27 जुलाई 2015 को शिलांग में आईआईटी के छात्रों को “धरती को रहने योग कैसे बनाया जाये” विषय पर व्याख्यान देते-देते मिसाइल मैन डॉ.कलाम दुनिया को अलविदा कह दिये। भारतरत्न डॉ.कलाम के करीबी रह चुके डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने नगर परिषद के सदस्यों के सहयोग से तत्कालीन डीएम मो.सोहैल (आईएएस) द्वारा 22 मार्च 2018 को डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क का ओपन जिम के साथ उद्घाटन कराया था।
बता दें कि 27 जुलाई 2019 को प्रातः 7:00 बजे समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी के नेतृत्व में भारतरत्न डॉ.कलाम के नाम वाले उसी पार्क में बच्चे, बड़े एवं बुजुर्गों सहित सृजन दर्पण के रंगकर्मियों द्वारा पार्क की सफाई कर उन्हें उनकी पाँचवीं पुण्यतिथि पर याद किया गया। मौके पर डॉ.बीएन भारती, संतोष कुमार झा, ध्यानी यादव, निर्मल कुमार तिवारी, चंद्रकांत, राजकुमार, मो.शब्बीर आदि उपस्थित लोगों से डॉ.मधेपुरी ने “कलाम साहब….. अमर रहे” के नारे लगवाये। डॉ.मधेपुरी ने इसी दौरान बच्चों से कहा-
शिक्षा का कोई महत्व वहाँ नहीं रह जाता जहाँ पढ़े-लिखे लोग सड़क पर कचरा फेंके और दूसरे दिन उसे अनपढ़ व्यक्ति साफ करे।
यह भी बता दें कि अपराह्न 2:00 बजे कौशिकी साहित्य सम्मेलन भवन में चल रहे टीपीएस स्कूल के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों द्वारा आयोजित डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की पाँचवीं पुण्यतिथि समारोह में मुख्य अतिथि डॉ.भूपेन्द्र नारायण मंधेपुरी ने सर्वाधिक अनुशासित एवं उपस्थित रहने वाले छात्रों को पुरस्कृत करते हुए कहा कि डॉ.कलाम अंतिम साँस लेने तक शिक्षक की भूमिका निभाते रहे तथा ताजिंदगी वे विद्यार्थी बने रहे।
समारोह में स्वागताध्यक्ष की भूमिका में रहे प्राचार्य डॉ.हरिनंदन यादव व अध्यक्षता किया श्यामल कुमार सुमित्र ने। डॉ.कलाम को जिले के चौसा प्रखंड के महादेव लाल मध्य विद्यालय एवं मधेपुरा सदर स्थित समिधा ग्रुप के छात्र-छात्रा व शिक्षकों ने पाँचवीं पुण्यतिथि पर याद किया और श्रद्धांजलि दी।