज्यादती की न्यायिक जांच करवा कर इंसाफ दिलाने की मांग की।
गौरतलब है कि बिहार में बिजली दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ और बिहार कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच सीबीआई से कराने सहित कई मांगों को लेकर राजधानी पटना में प्रदर्शन के दौरान सोमवार को जाप के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज का सहारा लिया था। इसी घटना के बाद सोमवार को ही देर रात पुलिस ने पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया था।
बहरहाल, जाप द्वारा राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि सांसद की गिरफ्तारी संसदीय परम्परा की अवमानना है। पार्टी के मुताबिक सांसद को जिस मुकदमे में ‘फंसाया’ गया, वह जनवरी 2017 के राजभवन मार्च का है। इस मामले में रात के अंधेरे में ‘झूठा’ मुकदमा कर न सिर्फ न्यायालय को गुमराह करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया, बल्कि सर्वोच्च न्यायालय के उस आदेश की भी अवमानना की गई, जिसमें उल्लेख है कि रात के अंधेरे में पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं करेगी। जाप के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह कुशवाहा के अनुसार राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल की मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
चलते-चलते बता दें कि पप्पू यादव की पत्नी व सुपौल की सांसद रंजीत रंजन ने मंगलवार को लोकसभा में भी उनकी गिरफ्तारी का मामला उठाया था और इसे सांसद के सदन में भाग लेने के विशेषाधिकार के अतिक्रमण और राजनीतिक दबाव में पटना जिला प्रशासन की कार्रवाई बताया था।
इस्लाम में रमजान का महीना सर्वाधिक मुबारक माना जाता है क्योंकि इसी महीने में अल्लाह-तआला ने तमाम इंसान की रहनुमाई के लिए अपनी सबसे मुकद्दस किताब “कुरआन-ए-मजीद” को नाजिल किया था | रमजान के महीने में रोजा रखना हर मुसलमान पर फर्ज करार दिया गया, यानी सभी मुसलमान रमजानुल मुबारक के पूरे माह के दौरान भूखे-प्यासे रहने के बाद ईद जैसी नेअमत से सरफराज होते हैं | तभी तो आज 7 जुलाई 2016 को हर्षोल्लास के साथ चतुर्दिक ईद मनाई जा रही है | बीते रात क्या अमीर, क्या गरीब, सभी ईद की खरीदारी में मस्त दिखे, व्यस्त दिखे |
Delivering Eid Namaz at Eidgaah Madhepura this pleasant morning .
यहां यह भी जान लेना बेहद जरूरी है कि रमजान के पाक माह के 30 दिनों को तीन आसारे में बांटा गया है | पहले 10 को रहमत व बरकत के लिए एवं दूसरे 10 दिनों मगफिरत के लिए तथा आखरी के 10 दिनों को जहन्नुम से छुटकारा पाने के लिए बांटा गया है |
Huge Crowd coming out after Eid Namaz at Eidgaah Madhepura
हां ! इस तीसरे और अंतिम आसारे में रोजेदार को गुनाहों की माफी मिलनी शुरू हो जाती है | बता दें कि इस महीने में 1-1 फर्ज का सबाब 70 गुणा कर दिया जाता है | रोजा ही एक ऐसी इबादत है कि अल्लाह खुद उसके बदले बहुत कुछ देता है | पाक़ दिल से मांगी गई दुआएं भी कबूल होती हैं |
From Left to Right- Vidhan Parshad Vijay Kumar Verma, Dr.Madhepuri, Shaukat Ali, MLA Prof.Ramesh Rishidev and Ex-MLA Prameshwari Parsad Nirala wishing Eid Mubarak at Eidgaah Madhepura.
