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शहीद चुल्हाय के खून का कुछ कर्ज चुकाया मधेपुरा ने

भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के अगस्त क्रांति के अमर शहीद चुल्हाय मंडल की 98वीं जयंती के अवसर पर उनके पैतृक गाँव मनहरा-सुखासन में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया- बिहार सरकार के पूर्व आपदा प्रबंधन मंत्री सह वर्तमान लोकप्रिय विधायक प्रो.चन्द्रशेखर ने | इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि शहीद चुल्हाय ने आजादी के लिए अपनी जान तक की कुर्बानी दी जिसे हम सबों को मिलकर अक्षुण्ण रखना होगा तथा उनके सपनों का भारत बनाना होगा |

मंचासीन होने के साथ उद्घाटनकर्ता विधायक प्रो.चन्द्रशेखर, मुख्यवक्ता डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी , मुख्य अतिथि पूर्व विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा,  विशिष्ट अतिथि डॉ.नरेश कुमार तथा अध्यक्षता कर रहे प्रो.श्यामल किशोर यादव सहित ई.प्रभाष आदि ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का सम्मिलित रूप से उद्घाटन किया |

उद्घाटनकर्ता एवं मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद चुल्हाय वसूल के पक्के आदमी थे, उन्होंने जान गवां दी लेकिन अंग्रेजों से समझौता नहीं किया | उन्होंने यह भी कहा कि गरीबों एवं दलितों की आवाज को उठाने वाले राजद सुप्रीमो लालू यादव एवं मंडल मसीहा का प्रतीक शरद यादव को नीचे दिखाने के लिए एक से बढ़कर एक षड्यंत्र किया जा रहा है | विशिष्ट अतिथि सिनेट सदस्य डॉ.नरेश कुमार ने चुल्हाय मंडल एवं शिक्षा जगत के लोक नायक कीर्ति नारायण मंडल के अवदानों की भूरि-भूरि प्रसंशा की,सराहना की |

समारोह के मुख्यवक्ता डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने अपने विस्तृत संबोधन में यहीं से आरंभ किया कि यूँ तो मधेपुरा सामाजिक परिवर्तन की धरती रही है लेकिन आज से क्रान्तिवीर शहीदों की धरती भी कही जायेगी | उन्होंने कहा कि अगस्त क्रांति में मधेपुरा-सहरसा के कुल 9 शहीदों में केवल दो शहीदों- चुल्हाय मंडल और धीरो राय का शव उनके परिवार को नहीं उपलब्ध कराया गया |

Former Minister Prof.Chandrashekhar, Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri, Former MLC Vijay Kumar Verma , Prof.S.K.Yadav, Dr.Naresh Kumar , Er.Prabhash & others inaugurating Shahid Chulhai Pratima Anawaran Samaroh.
Former Minister Prof.Chandrashekhar, Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri, Former MLC Vijay Kumar Verma , Prof.S.K.Yadav, Dr.Naresh Kumar , Er.Prabhash & others inaugurating Shahid Chulhai Pratima Anawaran Samaroh.

आगे डॉ.मधेपुरी ने कहा कि नेपाल के ‘बकरो के टापू’ पर डॉ.लोहिया और जयप्रकाश क्रमशः ट्रांसमीटर ऑपरेटर एवं आजाद दस्ते को ट्रेनिंग देने में लगे थे | इनसे निर्देश प्राप्त कर 25 जनवरी 1943 का मनहरा गांव आये प्रखर सेनानी कमलेश्वरी प्रसाद मंडल | उन्हीं के मशविरानुसार एक धोती ओढ़े-पहने 26 जनवरी को सवेरे मधेपुरा के ट्रेजरी बिल्डिंग परिसर में पहुंच गये क्रांतिवीर शहीद चुल्हाय और ज्योंहि तिरंगा लहराते हुए ‘भारत माता की जय’ बोले कि गोरे सिपाहियों ने उन्हें दबोच लिया | पहले तो रस्सी से पैरों को छान दिया और मार-मारकर लहू-लुहान कर दिया | फिर डाकबंगला रोड होकर घसीटते हुए डाकबंगला परिसर के ऊंचे दरख्त में उन्हें उल्टा लटका दिया गया और दो दिन-दो रात तक उस कड़ाके की ठंड में बिना वस्त्र के लाठियों की वर्षा में नहाता रहा चुल्हाय | उस क्रांतिवीर चुल्हाय की नाक-आँख-कान और मुँह से खून निकलता रहा……. और वह हमेशा बन्दे मातरम……. बोलता ही रह गया | अधमरा हो जाने पर जब चुल्हाय को 29 जनवरी को जेल ले जाया जा रहा था तब रास्ते में तीन जगह उसके मुंह से खून का ‘थक्का’ गिरा……..| 30 जनवरी की रात को कदाचित वह शहीद हो गया था फिर भी इलाज  कराने के बहाने बाहर लेकर चला गया | उसकी लाश भी घरवालों को नहीं मिली | जब देश 16 अगस्त को आजादी का जश्न मना रहा था तब मधेपुरावासियों ने वहाँ-वहाँ शहीद चुल्हाय द्वार बनाकर श्रद्धांजलि निवेदित किया, जहाँ-जहाँ खून का थक्का गिरा था………| और उसके बाद से लगभग चार दशक तक वह शहीद इतिहास के पन्नों से गायब हो गया | मधेपुरा उसकी शहादत को भी भूल गया |

