मधेपुरा के सर्वश्रेष्ठ महाविद्यालय टी.पी. कॉलेज के प्राचार्य डॉ.के.पी.यादव की उपस्थिति में छात्र जिला अध्यक्ष सोनू की अध्यक्षता में विश्व के महान समाजवादी चिंतक डॉ.राम मनोहर लोहिया की 110 वीं जयंती मनाई गई। संसदीय चुनावी आचार संहिता के चलते सादे समारोह के रूप डॉ.लोहिया की जयंती मनाई गयी। अपने अध्यक्षीय भाषण में छात्रनेता सोनू ने कहा कि 17 मई 1939 को आचार्य नरेंद्र देव की अध्यक्षता में समस्त समाजवादियों की उपस्थिति में अंजुमन-ए-इस्लामिया हॉल में यानि पाटलिपुत्र की धरती पर सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना हुई थी। छात्र प्रतिनिधि माधव, नवीन, प्रवीण, जापानी आदि ने भी उद्गार व्यक्त किया।
बता दे कि प्राचार्य डॉ.के.पी.यादव ने कहा कि जब भी डॉ.लोहिया के पिताश्री महात्मा गांधी से मिलने जाया करते तो बालक राम मनोहर को भी साथ ले जाते। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि गांधी जी के विराट व्यक्तित्व का लोहिया जी पर व्यापक असर पड़ा।
यह भी जानिए कि जब डॉ.लोहिया के करीबी रहे समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी से डॉ.राम मनोहर लोहिया के मधेपुरा आने की चर्चा की गई तो डॉ.मधेपुरी ने समाजवादी चिंतक भूपेन्द्र नारायण मंडल की चर्चा करते हुए यही कहा-
वर्ष 1964 में रासबिहारी विद्यालय के ऐतिहासिक मैदान में डॉ.लोहिया ने खुद यही कहा था….. हे मधेपुरा वासियों जानते हो मैं बार-बार मधेपुरा क्यों आता हूं……. इसीलिए कि मधेपुरा की धरती ने एक ऐसे सपूत को पैदा किया है जो भारतीय संसद में गरीबों के सवाल को निर्भीकता पूर्वक उठाता रहा है और आगे भी उठाता रहेगा……. तुम्हारा यह भूपेन्द्र नारायण मंडल सच्चा हीरा है…… यह हमेशा गरीबों के घर में दिया जलाता रहेगा और अंधकार मिटाता रहेगा…….।
डॉ.मधेपुरी ने आगे यही कहा कि डॉ.लोहिया देश की आजादी के लिए जीवन न्योछावर करने वाला महान योद्धा रहा है। देश की राजनीति में बदलाव लाने वाला शलाका पुरुष का नाम है डॉ.लोहिया। वर्ष 1967 में आधे दर्जन राज्यों में गैर कांग्रेसी सरकार बनाने वाले डॉ.लोहिया के नेतृत्व की चर्चा आज भी हर जगह होती है।