सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ द्वारा 134 वर्ष पुराने अयोध्या विवाद पर दिये गये अपने सर्वसम्मत फैसले (जिसमें हर धर्म, आस्था, समाज और संविधान की मर्यादाएं समाहित हैं) में न तो किसी समुदाय की हार हुई, ना किसी की जीत। यदि जीत हुई है तो केवल संविधान और भारतीयता की…… देश की एकता और अखंडता की।
बता दें कि तमाम बिंदुओं व पहलुओं पर बारीकी से ध्यान देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देश और दुनिया में फैले सभी समुदायों ने सहर्ष गले लगाया तथा सुकून के साथ यही कहा कि अब अयोध्या की नगरी में एक ओर जहाँ पुरुषोत्तम राम की मर्यादा के गीत गुन्जेंगे वहीं दूसरी ओर परवरदिगार अल्लाह की इबादत होगी….. चारों ओर अमन, शांति व आपसी भाईचारे का चट्टानी माहौल बनेगा। ऐसे अद्भुत फैसले सुनने के बाद से नये भारत के निर्माण की चर्चाएं होने लगी हैं तथा समस्त देशवासियों के बीच “ऑल इज वेल” की अनुगूंज चारों ओर गूंजने लगी है।

डीएम नवदीप शुक्ला , एसपी संजय कुमार एवं एसडीएम वृंदालाल व एसडीपीओ वसी अहमद ने सुबह से ही सतर्कता बनाए रखी परंतु शाम होने पर एसपी संजय कुमार को कहना पड़ा कि इस जिले में आपसी भाईचारा व सामाजिक सौहार्द की डोर अटूट है। मधेपुरा में तो फैसले को जानने के बाद दोनों समुदाय के बीच गजब का संयम और एकजुटता दिखा |
दैनिक भास्कर द्वारा आयोजित टॉक शो में शहर के शिक्षाविद एवं डॉ.कलाम के करीबी डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी, शौकत अली, उप मुख्य पार्षद अशोक यदुवंशी, अधिवक्ता संघ के जेएस जयनारायण, पार्षद प्रतिनिधि ध्यानी यादव, एडवोकेट एनके निर्मल, वार्ड पार्षद एके सिन्हा, एमके मिंटू एवं अधिवक्ता अजय कुमार, गोपी पंडित ने यही कहा कि संपूर्ण भारत ने विविधताओं बीच एकता वाले इस फैसले को संयम के साथ स्वीकारा।
शिक्षाविद डॉ.मधेपुरी ने भास्कर टॉक शो में यही कहा- मंदिर-मस्जिद से ऊपर देश है। हम लोग जब खुद को हिंदुस्तानी समझने लगेंगे उस दिन से देश में इस तरह का कोई विवाद ही नहीं रहेगा। अब इस देश को संपूर्ण भारतीय डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम सरीखे नजरिये की जरूरत है।
चलते-चलते यह भी बता दें कि ऐसे नजरिये वाले संपूर्ण भारतीय डॉ.कलाम के नाम से मधेपुरा में डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क का उद्घाटन करने वाले तत्कालीन डायनेमिक डीएम मो.सोहैल को आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कितनी खुशी हो रही होगी…..। साथ ही सर्वाधिक प्रसन्नता तो उन्हें यह जानकर होगी कि समाजसेवी डॉ.मधेपुरी के नेतृत्व में फैसले को ख़ुशी-ख़ुशी गले लगाते हुए दोनों समुदाय के लोग…… शालिनी, रोशन कुमार, राजकुमार यादव, शब्बीर आलम, सज्जू-गुड्डू, मो.इम्तियाज, मो.मिस्टर की टीम के सदस्य सैफ, शाद, कपिल…… आदि कलाम पार्क की सफाई करके स्वच्छ भारत की ओर एक कदम बढ़ाते हुए नए भारत के निर्माण में जुटे हुए हैं।