आगे डॉ.मधेपुरी ने इतने लम्बे अंतराल के बाद मधेपुरा जिला उद्घाटन की तिथि 9 मई 1981 को सामाजिक न्याय के पुरोधा बी.पी.मंडल के अध्यक्षीय भाषण में “शहीद चुल्हाय मंडल” का नाम पहली बार सुना और तब से इस शहीद के क्रिया-कलापों को बुद्धिजीवियों तक पहुंचाने हेतु उन्होंने कलम उठाई | भू .ना.मंडल विश्वविद्यालय में “शहीद चुल्हाय उद्यान” बनाकर एवं डाक बंगला रोड का नामकरण “शहीद चुल्हाय मार्ग” कराकर तत्कालीन कुलपति डॉ.आर.के.चौधरी एवं तत्कालीन  जिप अध्यक्षा श्रीमती मंजू देवी से उद्घाटित हो जाने के बाद ही उन्होंने चैन की सांस ली, परन्तु वे संतुष्ट नहीं हुए | डॉ.मधेपुरी की अभी भी बलवती इच्छा यही है कि शहीद चुल्हाय की भव्य प्रतिमा मधेपुरा डाक बंगला परिसर में वहाँ बने जहाँ उसके शरीर का बूंद-बूंद खून गिरा था तथा मकर संक्रांति के अवसर पर भव्य मेला उस मनहरा ग्राम में लगे जहाँ शहीद चुल्हाय ने जन्म ग्रहण किया था |

समारोह को संबोधित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रमुख रहे हैं- ई.प्रभाष, डॉ.आलोक कुमार, परमेश्वरी प्रसाद यादव, तेज नारायण यादव, आलोक कुमार मुन्ना, राज किशोर यादव, डॉ.रवि शंकर, पंकज कुमार, योगेन्द्र यादव, वीरेंद्र यादव, डॉ.राजेश रतन मुन्ना, लड्डू कुमार एवं ग्रामीण आदि |

अंत में जहाँ अध्यक्षता कर रहे प्रो.श्यामल किशोर यादव ने बच्चों से कहा- सूरज की तरह तभी चमकोगे जब सूरज की तरह जलोगे, वहीं मंच संचालन किया प्रो.जय कृष्ण यादव और डॉ.नरेश कुमार ने अतिथियों एवं गणमान्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया |

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मधेपुरा अब तेजी से आगे बढ़ रहा है

मधेपुरा में जबकि 1992 में ही बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय की स्थापना हुई और कुलपति व कुलसचिव सहित केवल 8 पदों पर कार्य करने की अनुमति भी दी गई | तब से हाल तक पद सृजन से संबंधित कोई कार्य न तो सफलतापूर्वक किया गया और न पैतृक विश्वविद्यालय (LNMU) से किसी अधिकारी या कर्मचारी को भेजा या लाया जा सका | यह बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा 25 वर्षों तक फकत कारसेवकों द्वारा ही चलता रहा |

बता दें कि हाल ही में आये 23वाँ कुलपति डॉ.ए.के.राय के कार्यकाल में 86 कारसेवकों की विधिवत स्थायी नियुक्ति की गई और कारसेवक संस्कृति की सदा के लिए समाप्ति हो गई | विश्वविद्यालय अब कुपोषण मुक्त दिखने लगा है तथा शैक्षिक कार्य निरंतर पटरी पर आने लगा है |

दूसरी ओर नई उम्मीद एवं कलेवरों के साथ नये साल में मधेपुरा सँवरने लगा है | रेल इंजन कारखाना एवं मेडिकल कॉलेज ये दोनों मधेपुरा के विकासरथ को रफ्तार देने हेतु दो पहिए का काम करने लगा है | एक बार नव वर्ष के प्रथम माह में विकास की समीक्षा करने सीएम आते हैं तो दूसरे माह फरवरी में दो हजार करोड़ की लागत से बन रहे रेल इंजन कारखाने में बने इलेक्ट्रिक रेल इंजन का उद्घाटन करने प्रधानमंत्री आने वाले हैं |

यही मधेपुरा है जहाँ 800 करोड़ का मेडिकल कॉलेज बन रहा है और लगभग 100 करोड़ का इंजीनियरिंग कॉलेज | एनएच 106 एवं एनएच 107 के साथ-साथ एएनएम ट्रेनिंग सेंटर, जीएनएम स्कूल, पॉलिटेक्निक कॉलेज, आई टी आई कॉलेज आदि जल्द ही बन रहा है | वस्तुतः मधेपुरा तकनीकी शिक्षा का हब बनने जा रहा है |

तो तीसरी ओर राज्य सरकार के सात निश्चयों को अमलीजामा पहनाने हेतु प्रखंड स्तर तक “समाज सुधार वाहिनी रथ” चंद दिनों में चालू होने वाला है जिसके माध्यम से विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शैक्षणिक जागरूकता हेतु संकल्प दिलाया जायेगा | कर्मकांड एवं धर्मांधता से मुक्ति दिलाने हेतु डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी द्वारा गाँव-गाँव जा-जाकर किये जा रहे प्रयास से सामाजिक अंधविश्वासों में कमी आयेगी | मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल की टीम द्वारा नशाबंदी के तर्ज पर बालविवाह बन्दी व दहेज़ बन्दी हेतु मानव श्रृंखला की करिश्माई तैयारी पुनः मधेपुरा को पुरस्कृत कराने में सफल होगी | मधेपुरा तेजी से आगे बढ़ता नजर आयेगा और यह धरती वन्दनीय होती चली जायेगी |

