मधेपुरा के रासबिहारी उच्च विद्यालय के मैदान में दिव्यांग जनों की असहज भीड़ को देखकर आयुक्त डॉ.शिवाजी ने सहजरूप से अंदाजा लगा लिया कि ऐसे लोगों की कितनी सारी परेशानियां अब भी अनसुलझी हैं जिन्हें सुलझाने में निःशक्तता आयुक्त दिनभर जूझते रहे | वे विगत 3 दिनों से विभिन्न प्रखंडों एवं सरकारी संस्थानों में बैठक का आयोजन कर लोगों को जागरूक करवाते रहे तथा स्वयं सबों को उत्साहित, प्रोत्साहित व जागरूक करते रहे |
बता दें कि अंतिम दिन जिलेभर से अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे दिव्यांगों के बीच राज्य निःशक्तता आयुक्त डॉ.शिवाजी कुमार, डीएम नवदीप शुक्ला एवं एसपी संजय कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया | मौके पर आयुक्त ने दिव्यांग जनों से यही कहा कि आप लोग घबराएं नहीं…… काम तबतक चलता रहेगा जबतक अंतिम व्यक्ति के मामले का निष्पादन नहीं हो जाता | डीएम व एसपी ने कहा कि यदि कोई आपके साथ अन्याय या दुर्व्यवहार करे तो आप तुरंत इसकी शिकायत करें |
यह भी बता दें कि दिव्यांग जनों की समस्याओं के निदान हेतु आयोजित नीतीश सरकार के इस चलंत अदालत में 56 काउंटरों पर 2569 दिव्यांगों का हुआ रजिस्ट्रेशन, जिसमें मात्र 1270 मामलों का किया गया निष्पादन | आयुक्त डॉ.शिवाजी कुमार ने बाद में यही कहा कि आज के बाद से आप सभी दिव्यांग जनों को किसी भी कारण से जिला मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा | उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी को सख्त हिदायत दी गई है कि आपकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर वही करें | यदि कोई भी पदाधिकारी आपको परेशान करे तो आप इसकी सूचना तुरंत वरीय अधिकारी के पास करें |
चलते-चलते यह भी बता दें कि राज्य निःशक्तता आयुक्त डीएम, एसपी, एसडीएम उपेंद्र कुमार, शैलेंद्र कुमार शैव, लीड बैंक मैनेजर रंजन कुमार झा सहित अन्य सभी के सहयोग के बावजूद शिविर स्थल पर दिव्यांगजनों की भारी भीड़ रहने के कारण दर्जनों दिव्यांग अपनी समस्याओं से संबंधित फॉर्म जमा नहीं कर पाये | इस बाबत मधेपुरा जिला परिषद अध्यक्ष मंजू देवी , उपाध्यक्ष रघुनंदन दास, समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, डॉ.श्यामानंद गिरी, शंभू शरण भारतीय आदि दर्जनों लोगों ने प्रखंडवार शिविर आयोजित करने की मांग की |