भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय विकास हेतु राज्य सरकार ने 5 लाख की राशि निर्गत कर दी है। साथ ही विश्वविद्यालय क्षेत्र के अंतर्गत सारे अंगीभूत कालेजों के लिए दो-दो लाख रूपये नैक कराने के मद्देनजर पुस्तकालय विकास हेतु निर्गत की गई है।
बता दें कि यह राशि विश्वविद्यालय एवं उसके अधीन सारे महाविद्यालयों को लाइब्रेरी मॉडिफिकेशन के लिए भेजी गई है। यदि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय द्वारा पुस्तक खरीद प्रक्रिया में नियमों का पालन नहीं किया गया तो संबंधित कुलसचिव एवं कॉलेज के प्रधानाचार्यों पर विधि संगत कार्रवाई की जाएगी।
चलते-चलते यह भी बता दें कि राज्य सरकार एवं राज भवन की ओर से गठित समिति द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के प्रधान को इस आशय का पत्र प्रेषित किया जाय कि इस राशि से केवल और केवल पुस्तकें ही क्रय की जाय और शीघ्रातिशीघ्र उपयोगिता प्रमाण-पत्र संबंधित पदाधिकारियों को उपलब्ध करा दिया जाय। क्योंकि महामहिम राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा है कि बिहार में उच्च शिक्षा के विकास में वित्तीय सहायता में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होगी, लेकिन जो विश्वविद्यालय या महाविद्यालय अपने दायित्वों को नहीं समझेंगे तथा विकास प्रयासों को आगे बढ़ाने में लापरवाही करेंगे, उनके विरुद्ध कार्यवाही भी होगी।