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मधेपुरा-सहरसा-मानसी 63कि.मी. डबल रेल लाइन बनेगी

मधेपुरा-मानसी 63कि.मी. रेल विद्युतीकरण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है | यह कार्य डबल रेल लाइन होने की बात को ध्यान में रखकर किया जा रहा है |

बता दें कि समस्तीपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता श्री प्रवीण कुमार सक्सेना एवं सीनियर सेक्शन इंजीनियर श्री हरेन्द्र कुमार सिंह ने मधेपुरा अबतक को बताया कि मधेपुरा-मानसी भाया सहरसा रेल लाइन के दोहरीकरण का प्रस्ताव भारतीय रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है | इंजीनियर द्वय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस रूट में हो रहे विद्युतीकरण कार्य एवं सहरसा स्टेशन पर प्लेटफार्म की संख्या बढ़ने के बाद ट्रेनों की संख्या में इजाफा होने की संभावना को देखकर रेल लाइन दोहरीकरण की दिशा में तेज कदम आगे बढ़ाया गया है | उन्होंने कहा कि सावन-भादो में बाढ़-बरसात की मार से अबरुद्ध आवागमन से जूझ रहे कोसी क्षेत्र की लाइफ लाइन का दोहरीकरण यदि हो गया तो क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा | तब ट्रेन लेट नहीं होगी | ट्रैफिक लोड भी घटेगा |

यह भी बता दें कि 28 फरवरी 2018 से पूर्व हर हाल में मधेपुरा-मानसी विद्युतीकरण कार्य पूरा कर लिया जायेगा | अब तक 80% फाउंडेशन और 60% पोल लगा बिजली तार जोड़ने का काम पूरा कर लिया गया है |

जानिए कि 12 वर्ष पहले 12 जून 2005 को मानसी से सहरसा बड़ी रेल लाइन से जुड़ा था | रेल ट्रैक दोहरीकरण से 50 लाख की आबादी को तुरंत फायदा होना शुरू हो जायेगा | दोहरीकरण के लिए लगभग एक दर्जन बड़ा पुल और आधा दर्जन छोटा पुल बनाना होगा |

इस इलाके को फिलहाल दो कर्मठ सांसद पप्पू यादव एवं रंजीत रंजन तो हैं जो मधेपुरा रेल इंजन फैक्ट्री की अहमियत की जोरदार चर्चा कर बजट सत्र में रेल दोहरीकरण के भेजे गये प्रस्ताव को मंजूरी दिला ही सकते हैं |

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पहले स्वयं को फिर समय को जीतें

विश्व विख्यात प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू के बैनर तले स्थानीय राजयोग सेवा केंद्र जयपालपट्टी, मधेपुरा में नववर्ष के उपलब्ध में आयोजित स्नेही श्रद्धालुओं के “स्नेह मिलन समारोह” का उद्घाटन प्रखर शिक्षाविद व समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने किया और ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी तपस्विनी रंजू दीदी ने अध्यक्षता की |

बता दें कि कार्यक्रम का श्री गणेश ॐ शांति गीत से किया गया | गीत समापन के साथ ही उपस्थित जनों ने दीदी के साथ विश्व शांति के लिए ध्यान किया एवं तत्पश्चात सम्मिलित रुप से दीप प्रज्वलित कर पूर्व प्रमुख विनय वर्धन उर्फ खोखा बाबू, विनोद कुमार, विजय वर्धन आदि द्वारा “तमसो माज्योतिर्गमय” का उद्घोष किया गया | सबों को टीका लगाकर अपने संक्षिप्त संबोधन में ब्रम्हा कुमारी रंजू दीदी ने यही कहा- बीते वर्ष में सभी प्रकार के नेकी-बदी किए गये कार्यों की विदाई करें तथा अपने अंतर्मन की स्वच्छता के लिए अपने अंदर में बच रही बुराई को भी विदा कर दें | उन्होंने नये वर्ष में बुरा काम नहीं करने का सबों को संकल्प दिलाया |

यह भी बता दें कि उद्घाटनकर्ता डॉ.मधेपुरी में पुराने और नये वर्ष के सन्धिकाल की विस्तृत चर्चा करते हुए एवं ‘समय’ के संबंध में चेतावनी देते हुए अपनी ही पंक्तियों को यूँ गुनगुनाया-

न आदि न अंत, न टूट कहीं ! न रुके न झुके, शाश्वत है गमय है !!

तेज धार बख्शे न किसी को ! सुनो बंधुओ, वही समय है !!

डॉ.मधेपुरी ने जहाँ समय को विजय कहा वहीं इसे पराजय भी बताया | समय को मित्र कहा तो उसे शत्रु भी कह सुनाया | उन्होंने कहा- “बच्चो ! जीवन-सरिता में सुख-शांति व सद्भाव का सुन्दर कमल खिलाना चाहते हो तो समय के पल-पल को सकारात्मक कर्मों से बांधो | भूल करनेवालों को समय कभी नहीं बख्शेगा |”

मौके पर ओमशांति संस्थान के उन्नयन में लगे पूर्व प्रमुख विनय वर्धन उर्फ खोखा यादव, सिल्लीगुड़ी से पधारी कुसुम मातेश्वरी, ओम प्रकाश यादव, विजय वर्धन, संजय वर्धन, बैजनाथ यादव एवं अयोध्या बाबू सहित अन्य गणमान्यों ने अपने संबोधन के दरमियान सार रूप में यही कहा कि हीरा-मोती देकर भी कोई बीता हुआ समय वापस नहीं ला सकता !