और खास बात यह भी जानें कि आखिरी आसारे की पाक पांच रातों में से किसी एक रात को शब-ए-कद्र करार दिया जाता है जिस घड़ी जागकर यदि कोई रोजेदार खुद को अल्लाह-तआला में मसगुल कर ले तो उसकी मुराद पूरी हो जाती है |
शाम में चांद देखने के बाद 7 जुलाई के सुबह ईदगाह में नमाज पढ़ने के लिए रोजेदारों की भीड़ लगी रही | समापन के बाद सभी धर्मों के लोग रोजेदारों से गले मिलकर ईद मुबारक करते रहे तथा प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोग उस क्षण को कैमरे में कैद करते रहे |
इसी बीच अचानक जिले के डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल भी सामने मीडिया मैन से घिरे दिखे- सबसे ईद मुबारक करते हुए, गले मिलते हुए…| इस अवसर पर अनेक लोग अपने मोबाइल में फोटो उठाते नजर आते रहे, उस ऐतिहासिक क्षण को यादगार बनाते रहे |
Samajsevi Md.Shaukat Ali, Madhepura Thanadhyaksh Manish Kumar and Samajsevi Sahityakaar Dr.Bhupendra Madhepuri at Eidgaah
अंत तक सिंहेश्वर के विधायक प्रो.रमेश ऋषिदेव, पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा, समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, नगर परिषद के मुख्य पार्षद डॉ.विशाल कुमार बबलू, नगर के जनसेवी पार्षद ध्यानी यादव, जिला जदयू अध्यक्ष प्रो.विजेन्द्र नारायण यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र प्रसाद सिंह, डॉ.अरुण कुमार, प्रवीण कुमार पारो आदि अपनी उपस्थिति बनाये रखे |
पूरे एपिशोड में मज़ेदार बातें तो ये रही कि वहां सभी मांगनेवाले ही पहुंचे थे | जहां सभी रोजेदार ईदगाह के अंदर झुककर खुदा से दुआएं मांग रहे थे वही बाहर में भिखारी रोजेदारों से पैसे- इसलिए कि ईद के नमाज के बाद जकात (वार्षिक आमदनी का 40 वां भाग) बांटने की परंपरा सदा से चली आ रही है |
नगरपरिषद के लक्ष्मीपुर मुहल्ला (वार्ड न.-17) स्थित दृष्टि द विजन कोचिंग संस्थान के निदेशक पंकज पोद्दार एवं मीनाक्षी पोद्दार के जीवन का यही उद्देश्य रहा है कि कोचिंग के माध्यम से स्थानीय छात्रों को गुणवत्तापूर्ण एवं मानकपूर्ण शिक्षा प्रदान किया जाए | इस संस्थान के माध्यम से शहर के विभिन्न विद्यालयों के कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के बीच बेहतर प्रदर्शन के आधार पर भव्य पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया |
समारोह की अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी-शिक्षाविद डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने अपने सम्बोधन में छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों से भारतरत्न डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम के जीवन को परोसते हुए यही कहा कि आप नींद में आने वाला सपने नहीं देखें बल्कि वैसे सपने देखें जो आपको रात में नींद भी नहीं आने दें | डॉ.मधेपुरी ने छात्र-छात्राओं को भयमुक्त रहने एवं आत्मविश्वास से भरपूर होने के फायदों पर विस्तार से प्रकाश डाला | निदेशक मीनाक्षी ने कहा कि 6 वर्षों से यह कोचिंग शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवा प्रदान कर रहा है और दर्जनों आईआईटीयन-मेडिकल व इंजीनियरिंग पैदा कर चुका है |
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए प्रो.विजेन्द्र नारायण यादव, प्रो.अशोक कुमार पोद्दार, अधिवक्ता अजय कुमार, सुमन जी एवं ललन यादव सहित जागरण के संवाददातापृथ्वीराज यदुवंशी ने विस्तार से छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित किया |
डॉ.मधेपुरी ने प्रथम आने वाले जिन छात्रों को पुरस्कृत किया वे हैं- रश्मिका रत्न, पीयूष प्रियांशु, जागृति प्रकाश, अंकित कुमार और बिट्टूराज आदि | शेष बेहतर प्रदर्शन वाले छात्र-छात्राओं को निदेशक पंकज पोद्दार एवं मीनाक्षी पोद्दार द्वारा पुरस्कृत किया गया |
सांस्कृतिक कार्यक्रम में गायक रौशन ने खूब तालियाँ बटोरी एवं मीनाक्षी ने मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन किया |
यू.जी.सी. नई दिल्ली द्वारा निर्धारित “भ्रष्टाचार: कारण व निवारण” विषय पर मधेपुरा कॉलेज के प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार एवं सेमिनार के सह-संयोजक डॉ.पूनम यादव ने बड़े ही मनोयोग से दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का भव्य आयोजन किया जिसमें बी.एन.एम.यू. के प्रतिकुलपति डॉ.जयप्रकाश ना.झा, बलिया उत्तर प्रदेश के जिला न्यायाधीश डॉ.रामलखन सिंह यादव, झारखण्ड के सिद्धू कानू वि.वि. के ख्यातिप्राप्त अर्थशास्त्री डॉ.नागेश्वर शर्मा, मंडल वि.वि. के शिक्षाविद डॉ.ब्रह्मदेव साह, डॉ.अशोक कुमार आलोक, डॉ.नरेन्द्र श्रीवास्तव, प्रो.शचीन्द्र, प्रो.सच्चिदानन्द, डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी सहित स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्री डॉ.आर.के.पी.रमण, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.विनय कुमार चौधरी, समाजशास्त्री डॉ.आलोक कुमार, डॉ.सिद्धेश्वर काश्यप, डॉ.मुस्ताक, प्रो.मनोज भटनागर, डॉ.भगवान् कुमार मिश्र, प्रो.मणिभूषण वर्मा, प्रो.अजय कुमार, आदि द्वारा भ्रष्टाचार को समाज के लिए कैंसर करार देते हुए उसके कारण एवं निवारण पर दो दिनों यानी 20 एवं 21 फरवरी को कई सत्रों में विस्तार से चर्चाएँ हुई | अलग-अलग हॉल में शोधार्थियों द्वारा आलेख प्रस्तुत/वाचन किये गये |
Grand Success of National Seminar on- “Corruption- Causes & Remedies” at Madhepura College Madhepura .
