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बीबीसी और ‘मधेपुरा अबतक’ समेत दुनिया के चार हजार साईट हैक, स्थिति फिर हुई बहाल

‘मधेपुरा अबतक’ के सुधी पाठकों को हम सूचित करना चाहते हैं कि कल दोपहर के एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में पाकिस्तान के हैकर ग्रुप ‘टीम साईबर असैसिन्स’ (Team Cyber Assassins) ने दुनिया के चार हजार महत्वपूर्ण साईट को हैक कर लिया जिनमें ( Madhepura Abtak ) भी शामिल था। हालांकि हमारे कुशल इंजीनियरों की टीम ने अत्यन्त तत्परता से कार्रवाई करते हुए देर शाम तक स्थिति फिर बहाल कर ली। बीच की अवधि में हमारे पाठकों को जो असुविधा हुई, हमें उसके लिए खेद है।

पाठकों को हम अवगत कराना चाहते हैं कि जिन चार हजार साईट को हैक किया गया उनमें प्रसिद्ध समाचार साईट ‘बीबीसी.कॉम’, यूएस आर्मी की साईट ‘आरटी.कॉम’ और ऑस्ट्रेलियन एडुकेशनल साईट ‘एबीसी.कॉम’ जैसे महत्वपूर्ण साईट शामिल हैं। ‘मधेपुरा अबतक’ ने महज कुछ माह में आप सबका जो प्यार हासिल किया है और जिस रफ्तार में इसे लाईक करने वालों की संख्या बढ़ रही है, सम्भवत: उसे देखते हुए ही इसे भी हैक किया गया।

हम किसी भी हैकर ग्रुप द्वारा किए जा रहे इस तरह के कुत्सित प्रयास की कड़ी निंदा करते हैं। ये पूरी दुनिया के अमन-चैन पर कुठाराघात है। हम आपको पूरे विश्वास के साथ कहना चाहते हैं कि चाहे कितनी ही बार इस तरह की घिनौनी कोशिश क्यों ना हो, हमारी ‘प्रतिबद्धता’ पर उसका रत्ती भर भी असर नहीं होगा। तमाम मुश्किलों को पार कर ‘मधेपुरा अबतक’ आपकी दिनचर्या का अंग बना रहेगा।

मधेपुरा अबतक

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नीतीश ने सबको किया लाजवाब, बिहार में बंद होगी शराब

अभी तुरत बीते चुनाव में भाजपा समेत एनडीए में शामिल तमाम दलों ने नीतीश कुमार को जिन मुद्दों पर घेरने की जी तोड़ कोशिश की उनमें शराब बहुत अहम मुद्दा था। उन पर आरोप लागाए गए कि उन्होंने गांव-गांव, गली-गली में शराब के ठेके खुलवा दिए। सरकार की नीयत पर संदेह करें या ना करें, ये स्वीकार तो करना ही पड़ेगा कि नीतीश की पिछली सरकार में शराब की दुकानें बहुतायत से खुलीं और शराब की इन दुकानों से सरकार के राजस्व में जो भी वृद्धि हुई हो इसके दुष्प्रभाव भी सामने आए। समाज के बड़े तबके में विरोध के स्वर उठने लगे। इस बार के चुनाव में खासकर महिलाओं को लेकर ये बात कही जा रही थी कि मतदान के लिए उनकी लम्बी कतारें शराब के विरोध में तो नहीं थीं..! खैर, चुनाव परिणाम ने इन संदेहों को निर्मूल साबित किया। जनता ने अपने ‘सुशासन बाबू’ पर भरोसा दिखाया था और नीतीश ने उस भरोसे की लाज रखते हुए आज एक बड़ा निर्णय लिया। जी हाँ, मुख्यमंत्री ने अगले साल यानि 2016 की पहली अप्रैल से बिहार में शराबबंदी की घोषणा की।

बता दें कि आज मद्य निषेध दिवस है। पटना के सचिवालय परिसर स्थित अधिवेशन भवन में निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने मद्य निषेध दिवस समारोह का आयोजन किया था। कौन जानता था कि ये समारोह महज ‘रस्म अदायगी’ के लिए नहीं है, बल्कि नीतीश इसमें बहुत बड़ा ‘संकल्प’ लेकर शिरकत कर रहे हैं। शराबबंदी की घोषणा के साथ आज का ये समारोह इतिहास में दर्ज हो गया। बड़े ‘निश्चय’ के साथ समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि उत्पाद से मिलने वाले राजस्व में कमी हो जाने से कुछ चीजों के लिए इंतजार कर लिया जाएगा लेकिन शराबबंदी हर हाल में लागू होगी।