अंत में नव वर्ष पर आयोजित स्नेह-मिलन-समागम का समापन स्नेहिल सहभोज के साथ संपन्न हुआ |

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गाँधी के गाँवों में सशक्त ग्रामीण ही बदलाव ला सकता है

मधेपुरा जिला मुख्यालय के प्राथमिक विद्यालय नौलखिया वार्ड न:-1 में नागेश्वर प्रसाद की धर्मपत्नी प्रथमवती देवी की दूसरी पुण्य तिथि पर भारतीय जन लेखक संघ द्वारा “कर्मकांड और धर्मांधता” विषय पर जिला स्तरीय परिसंवाद एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया | सम्मेलन का उद्घाटन समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने फीते को कैंची से काटकर नहीं बल्कि अपने हाथ से खोलकर किया | इस दौरान डॉ.मधेपुरी ने “कैंची और सूई” के महत्व पर अपनी लम्बी काव्यकृति प्रस्तुत करते हुए विस्तार से कैंची को बांटने का प्रतीक एवं सूई को जोड़ने का प्रतीक बताया |

गाँधी के इस गाँव में माताओं-बच्चों व बड़े-बूढ़ों की भीड़ को संबोधित करते हुए डॉ.मधेपुरी ने अपने उद्घाटन भाषण में विस्तार से ‘कर्मकांड व धर्मांधता’ की व्याख्या की और कहा कि अंधविश्वास मिटाये बिना समाज का कल्याण संभव नहीं | उन्होंने कहा कि इस रूढ़िवादी परंपराओं को ढोने के चलते आर्थिक रुप से कमजोर लोग एक बड़े कर्ज में डूब जाते हैं | बच्चों को समुचित शिक्षा नहीं दे पाते हैं | विवश होकर उन्हें अपनी जमीन जायदाद तक बेचनी पड़ती है |

डॉ.मधेपुरी ने ग्रामीणों को बताया कि हिन्दू धर्म शास्त्र में मुक्ति के जो उपाय बताये गये हैं उन्हें ही कर्मकांड कहा जाता है तथा इसकी रूढ़िवादिता को ही कहा जाता है- धर्मांधता ! श्राद्धकर्म की विविधता का निरूपण करते हुए उन्होंने कहा कि राजा से लेकर गरीब लोगों के लिए भी विष्णुपुराण में पितरों के श्राद्ध करने की चर्चा है जिसमें गरीबों के लिए भी व्यवस्था की गई है | वे हथेली पर तिल के कुछ दाने रखें और जल के साथ सूर्य देव को अर्पित करें या वह भी नहीं हो तो सपरिवार गाय को चारा काटकर खिला दें तथा हाथ जोड़कर अपने पितर से कहें- यही मेरी ओर से किया गया श्राद्ध है इसे मेरी श्रद्धायुक्त प्रार्थना के साथ स्वीकार करें (विष्णुपुराण पृष्ठ संख्या- 248-49)

डॉ.मधेपुरी ने उपस्थित जनसमूह से यह भी कहा कि आडंबर में लोगों को हैसियत से अधिक धन का व्यय करना उसकी मजबूरी बन जाती है | समाज में बदलाव लाने के लिए हमें संकल्पित और संगठित होकर कर्मकांड को त्यागना पड़ेगा | बिना कर्मकांड को त्यागे समाज तरक्की के रास्ते पर आगे नहीं बढ़ेगा | आप गाँठ बांध लें कि यहाँ जूता-छाता-कम्बल…… आदि दान करने से वहाँ पितर को कभी नहीं मिलता है |

अंत में जब डॉ.मधेपुरी ने नौलखियावासी नर-नारियों से कहा कि परिवार व समाज को आगे बढ़ाने के लिए ब्राह्मणवादी ढोंग यानि अंधविश्वास को खत्म करना ही होगा तो सबों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ डॉ.मधेपुरी को पुनः आने का निमंत्रण भी दे डाला | इसी दौरान उद्घाटनकर्ता डॉ.मधेपुरी ने प्रथमवती देवी मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से भीषण ठंड को लेकर विकलांग और विधवा को कंबल भेंट किया |

इस कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के रूप में राष्ट्रीय महासचिव महेन्द्र नारायण पंकज, राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर, ई.हरिश्चन्द्र मंडल, डॉ.सुरेश प्रसाद यादव, डॉ.इन्द्र ना.यादव व कामेश्वर राय, पंकज कुमार, सुभाष चन्द्र प्रभाकर, गणेश मानव आदि ने सभा को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर देते रहे कि मृत्यु भोज जैसी कुरीति का सामूहिक बहिष्कार जरूरी है क्योंकि यह एक सामाजिक कोढ़ है……….!

