मधेपुरा में आजकल सवेरे से ही दोनों चुनावों की चर्चा में गर्माहट आने लगती है। एक ओर 15 अप्रैल को होने वाले मधेपुरा अधिवक्ता संघ के चुनाव की सरगर्मी प्रातः 6:00 बजे से ही कोर्ट में परवान चढ़ने लगती है तो दूसरी ओर 23 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों की प्रचार गाड़ियों से ध्वनि विस्तारक यंत्र द्वारा प्रस्फुटित गगनभेदी आवाज निकलने लगती है।
बता दें कि मधेपुरा लोकसभा चुनाव एवं मधेपुरा जिला अधिवक्ता संघ चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है। जहाँ जिला अधिवक्ता संघ के 21 पदों पर चुनाव होना है जिसके विरुद्ध कुल 37 अधिवक्ता प्रत्याशी चुनाव मैदान में खड़े हैं वहीं मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से एक सांसद पद के लिए चुनाव होना है जिसके निमित्त 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हैं।
यह भी जान लें की अधिवक्ता संघ चुनाव के निर्वाची पदाधिकारी अधिवक्ता अजय सहाय वर्मा और लोकसभा चुनाव के निर्वाचित पदाधिकारी डीएम नवदीप शुक्ला दोनों के दोनों चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर कृत संकल्पित हैं तथा पूरी तरह कटिबद्ध हैं। कहीं से भी कोई भेदभाव या किसी प्रकार के पक्षपात की कोई संभावना नहीं है।
यह भी बता दें कि मधेपुरा अधिवक्ता संघ के निर्वाची पदाधिकारी अजय सहाय वर्मा द्वारा संघ के 493 अधिवक्ता मतदाताओं सहित 14 पीठासीन सह गणक घोषित पदाधिकारियों को जानकारी दी गई कि 15 अप्रैल को सुबह 7:00 बजे से 12:00 बजे दिन तक अधिवक्ता संघ परिसर में बनाये गये 3 मतदान केंद्रों पर मतदान किये जाने हेतु सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। मतदान के तुरंत बाद मतगणना होगी और विजयी उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जायेगी।
चलते-चलते यह भी कि इस अधिवक्ता संघ चुनाव में सहायक निर्वाचक पदाधिकारी की भूमिका में लाल बहादुर सिंह एवं मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका में राजेन्द्र कुमार ने सभी 14 पीठासीन सह गणक पदाधिकारियों को चुनाव व मतगणना से संबंधित नियमों व शर्तों की विशेष जानकारियाँ दे दी है।