बिहार इन दिनों एईएस और लू की चपेट में है। लगभग तीन सौ लोग जान गंवा चुके हैं। हालांकि आज मानसून के आगमन के साथ लगातार हो रही मौतों का सिलसिला जरूर रुकेगा। इधर सरकार भी अपनी ओर से हरसंभव कोशिश करने में जुटी है। इन आपदाओं से प्रभावित जिलों में हालात से निपटने के लिए डॉक्टर अन्य जिलों से लेकर राज्य के बाहर तक से बुलाए जा रहे हैं। स्पष्ट है कि राज्य में डॉक्टरों की कमी है। इसे देखते हुए सरकार ने डॉक्टरों को बहाल करने का निर्णय लिया है। जी हाँ, सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार राज्य में साढ़े छह हजार से अधिर डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी।
बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय प्रसाद ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के साथ ही अन्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए 2325 विशेषज्ञ डॉक्टर और करीब 4500 एमबीबीएस डॉक्टरों की नियुक्ति होगी। स्वास्थ्य विभाग ने नियुक्ति का प्रस्ताव सामान्य प्रशासन विभाग से स्वीकृत कराते हुए तकनीकी सेवा आयोग को भेज दिया है।
बता दें कि डॉक्टरों के साथ ही 9139 स्टॉफ नर्स (ए ग्रेड) की नियुक्ति भी होगी। सभी नियुक्तियों का प्रस्ताव आयोग को भेजा जा चुका है। उम्मीद की जानी चाहिए कि यह कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा और जल्द ही बहाली प्रक्रिया शुरू होगी।