दूसरे सत्र में सामाजिक कुरीतियों पर चोट करने वाली कविताओं का पाठ किया सुकवि उल्लास मुखर्जी, डॉ.अरुण कुमार, प्रमोद कुमार, राकेश द्विजराज, योगेंद्र प्रसाद आदि ने | सम्मेलन की अध्यक्षता डॉ.इन्द्र नारायण यादव ने तथा संचालन किये गजेंद्र कुमार और मिथिलेश कुमार ने | सम्मेलन की सफलता के लिए अनीता जी, रमण जी आदि सहित सबों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए श्री रमेश यादव ने अध्यक्ष के निदेशानुसार कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की | अंत में  सुकवि सुरेंद्र स्निग्ध के आकस्मिक निधन पर 1 मिनट का मौन रखकर शोक जताया गया |

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नव वर्ष में कोसी के तीनों जिले वाई-फाई से होंगे लैस

जहाँ एक ओर सभी अपने सगे-संबंधियों व परिजनों को बीते वर्ष के 31 दिसंबर के 12:00 बजे रात के बाद से ही ‘नव वर्ष मंगलमय हो’ की शुभकामनाएँ प्रेषित करने में लगे हैं वही BSNL के वरिष्ठ उपमंडल अभियंता श्री डी.सी.दास कोसी के तीनों जिले मधेपुरा-सहरसा-सुपौल के मुख्यालयों की दर्जनों जगहों पर वाई-फाई लगाने में जुट गये हैं | श्री दास ने मधेपुरा अबतक को बताया कि 31 दिसम्बर 2018 तक तीनों जिला मुख्यालयों में वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा | उन्होंने कहा कि 00 मीटर के रेडियस में इन तीनों जिले वासियों को वाई-फाई की सेवा मिलेगी जिस सुविधा के लिए आरंभ में कोई शुल्क नहीं लगेगा | श्री दास ने यह भी कहा कि वाई-फाई हॉट स्पॉट BSNL के टावड़ो पर लगेगा और जहाँ टावर नहीं होगा वहाँ जगह की व्यवस्था की जायेगी |

बता दें कि वाई-फाई रेडियो तरंगों की मदद से नेटवर्क और इंटरनेट तक पहुंचने की एक युक्ति है जिसके इर्द-गिर्द मौजूद मोबाइल फोनों को वायरलेस इंटरनेट उपलब्ध कराने का काम करता है | जानिए कि इसकी गति सामान्य सेवा प्रदाताओं की ओर से दी जाने वाली गति से काफी तेज होती है | यह तकनीक आजकल के नए स्मार्टफोन, लैपटॉप और कंप्यूटर में आसानी से पाई जाती है | एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक जानकारी भेजने के लिए वाई-फाई I.E.E.E 802.11 मानक का प्रयोग करता है |

जानकारी के लिए जहाँ मधेपुरा जिला मुख्यालय के बी.पी.मंडल चौक, कर्पूरी चौक, स्टेशन चौक, पूर्णिया गोला चौक, मस्जिद चौक, भूपेन्द्र चौक आदि सहित अन्य जगहों पर वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाये जायेंगे वहीं सहरसा के डी.बी.रोड, डीएम-एसपी ऑफिस, कोर्ट परिसर, सर्किट हाउस, कायस्थ टोला, पॉलिटेक्निक, शंकर चौक, दहलान चौक, महावीर चौक, तिवारी टोला, प्रोफेसर कॉलोनी आदि जगहों पर और सुपौल जिला मुख्यालय के राजेंद्र नगर, चकला निर्मली, कलेक्ट्रेट, नगर परिषद, स्टेशन रोड सहित अन्य जगहों पर वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाये जायेंगे |

चलते-चलते यह भी बता दें कि सहरसा जिला टेलीकाम मैनेजर श्री बी.के.सिंह ने बताया कि सहरसा, मधेपुरा व सुपौल मुख्यालय की जगहों की सूची तैयार कर पटना स्वीकृति हेतु भेज दी गई है |

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प्राइवेट स्कूल्स एसोसियेशन ने खेलकूद प्रतियोगिता का किया आयोजन

मधेपुरा प्रखंड स्तरीय अंतर विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन श्यामल कुमार सुमित्र की अध्यक्षता में कीर्ति क्रीडा मैदान में किया गया | प्रतियोगिता का उद्घाटन शिक्षाविद समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने झंडोत्तोलन कर किया तथा खेल का आगाज डॉ.मधेपुरी, निजी विद्यालय संघ के अध्यक्ष किशोर कुमार, खेल प्रशिक्षक संत कुमार एवं कबड्डी संघ के सचिव अरुण कुमार ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया |

मौके पर उद्घाटनकर्ता डॉ.मधेपुरी ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए यही कहा कि मुट्ठी बांधने पर पांचो अंगुलियाँ देश की एकता और अखंडता का संकल्प दिलाती है जिसमें अंगूठा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को प्रतिबिंबित करता है और दूसरी अंगुली भारतीय रेल, तीसरी भारतीय सिनेमा, चौथी राजभाषा हिन्दी और पांचवी यही खेलकूद | खेल व खिलाड़ियों के बीच मजहब से लेकर जातीयता व क्षेत्रीयता के बीच की सारी दीवारें ध्वस्त हो जाती है | खेल से देश का स्वास्थ्य अच्छा होता है और स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है |

Educationist Dr.Bhupendra Madhepuri along with Private Schools Association Secretary Kishor Kumar, and Khel Guru Sant Kumar during flag hoisting at Kirti Krida Playground Madhepura.
Educationist Dr.Bhupendra Madhepuri along with Private Schools Association Adhyaksh Kishor Kumar and Khel Guru Sant Kumar during flag hoisting at Kirti Krida Playground Madhepura.

