गोपाल मीणा, लक्ष्मी प्रसाद चौहान और अब मो. सोहैल – मधेपुरा ने बीते नौ दिनों में तीन डीएम देखे। 2 अगस्त को मधेपुरा ने मीणा को भावभीनी विदाई दी और चौहान आए। अभी उन्हें आए सप्ताह भी नहीं बीता था कि उन्हें संयुक्त सचिव, जलसंसाधन विभाग के रूप में पटना बुला लिया गया। इसके साथ ही वे प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। इससे पहले ये दोनों जिम्मेदारियां मो. सोहैल के पास थीं। 2007 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मो. सोहैल अब नए डीएम होंगे। आज यानि 11 अगस्त को उन्होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया। इस तरह 2 अगस्त से 11 अगस्त के बीच नौ दिन में तीन डीएम देखे ।
चौहान अभी मधेपुरा के डीएम के रूप में अपनी प्राथमिकताएं तय ही कर रहे थे कि अप्रत्याशित रूप से उनका तबादला सामने आ गया। अब मो. सोहैल को जहाँ उनकी अधूरी रूप-रेखा को पूरा करना होगा वहीं इनके ऊपर उन कार्यों को पूरा करने का दारोमदार भी होगा जिन्हें यहाँ के अत्यंत सफल व लोकप्रिय डीएम रहे मीणा ने शुरू किया था। इसके साथ ही राजनीतिक रूप से अत्यंत संवेदनशील इस जिले में विधान सभा चुनाव को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराना भी इनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
प्रशासनिक सेवा हो, पुलिस सेवा हो या न्यायिक सेवा – मधेपुरा ने हमेशा उन अधिकारियों को अपने सिर-आँखों पर बिठाया है जो यहाँ की जरूरतों के साथ ही यहाँ के जनमानस को भी समझ पाए हैं। देखना है कि मो. सोहैल यहाँ के वासियों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरते हैं। उन्हें ‘मधेपुरा अबतक’ की शुभकामनाएं।