Dr.Bhupendra Dr.Bhupendra Narayan Yadav Madhepuri, Dr.Ashok Kumar, Dr.H.Jauhari and others at Swar Sobhita Tallent search.

स्वर शोभिता संगीत महाविद्यालय में समारोह पूर्वक मनाई गई 10वीं वर्षगांठ

स्वर शोभिता संगीत महाविद्यालय में मधेपुरा के अभिभावक व समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, बीएनएमयू के डॉ.एचएलएस जौहरी, डॉ.एम आई रहमान, डॉ.फजल, डॉ.शंकर कुमार मिश्र, डॉ.अशोक कुमार व संगीत को ऊँचाई देने वाली प्रो.रीता कुमारी, प्रो.अरुण कुमार बच्चन, डॉ.रवि रंजन सहित निर्देशिका डॉ.हेमा कश्यप ने महाविद्यालय की दसवीं वर्षगांठ पर 18 अगस्त को आयोजित भव्य समारोह का श्रीगणेश संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसके साथ ही स्वागत गान के अलावे अंगवस्त्रम, पुष्पगुच्छ  व मोमेंटो आदि से अतिथियों का भरपूर सत्कार किया गया।

Dr.Bhupendra Madhepuri addressing at Swar Sobhita Sangeet Mahavidyalaya.
Dr.Bhupendra Madhepuri addressing at Swar Sobhita Sangeet Mahavidyalaya.

बता दें कि इस स्वर शोभिता संगीत महाविद्यालय के कण-कण में कलात्मकता की खुशबू निकलने का एहसास अतिथियों द्वारा महसूस किया जाता रहा तभी तो डॉ.मधेपुरी ने संगीत व कला को ऊँचाई प्रदान करने वाली निर्देशिका डॉ.हेमा को आगे बढ़ते रहने का शुभ आशीष देते हुए विशाल प्रशाल में उपस्थित कला-प्रेमी बच्चों एवं उनके अभिभावकों व सुधी श्रोताओं से यही कहा-

साहित्य संगीत कला विहीन:, साक्षात पशु पुच्छ विश्रहीनः डॉ.मधेपुरी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि साहित्य यदि समाज का दर्पण है तो कला उसकी धड़कन है। संगीत ऐसी कला है जो मन की चिंता, शोक, खेद व व्यथा को हरण कर लेती है। जितने भी बड़े-बड़े वैज्ञानिक हुए हैं वे भी संगीत से जुड़े रहे हैं….. यहाँ तक कि मिसाइल मैन भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम भी वाद्य वीणा बजाते थे और श्रीराम राग में गाते व गुनगुनाते थे।

Dr.Madhepuri & Principal Dr.Hema Kashyap amidst kids.
Dr.Madhepuri & Principal Dr.Hema Kashyap amidst kids.

यह भी बता दें कि डॉ.एचएलएस जौहरी की अध्यक्षता में आयोजित- चित्रकला, हस्तकला, भाषण, लेखन सहित नृत्य व मेहंदी आदि प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों से डॉ.रहमान, डॉ.फजल, डॉ.अशोक, डॉ.शंकर सहित अन्य अतिथियों ने विस्तार पूर्वक प्रोत्साहित करते हुए यही कहा कि प्रतियोगिता से बच्चों की प्रतिभा में निखार आती है….. अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ.जौहरी ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं बराबर आयोजित होती रहनी चाहिए।

अंत में निदेशिका डॉ.हेमा कश्यप ने आगामी 1 सितंबर 2019 को समापन समारोह में पुरस्कार वितरण करने की सूचना देते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच संचालनकर्ता अरुण कुमार ने अध्यक्ष की सहमति से उद्घाटन कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।

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