बता दें कि दार्जिलिंग पब्लिक स्कूल, डॉ.मधेपुरी मार्ग के निदेशक एवं निजी विद्यालय संघ के अध्यक्ष किशोर कुमार ने कहा भीषण ठंड के बावजूद बच्चों ने सब जूनियर, जूनियर एवं सीनियर ग्रुपों में 60 मीटर, 100 मीटर एवं 200 मीटर की दौड़ से लेकर लंबी-कूद, ऊंची-कूद आदि में बालक एवं बालिका वर्ग में अलग-अलग जोर आजमाया और हॉली क्रॉस, दार्जिलिंग पब्लिक स्कूल, तुलसी पब्लिक स्कूल, माया विद्या निकेतन, मधेपुरा पब्लिक स्कूल, साउथ पाइंट स्कूल, किरण पब्लिक स्कूल, सार्क इंटरनेशनल स्कूल, स्वामी विवेकानंद स्कूल, दमयंती शत्रुघ्न एकेडमी…….. आदि कुल 17 निजी स्कूलों के बच्चों ने 15 खेलों की प्रतियोगिता में भाग लिया | श्री किशोर ने कहा कि संघ का उद्देश्य पढ़ाई के साथ खेल भी है |

यूँ तो प्रखंड स्तरीय खेलों में हॉली क्रॉस बना ओवर ऑल चैंपियन | जहाँ हॉली क्रॉस स्कूल 94 अंक लाकर प्रथम स्थान पाया वहीं 55 अंक लाकर दार्जिलिंग पब्लिक स्कूल द्वितीय तथा 54 अंक लाकर माया विद्या निकेतन तृतीय स्थान लाया | उद्घाटनकर्ता डॉ.मधेपुरी ने इन तीनों स्कूलों के निदेशकों डॉ.वंदना कुमारी, श्री किशोर कुमार एवं श्रीमती चंद्रिका यादव को खेल के प्रति जागरुक रहने के लिए कोटि-कोटि साधुवाद दिया |

यह भी जानें कि जहाँ बालक वर्ग के कबड्डी में और शतरंज के बालक वर्ग में माया विद्या निकेतन प्रथम रहा वहीं बालक वर्ग के खो-खो में हॉली क्रॉस पब्लिक स्कूल विजेता रहा और बालिका वर्ग के खो-खो में माया विद्या निकेतन प्रथम |

देर शाम तक पारितोषिक वितरण किया उद्घाटनकर्ता डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, निजी विद्यालय संघ के अध्यक्ष किशोर कुमार, सचिव चंद्रिका यादव, निदेशिका डॉ.वंदना घोष, सचिव गजेन्द्र कुमार, निदेशिका रेखा गांगुली, निदेशक चिरामणि यादव, खेलगुरु संत कुमार, सचिव अरुण कुमार, निदेशक श्यामल कुमार सुमित्र सहित सुशील शांडिल्य, अरविंद कुमार, विजय कुमार, विलास कुमार, मुकुन्द कुमार, अनिल राज, राहुल कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, कंचन कुमार, बालमुकुन्द, मुन्ना जी एवं पंकज जी आदि |

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मधेपुरा बनेगा बाल विवाह व दहेज मुक्त जिला- डीएम

मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल ने अपने समस्त अधिकारियों-पदाधिकारियों के साथ दोनों अनुमंडलों मधेपुरा सदर एवं उदाकिशुनगंज में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में बाल विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन हेतु अपने-अपने अनुमंडल के सभी प्रखंड क्षेत्रों के पंचायतों के पूर्व व वर्तमान सभी प्रकार के जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि दहेज प्रथा कानूनी जुर्म ही नहीं बल्कि सामाजिक बुराई भी है | मो.सोहैल ने इन कुरीतियों को समाज के लिए अभिशाप बताते हुए कहा कि महज कानून से ये दोनों खत्म होने वाला नहीं है बल्कि इसके लिए सबों को जागरुक होना सर्वाधिक जरूरी है |

बता दें कि दोनों अनुमंडलों के कार्यशालाओं को अलग-अलग संबोधित करते हुए डीएम मो.सोहैल (भा.प्र.से.) ने यही कहा कि इनसे मुक्ति पाने के लिए पंचायत प्रतिनिधिगण अपने-अपने क्षेत्रों में बालिका शिक्षा को बढ़ावा दे तथा शिक्षा पूरी होने यानि 21 वर्ष से अधिक उम्र होने के बाद ही बालिकाओं को पारिवारिक जिम्मेवारी देने की बातें बताएं |

आगे इस्लाम में भी दहेज को अपराध बताते हुए डीएम मो.सोहैल ने कार्यशाला में उपस्थित पदाधिकारियों, पंचायत जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों को आधे दर्जन से अधिक बहुमूल्य टिप्स देते हुए यही कहा-

