ऑनलाइन पैसे भेजने यानि लेनदेन के लिए तीन तरीकों का इस्तेमाल होता है | ये तीन तरीके हैं- (1) आरटीजीएस (2) एनईएफटी और (3) आईएमपीएस | फिलहाल उपर्युक्त दो तरीकों से पैसा भेजने के बाबत सेवा-शुल्क को समाप्त करने की स्वीकृति पर आरबीआई ने सहमति दे दी है |
बता दें कि आईएमपीएस यानि तीसरे तरीके पर आरबीआई ने चुप्पी लगा दी है | आईएमपीएस यानि इमीडिएट मनी पेमेंट सर्विस भी एक प्रणाली है- तत्काल पैसा भुगतान सेवा…… इस सेवा का शुल्क एनईएफटी से अधिक होता है | आईएमपीएस का इस्तेमाल सिर्फ दो लाख रूपये तक के लेनदेन के लिए होता है |
अब स्पष्ट रूप से यह भी जान लें कि आरबीआई ने RTGS (रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट सिस्टम) एवं NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) के जरिये पैसे भेजने पर ग्राहकों को लगने वाली शुल्क को समाप्त करने की घोषणा कर दी है | साथ ही सभी बैंकों को इसका लाभ ग्राहकों को देने को कहा है | माना जा रहा है कि आरबीआई के निर्देश पर सभी बैंक जल्द ही इन दोनों माध्यमों से पैसा भेजने पर लगने वाले शुल्क को खत्म कर देंगे |
अंत में यह भी जान लें कि तत्काल दो लाख रुपये से अधिक की राशि दूसरे खाते में भेजने के लिए RTGS का उपयोग किया जाता है और दो लाख से कम राशि भेजने के लिए NEFT का इस्तेमाल होता है | इन दोनों जरिये से पैसे के लेनदेन पर अलग-अलग बैंक अलग-अलग शुल्क लेते है |
चलते-चलते यह भी बता दें कि जहाँ आरटीजीएस प्रणाली के तहत बड़ी राशि भेजी जाती है जिसे 30 मिनट के भीतर प्रत्येक बैंक द्वारा इस राशि को निर्देशित खाते में हस्तांतरित करना पड़ता है, वहीं दो लाख तक की राशि एनईएफटी के जरिये सोमवार से शुक्रवार तक 8:00 बजे सुबह से 7:00 बजे शाम तक एवं शनिवार को 8:00 बजे सुबह से 1:00 बजे दिन तक पैसे भेजे जा सकते हैं |