मधेपुरा के बीपी मंडल इंडोर स्टेडियम में रविवार को अंतर जिला कबड्डी प्रतियोगिता के उद्घाटन मैच में बालक वर्ग में सहरसा एवं बालिका वर्ग में मधेपुरा जिला ने जीत हासिल की | बालक वर्ग में जहाँ सहरसा ने अररिया को 7 अंक से हराया वहीं बालिका वर्ग में मधेपुरा ने यह मैच 23 अंक की बढ़त से अररिया को पराजित किया।
बता दें कि इस कबड्डी प्रतियोगिता का उद्घाटन बीएनएमयू के कुलसचिव डॉ.कपिलदेव प्रसाद यादव, मुख्य अतिथि डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष जय कांत यादव, सचिव अरुण कुमार एवं डीपीएस के निदेशक किशोर कुमार, वार्ड पार्षद रेखा देवी व ध्यानी यादव आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। आरंभ में मुख्य अतिथियों को अंगवस्त्रम व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया संघ सचिव अरुण कुमार ने जिनके प्रशंसनीय प्रयास के चलते कबड्डी ऊँचाइयों को प्राप्त करता जा रहा है।
इस अवसर पर उद्घाटनकर्ता कुलसचिव डॉ.के.पी.यादव ने कहा कि खेल से शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास होता है | कुलसचिव ने कहा कि मधेपुरा में कबड्डी की एक अलग पहचान बनी है। संघ अध्यक्ष जय कांत यादव सहित, निदेशक डॉ.किशोर कुमार, क्रिकेट संघ सचिव अमित कुमार आनंद, टीटी सचिव प्रदीप श्रीवास्तव आदि ने अपने संबोधन में यही कहा कि कबड्डी को यहाँ तक लाने में सचिव अरुण कुमार का बहुत बड़ा योगदान है।
मुख्य अतिथि डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने खिलाड़ियों को सर्वाधिक उत्साहित एवं प्रोत्साहित करते हुए यही कहा कि देश की एकता और अखंडता को मजबूती देते रहने में खिलाड़ियों का अहम योगदान है। भारतीय सिनेमा और भारतीय रेल की तरह भारतीय खेल भी मजहबों एवं जातियों के बीच की दीवारों को कमजोर करके देश को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता रहा है। डॉ.मधेपुरी ने चीन के खिलाड़ियों के संकल्पों की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि जिले के खिलाड़ियों में प्रतिभा की कमी नहीं है। रियांशी गुप्ता दर्जनों बार टीटी नेशनल खेलने वाली खिलाड़ी भी तो मधेपुरा की ही बेटी है….. यदि हिट कर गई तो ओलंपिक के मैदान में ही दिखेगी।
चलते-चलते यह भी बता दें कि खेल आरंभ होने से पहले उद्घाटनकर्ता… अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि सहित अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में नारियल फोड़कर खिलाड़ियों से परिचित हुए। निर्णायक की भूमिका में खेल शिक्षक मनीष कुमार, रितेश रंजन, गुलशन कुमार, प्रवीण कुमार, सुमित कुमार, अभिषेक कुमार, नीरज कुमार, मनीष कुमार एवं गौरी कुमार आदि थे। अंततक खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते रहे- निदेशक मृणाल कुमार, खेल शिक्षिका मीरा कुमारी, सविता कुमारी, वीरेंद्र कुमार विवेक, वरुण कुमार विशाल सहित अन्य खेल प्रेमीगण।