  1. बाल विवाह व दहेज उन्मूलन को लेकर वार्ड, पंचायत, प्रखंड, अनुमंडल व जिला स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया जायेगा |
  2. प्रत्येक स्तर पर छह सदस्यीय निगरानी समिति गठित की जायेगी |
  3. बाल विवाह और दहेज प्रथा को लेकर निगरानी समिति की सूचना पर प्रशासन त्वरित कार्यवाई करेगी ||
  4. स्कूलों में लड़के और लड़कियों के लिए क्रमशः बालसखा व बालसखी बने, जो कहीं भी जाकर लोगों को नशाबंदी, बाल विवाह व दहेज प्रथा को लेकर जागरूक करे जिसके लिए बाल सखाओं को एक सौ नम्बर अतिरिक्त मिलेगा ||
  5. जिले में शुरू किये गये “बन्धन ऐप” को मोबाइल पर डाउनलोड करने वाले को ₹100 मिलेगा |
  6. अब तक बाल विवाह व दहेज को लेकर जिले के 46,000 बच्चों ने घोषणा पत्र दिया है |
  7. केशव कन्या उच्च विद्यालय की करीब 300 छात्राओं ने शादी की उम्र कम से कम 21 वर्ष निर्धारित करने को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया है, क्योंकि उच्च शिक्षा पूरी होने में कम से कम 21 वर्ष लग ही जाते हैं |

यह भी जानिए कि जहाँ भूपेन्द्र कला भवन मधेपुरा के कार्यशाला में उपस्थित एसपी विकास कुमार, डीडीसी मुकेश कुमार, एसडीएम संजय कुमार निराला, डीईओ उग्रेश प्रसाद मंडल सहित पंचायत प्रतिनिधि स्वदेश कुमार, मनोज साह, अरुण कुमार यादव, अनिल अनल, राज किशोर यादव आदि ने कहा कि बाल विवाह व दहेज प्रथा जैसे सामाजिक बुराइयों को सामाजिक जागृति से ही खत्म किया जा सकता है वहीं उदाकिशुनगंज के कार्यशाला में एसडीएम एसजेड हसन, कार्यपालक दण्डाधिकरी अनिल कुमार, सीआई निजामुल हक आदि पदाधिकारीगण सहित समाजसेवी जय प्रकाश सिंह, विकास चंद्र यादव आदि ने सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति पाने के लिए सामाजिक चेतना जागृत करने की जरूरत पर बल दिया |

अंत में डीएम मो.सोहैल ने कहा कि विगत वर्ष 21 जनवरी को नशाबंदी को लेकर किये गये मानव श्रृंखला में अपने जिले को सूबे में प्रथम पंक्ति में जगह मिली थी……… इस बार प्रथम स्थान पाने के लिए हम सबों का प्रयास जारी रहेगा……!!

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नशा मुक्ति दिवस पर जाग उठा जज्बाती जिला मधेपुरा !

मधेपुरा जिला मुख्यालय सहित सभी सदर प्रखंडो एवं उदाकिसुनगंज अनुमंडल के आलमनगर, चौसा, पुरैनी, बिहारीगंज, ग्वालपाड़ा व अन्य प्रखंडों में नशामुक्ति दिवस (26 नवंबर) सर्वाधिक उत्साह एवं संकल्प के साथ सवेरे से देर शाम तक यानि दिनभर संकल्पित भाव के साथ मनाया गया |

शहर के उर्दू मध्य विद्यालय, कन्या मध्य विद्यालय से लेकर टी.पी.कॉलेजिएट, SNPM, रास बिहारी, केशव कन्या उच्च माध्यमिक +2 विद्यालयों सहित अन्य सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों- कौनवेटों के छात्र-छात्राओं द्वारा बी.एन.मंडल स्टेडियम से रंगारंग ‘नशा मुक्ति दिवस’ के बैनरों एवं नारों के साथ प्रभात फेरी निकाली गई | स्कूली बच्चों ने ‘नशा मुक्ति अभियान’ में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा शहर के बी.पी.मंडल चौक, भूपेन्द्र चौक, मस्जिद चौक, थाना चौक, शिवनंदन चौक, सुभाष चौक, कर्पूरी चौक का भ्रमण करते हुए नशा के खिलाफ नारे लगा-लगाकर लोगों को जागरुक किया |

बता दें कि समाजसेवी साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी सहित पदाधिकारियों एएसपी राजेश कुमार, एसडीएम संजय कुमार निराला, डीएसपी रहमत अली, शौकत अली, नरेश पासवान, अशोक चौधरी आदि की उपस्थिति में जिले के उच्चाधिकारी द्वय डीएम मो.सोहैल एवं एसपी विकास कुमार ने संयुक्त रुप से हरी झंडी दिखाकर स्कूली बच्चों की प्रभात फेरी को रवाना किया |

DM Md.Sohail showing green flag to the students at B.N. Mandal Stadium Madhepura.
DM Md.Sohail showing green flag to the students at B.N. Mandal Stadium Madhepura.

फिर दिन में जिला उत्पाद विभाग के अधीक्षक शैलेन्द्र मिश्रा एवं उत्पाद निरीक्षक राजू मिश्रा की देख-रेख में स्थानीय भूपेन्द्र कला भवन में ‘नशामुक्ति से संबंधित विषयों’ पर आधारित निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम-द्वितीय एवं तृतीय आये प्रतियोगियों क्रमशः निशा कुमारी- आनंद कुमार- कुशल आनंद एवं रूमा कुमारी- आनंद कुमार- मो.मौशिम जिया को डीएम मो.सोहैल एवं एसपी विकास कुमार ने पुरस्कृत किया |

यह भी जानिये कि कार्यक्रम के दौरान टीवी के जरिये जिले के वरीय पदाधिकारियों सहित शहर के गणमान्यों ने सीएम, डिप्टी सीएम एवं मुख्यसचिव आदि के सारगर्भित भाषणों को सुना और बाद में मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (भा.प्र.से.) ने अपने संबोधन में यही कहा-

‘नशामुक्ति से समाज में अमन शांति व स्थिरता कायम होने के साथ-साथ विकास का मार्ग भी प्रशस्त हुआ है | नशा मुक्ति से बहुत बड़े पैमाने पर सामाजिक बदलाव हुए हैं- शराब में खर्च होने वाली राशि अब घर-परिवार संभालने में और बच्चे-बच्चियों की शिक्षा पर खर्च होने लगे हैं, जो सूबे के लिए सुखद संकेत है…….!’