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग को विस्तृत कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया। शराबबंदी से संबंधित नई नीति पहली अप्रैल, 2016 से लागू कर दी जाएगी। यही नहीं नशा के खिलाफ अभियान चलाने वाले और गांव में शराब की बिक्री बंद कराने वाले स्वयं सहायता समूहों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।

शराबबंदी के इस ऐतिहासिक निर्णय के पीछे की कहानी बड़ी दिलचस्प है। कुछ महीने पहले पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में स्वयं सहायता समूह के एक कार्यक्रम में महिलाओं ने नीतीश कुमार से गांवों में शराब बंद कराने का अनुरोध किया था। उस वक्त नीतीश अपना संबोधन खत्म कर चुके थे लेकिन उन महिलाओं की अपील उनके दिल को इस कदर छू गई कि वे दुबारा माइक पर गए और कहा कि अगर उन्होंने सत्ता में वापसी की तो शराबबंदी जरूर लागू करेंगे। महिलाओं, खासकर गरीब परिवार की महिलाओं पर शराब के जहरीले प्रभाव का उन्हें एहसास था। तभी उन्होंने कहा था कि अपनी कही बात से वे पीछे नहीं हटेंगे।

चुनाव के मौसम में कई बातें कही जाती हैं। कहकर भूल जाना या ये कहना कि मेरे कहने का मतलब ‘ये’ था ‘वो’ नहीं इतना आम हो चुका है कि अब इस पर बहस भी नहीं होती। ऐसे में नीतीश का अपना वादा निभाना, और वो भी शपथ लेने के महज कुछ दिनों के भीतर, सुखद आश्चर्य से भर दे रहा है। उन्होंने अपने तमाम विरोधियों और आलोचकों के मुँह पर अचानक बहुत बड़ा ताला जड़ दिया। इसमें कोई दो राय नहीं कि नीतीश के इस निर्णय की गूंज दूर तलक जाने वाली है।

बिना विलंब इस बड़ी घोषणा से यह स्पष्ट हो गया कि नीतीश की ये नई पारी बेहद खास होगी। उन्हें इस बात का भली भाँति एहसास है कि बिहार की जनता ने किस उम्मीद और विश्वास से उन्हें अपार बहुमत के साथ सत्ता सौंपी है। ‘मधेपुरा अबतक’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके इस साहसिक निर्णय के लिए बधाई देता है और आने वाले दिनों में बिहार के हित में ऐसे और निर्णयों की अपेक्षा करता है।

मधेपुरा अबतक के लिए डॉ. ए. दीप

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शरद यादव मधेपुरा पहुँचे

जदयू के राष्ट्रीय अद्यक्ष शरद यादव रविवार की शाम में मधेपुरा पहुँचे | स्वाभिमान रैली की तैयारी को लेकर वे 27 अगस्त तक कोसी के भ्रमण पर रहेंगे | सोमवार को सहरसा में और मंगलवार को मधेपुरा में रहेंगे शरद यादव | बी.पी.मंडल की राजकीय जयन्ती समारोह में भाग लेने वे मुरहो जायेंगे | बुधवार को सुपौल जिला का दौरा करेंगे |

इस दौरान कई लंबित योजनाओं का शिलान्यास करेंगे और कुछ जो पूरी हो चुकी है उसका उद्घाटन भी करेंगे | वे इस इलाके में 27 अगस्त तक रहकर 30 अगस्त को पटना गाँधी मैदान में होने वाली महागठबंधन की महारैली में सर्वाधिक भागीदारी सुनिश्चित करेंगे |

मंडल मसीहा शरद यादव को अपने मधेपुरा  निवास से निकलकर मुरहो मंडल जयन्ती में दस मिनट बिलम्ब से पहुँचने का कारण यह हुआ कि वित्तरहित शिक्षकों ने उनके मेन गेट को जाम कर दिया था |

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भू.ना.मंडल वि.वि. में पी.जी. परीक्षा स्थगित

पी.जी. पार्ट-1 (प्रीवियस) परीक्षा-2014 एवं पी.जी. पार्ट-2 (फाइनल) परीक्षायें दिनांक 17-08-2015 से आरम्भ हो चुकी हैं | ये परीक्षाएँ दो केन्द्रों पर चल रही हैं- एक पी.एस.कालेज मधेपुरा  में एवं दूसरा एम.एल.ए.कालेज, कसवा में |