इस राष्ट्रीय सेमिनार में पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, अररिया, खगड़िया जिले के अतिरिक्त सम्पूर्ण बिहार के शोधार्थी, शिक्षक एवं इच्छुक छात्र-छात्राएँ भी भाग लिए | सौ से अधिक शोधार्थियों की भागीदारी हुई | सबों ने अपने आलेख के माध्यम से यही कहा कि भ्रष्टाचार घुन की तरह समाज को निष्प्राण कर रहा है | भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सबों को मिलकर संघर्ष करना होगा |
Research Scholars, Teachers & Audience present in the Seminar Hall of Madhepura College Madhepura .
न्यायविद डॉ.रामलखन सिंह यादव ने न्यायिक सन्दर्भ के साथ-साथ आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक व शैक्षिक सन्दर्भों आदि की भी विस्तार से चर्चाएँ की और कहा कि भ्रष्टाचार की जड़ में राजनेताओं की सोच है | वहीं डॉ.नागेश्वर शर्मा द्वारा आजादी के बाद से अबतक के तमाम अनगिनत घोटालों का विस्तार से चर्चाएँ की गयी | प्रतिकुलपति डॉ.जयप्रकाश ना.झा ने भ्रष्टाचार की चर्चा करते हुए ट्रेन में चेन पुल करने की भी बातें कही | संपादक चंदन शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार की जड़ में जनता है जो हर जुल्म को सहते आ रही है जबकि देश में भ्रष्टाचार की स्थिति विस्फोटक है |
स्थानीय शिक्षा शास्त्रियों- प्रो.शचीन्द्र, अर्थशास्त्री प्रो.सच्चिदानन्द ने विस्तार से क्रमशः धार्मिक एवं आर्थिक संदर्भों की व्याख्या करते हुए भ्रष्टाचार के छोटे-बड़े उदाहरणों को प्रस्तुत किया |
Dr.Madhepuri addressing the audience in the Seminar Hall .
समाजसेवी व भौतिकी के विद्वान् डॉ.मधेपुरी ने समाजवादी मनीषी भूपेन्द्र नारायण मंडल एवं भारतरत्न डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम के साथ बिताये गये मार्मिक क्षणों को उद्घाटित किया और कहा कि ऐसे सहज जीवन के धारकों की जीवनी स्कूली बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल किये जाँय | उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के पूर्व न जाति थी और न पार्टी, बल्कि आजादी जैसे ऊँचे उद्देश्य की प्राप्ति के समक्ष- भ्रष्टाचार भी विलीन हो गया था | आजादी के बाद हमारे राजनेताओं द्वारा ऐसे किसी उद्देश्य के लिए देश को जगाया नहीं जा सका जिसके कारण लोगों ने खुद को आंतरिक विकारों के अधीन करके भ्रष्टाचार को गले लगा लिया | निवारण के लिए आर्थिक असमानता को दूर करना होगा तथा त्याग व आत्म नियंत्रण को गले लगाना होगा | डॉ.मधेपुरी ने इस सेमिनार में आयोजित कविगोष्ठी एवं मुशायरा में अपनी जिन पंक्तियों के माध्याम से तालियाँ बटोरी- वे हैं :-
आजादी मिल गई हमें, पर हम अपनी पहचान भुलाये | ऊपर से हम कहें बुरा, पर लूट हमें अन्दर से भाये || लो मिली मुल्क को आजादी, सचमुच हम आजाद हो गये | पूर्वज की गौरव समाधि पर, लेकिन हम सौ बार रो गये ||
कविगोष्ठी में रांची के मो.अनवर, सैयद अख्तर, मनीभूषण वर्मा, जयश्री, डॉ.आलोक कुमार, डॉ.इन्द्र ना.यादव, मनोज झा, भारती-आरती-अपर्णा आदि ने भाग लिया तथा मंच संचालन डॉ.काश्यप एवं डॉ.विनय कुमार चौधरी ने संयुक्त रूप से किया | सुधि श्रोता के रूप में डॉ.अमोल राय, डॉ.नूतन आलोक, डॉ.वीणा कुमारी, डॉ.अर्जुन, प्रो.एन.के.सिंह, प्रो.शोभा कुमारी, प्रो.अभय कुमार, डॉ.बद्री नारायण यादव, प्रो.आशा शर्मा, नन्द किशोर यादव, सचिव सच्चिदानन्द, डॉ.अरुण कुमार आदि अंत तक जमे रहे |