इसके अलावे एसपी विकास कुमार ने जहां यह कहा कि शराबबंदी सहित अन्य नशा पर अंकुश लगने से अब रोड दुर्घटनाओं के साथ-साथ अपराधों की दर में कमी आई है वहीं एसडीएम संजय कुमार निराला ने अपने संबोधन में यही कहा कि नशामुक्त समाज बनाने में सरकार ही नहीं आम लोगों का सहयोग भी जरूरी है | इस अवसर पर डीडीसी, एएसपी, उत्पाद अधीक्षक, डीपीआरओ सहित अन्य समाजसेवियों ने भी अपने-अपने विचार रखे |

अंत में शाम 5:00 बजे से भूपेन्द्र कला भवन मंच से कला जत्था एवं स्थानीय कलाकारों सहित नवाचार रंगमंडल के अमित अंशु, सुनीत साना सहित सभी कलाकारों द्वारा ‘बदल रहा है बिहार’ पर दी गई प्रस्तुति आरंभ से समापन तक तालियाँ बटोरती रही और डीएम, एसपी सहित सभी उच्चाधिकारियों व गणमान्यों द्वारा अंत तक कलाकारों का उत्साहवर्धन किया जाता रहा |

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मधेपुरा के लिए अच्छी खबर- खुलेगा ट्रॉमा सेंटर

मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल ने बताया कि मधेपुरा सदर अस्पताल में कोसी क्षेत्र का पहला ‘ट्रॉमा सेंटर’ बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से स्वीकृति प्रदान कर दी गई है वहीं मधेपुरा के सिविल सर्जन डॉ.गदाधर प्रसाद पांडे ने यह जानकारी दी कि ट्रॉमा सेंटर निर्माण हेतु 4 करोड़ 44 लाख 95 हज़ार 643 रुपया बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड को निर्गत कर दी गई है तथा प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही ट्रॉमा सेंटर निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा |

बता दें कि मधेपुरा में कोसी का पहला ट्रॉमा सेंटर निर्माण की सरकारी स्वीकृति पर खुशी जाहिर करते हुए समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा कि कोसी के लोगों के लिए वरदान साबित होगा ट्रॉमा सेंटर | डॉ.मधेपुरी ने यह भी कहा कि कोसी प्रमंडल के तीनों जिलों में ट्रॉमा सेंटर नहीं होने के कारण सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से जख्मी मरीजों को पटना, पूर्णियाँ या दरभंगा….. आदि जगहों के लिए रेफर किया जाता है और अधिकतर मरीजों की जान अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही हो जाती है | यहाँ ट्रॉमा सेंटर खुलने पर गंभीर रुप से जख्मी मरीजों को भी बाहर रेफ़र नहीं करना पड़ेगा | सर्वाधिक जख्मी मरीजों की जान बचाई जा सकेगी |

यह भी जानिए कि भीषण दुर्घटनाग्रस्त तथा गोली लगने पर गंभीर रुप से जख्मी मरीजों की जान, समय पर इलाज नहीं होने के कारण चली जाती है- वह अब नहीं होगा बल्कि बेहतर इलाज अब संभब हो पायेगा क्योंकि सिविल सर्जन डॉ.पांडे ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर में मौजूद रहेगा- सी आर्म मशीन, सीटी स्कैन, भेंटीलेटर, एक्स-रे, आईसीयू, ओटी…… सहित जनरल सर्जन, ऑर्थोपेडिक सर्जन, न्यूरो सर्जन, जनरल फिजिशियन…….. एनेस्थिसियोलॉजी……. रेडियोलोजी सहित आपातकालीन चिकित्सा से संबंधित अन्य आवश्यक सभी सुविधाऍ |

यह भी बताया गया कि राज्य के 6 जिले- रोहतास, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा, पूर्णिया और मधेपुरा में ट्रॉमा सेंटर स्थापित करने हेतु तकनीकी रूप से अनुमोदित प्राकुलन उपलब्ध कराये गये थे, परंतु सूबे के स्वास्थ समिति के उप सचिव आर.किशोर ने प्रस्तावित छह ट्रॉमा सेंटरों में से मात्र दो- दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं मधेपुरा सदर अस्पताल का निर्माण की स्वीकृति दी है |

चलते-चलते यह भी बता दें कि प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही ट्रॉमा सेंटर निर्माण कार्य निर्धारित 8 शर्तो सहित समय सीमा के अंदर पूरा कर लिया जाएगा | हाँ ! इसका निर्माण अग्नि आपदा से निपटने के लिए फायर सेफ्टी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार किया जाएगा | कार्य के भौतिक सत्यापन एवं गुणवत्ता की जांच रिपोर्ट के बाद ही राज्य स्वास्थ्य समिति भुगतान करने की कार्यवाई हेतु निदेश जारी करेगी |

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