मधेपुरा अबतक को परीक्षा नियंत्रक डॉ.नवीन कुमार से जानकारी प्राप्त हुई है कि दिनांक 18 अगस्त 2015 (मंगलवार) को दोनों परीक्षा केन्द्रों यानी पी.एस.कालेज मधेपुरा  एवं एम.एल.ए. कालेज, कसवा पर होने वाली पी.जी.(प्रीवियस) एवं पी.जी.(फाइनल) की सभी विषयों की परीक्षाएँ (दोनों सिटिंग की) प्रधानमंत्री की रैली के फलस्वरूप सहरसा व अन्य जगहों से परीक्षार्थियों के आवागमन की परेशानियों के मद्देनजर स्थगित कर दी गई |

कुलपति के आदेशानुसार ये परीक्षाएँ दिनांक 28 सितम्बर 2015 को यथावत दोनों केन्द्रों पर ली जाएगी |

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मधेपुरा विधानसभा जदयू कार्यकर्ता सम्मेलन संपन्न

जिला मुख्यालय के भूपेन्द्र कला भवन में मधेपुरा  विधान सभा के जदयू कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें माननीय मंत्री द्वय नरेन्द्र ना. यादव व बीमा भारती सहित विधान पार्षद द्वय विजय कुमार वर्मा व हारून रशीद , विधायक रमेश ऋषिदेव , पूर्व विधायक मणिन्द्र कुमार मंडल , पूर्व जिला जदयू अद्यक्ष प्रो.विजेंद्र ना. यादव , पूर्व प्रमुख सियाशरण यादव , पूर्व युवा जदयू अद्यक्ष प्रो.सुजीत मेहता आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही | इनके अतिरिक्त मंच पर सभी प्रखंडों , महिला व अल्पसंख्यक प्रकोष्ठों सहित दलित सेल , किसान सेल आदि के अद्यक्ष-सचिव विराजमान थे | अल्पसूचना पर भी दूर-दूर से आये कार्यकर्त्तागण की भीड़ थी |

Madhepura vidhansabha JDU Meeting .
Madhepura vidhansabha JDU Meeting .

सम्मेलन का उद्घाटन मंत्री द्वय , विधायक, पार्षद सम्मिलित रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया | फिर पाग एवं अंगवस्त्रम से अतिथियों का स्वागत किया गया |

पहले कार्यकर्ताओं को संक्षेप में सुझाव के साथ अपना विचार रखने का समय दिया गया  जिसमें अधिकांश कार्यकर्ता जैसे दलित वर्ग के शिवनारायण सादा सहित मीणा देवी, गुड्डी देवी, डॉ.नीरज, योगेन्द्र महतो, राजेन्द्र प्र. यादव, डॉ. विजेंद्र, मनोज यादव, अशोक चौधरी, मो.जुम्मन आदि अन्य सभी का इशारा था कि जब महागठबंधन हो चुका है तो उसे जमीन पर भी तो दिखना चाहिए तभी तो मतदाता भी एक जुट होकर गठबंधन के प्रत्याशी की जीत आने वाले विधानसभा चुनाव में सुनिश्चित करा सकेंगे |

अंत में नेतृत्व की ओर से यही कहा गया कि चुनाव सिर पर चढ़कर बिगुल बजा रहा है | अब सभी कार्यकर्ता इस चुनावी समर में इस तरह कूद जाएँ जैसे घर में आग लगने पर घर के सभी सदस्य आपसी झगडे भुलाकर उससे निपटने के लिए जी जान लगा देते हैं | उसी तरह आपसी भेद-भाव कोभुलाकर तथा मान-सम्मान की परवाह किये बिना इस चुनावी समर में कूद जायें और जीत का परचम लहराने के बाद ही दम लें |

सम्मेलन में गोवर्धन मेहता, जयकिशोर-प्रसन्न-प्रधान जी, जयकान्त, अमरेश सरीखे समर्पित कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही | सम्मेलन की अद्यक्षता सियाराम यादव तथा मंच संचालन महेंद्र पटेल ने किया |

सभा समाप्ति के बाद सभी कार्यकर्त्ता व नेतागण पूर्व विधायक परमेश्वरी प्र. निराला के ज्येष्ठ भ्राताश्री स्मृतिशेष शिक्षक ह्रदय नारायण यादव के घर पर आमंत्रित भोज में सम्मिलित होने के लिए प्रस्थान किये तथा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाग लिए |

Pradhan ji and Nirala ji paying homage to Hridya Narayan Babu
Pradhan ji and Nirala ji paying homage to Hridya Narayan Babu

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