जिले की गतिविधियों पर सम्यक नजर रखनेवाले डी.एम. मो.सोहैल ने बताया कि “दो बूंद जिंदगी की” समस्त भारतीय बचपन को खुशियाँ भरी जिंदगी दे रही है- जिसके लिए संयुक्त राष्ट्र ने 1988 में ही अभियान शुरू किया था |
उन्होंने कहा कि आगामी 21 फरवरी से 25 फरवरी तक के पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए अभ्यास मध्य विद्यालय मधेपुरा में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.ललन कुमार लक्ष्मण द्वारा आंगनबाड़ी सेविका, आशा एवं अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है | डॉ.लक्ष्मण ने बताया कि प्रशिक्षण के दरमियान सेविका करुणा कुमारी एवं आशा-प्रमिला-उषा, नीतू-रिंकू आदि ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया |
ऊंचाई पाने के लिए हर किसी को कठिन परिश्रम करना पड़ता है और समाज को बहुत कुछ देना भी पड़ता है | सफल शिक्षक, बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न एवं समाजसेवी विष्णुदेव एक कुशल प्रशासक के साथ-साथ एक संवेदनशील व्यक्तित्व के धारक रहे हैं |
साधारण गृहस्थ परिवार में जन्म लेने वाले विष्णुदेव बाबू अवकाश ग्रहण करने के बाद अपने माता-पिता के नाम से शहर से दूर ग्रामीण क्षेत्र दोरिक नगर, तुरकाही में बच्चों की पढाई के लिए एक विद्यालय- “दानी दुखनी मेमोरियल उच्च माध्यमिक विद्यालय” की स्थापना की और कार्यरत शिक्षकों को आरम्भ में अपने पेंशन से वेतन देते रहे और दिन-दिन भर स्कूल में मजदूर की तरह काम करते रहे | उनके मनोबल को कायम रखने के लिए पुत्र द्वय भी उनको साया की तरह साथ दिया |
आज विष्णुदेव बाबू नहीं हैं | सभी उनकी जयन्ती मना रहे हैं- जिला परिषद की अध्यक्षा मंजू देवी हों या जिले के विद्यालयों व महाविद्यालयों सहित विश्वविद्यालयों के पदाधिकारीगण हों- गाँव के बच्चे-बूढ़े सभी उत्सव मना रहे हैं | उनकी प्रतिमा लगा रहे हैं |
समाजसेवी डॉ.मधेपुरी ने तो अपने सम्बोधन में यहाँ तक कह दिया कि जो समाज के लिए जीता है, वह कभी नहीं मरता | विष्णुदेव बाबू भी सदा जीवित रहेंगे | अत: उन्हें स्वर्गीय कहना उचित नहीं होगा |
विकास कार्यों को गति देने वाले डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल द्वारा आरबिट्रेटर की मदद लेकर विद्युत रेल इंजन कारखाने को तो गति प्रदान कर दी गयी, परन्तु पुलिस लाईन वाली जमीन के मुआवजे के लिए लगाये गये त्रिदिवसीय शिविर में अंचलाधिकारी मिथिलेश कुमार अपनी टीम के साथ किसानों की बाट जोहते रहे, लेकिन उपस्थिति नगण्य रही |
कारण है – ताली एक हाथ से नहीं बजती ! सरकार उस एरिया की जमीन का निबंधन शुल्क लेते समय दर तय की है – एक लाख बीस हजार रू. प्रति डिसमिल, परन्तु किसान को रेट मिल रही है मात्र बीस हजार रू. प्रति डिसमिल | कुछ किसान तो आरम्भ में ले लिए, परन्तु बहुतों ने उच्च न्यायालय में केश दायर कर दिया है | ऐसी जानकारी किसानों द्वारा प्राप्त हो रही है |
C.O Mithilesh Kumar and C.I Gajendra Singh informing higher officers regarding the poor presence of Land Owners .
मधेपुरा अबतक को पूर्व वार्ड आयुक्त विष्णु देव उर्फ़ विक्रम कुमार एवं समाजसेवी आभाष झा द्वारा यह जानकारी दी गयी कि अंचलाधिकारी मिथिलेश कुमार का कहना है कि विकास कार्यों में सहयोग कीजिए और प्रोटेस्ट के साथ मुआवजा ले लीजिए | बाद में उच्च न्यायालय के निर्णयानुसार शेष भुगतान कर दिया जायेगा |