इटली के राइजिंग स्टार अवॉर्ड पाने वाले सहरसा निवासी व पीएमसीएच के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ.अभिजीत कुमार झा बिहार के प्रथम चिकित्सक होंगे। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.अभिजीत ने डर्मोस्कोपी का प्रयोग आरंभ किया और इस विषय पर अबतक उनका लगभग 100 से अधिक आलेख दुनिया के अंतरराष्ट्रीय स्तर के विभिन्न मैगजीनों में प्रकाशित हो चुका है।
बता दें कि दुनिया के सर्वाधिक चर्चित मैगजीन “जर्नल ऑफ अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी” में भी डॉ.झा के कई आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। फिलहाल वर्ल्ड कांग्रेस के लिए भेजे गये इनके सभी 5 शोध-पत्रों को ना केवल स्वीकृत किया गया बल्कि इन पांचो शोध-पत्रों को सर्वाधिक जनउपयोगी करार देते हुए डॉ.अभिजीत झा को इस कार्यक्रम में डब्लू सी डी राइजिंग अवार्ड से सम्मानित भी करने का निर्णय लिया गया। आयोजन समिति की ओर से डॉ.अभिजीत को अवार्ड प्राप्त करने हेतु विधिवत सूचना प्राप्त हो चुका है। वे 15 जून 2019 को एपेथिक कास्मेटिक डर्मेटोलॉजी- 2 पर संसार के जाने-माने चिकित्सकों के बीच सम्मानित किये जाएंगे।
चलते-चलते बता दें कि डर्मोस्कोपी के क्षेत्र में डॉ.अभिजीत की ऊंचाई उन बातों से आंकी जा सकती है कि वे 2021 तक के लिए इंटरनेशनल डर्मोस्कोपी सोसायटी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर चुन लिए गए हैं। जिसमें संसार के 168 देशों के 14187 सदस्य हैं। इस सोसाइटी के बोर्ड आफ डायरेक्टर बनने वाले डॉ.अभिजीत अपने देश के पहले चिकित्सक हैं। डॉ.अभिजीत 2018 के 16 जून को ग्रीस में आयोजित वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ़ डर्मोस्कोपी के दरमियान भी अवार्ड प्राप्त किए थे। गत वर्ष भी तो सहरसा कोर्ट के वरीय अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार झा अनिश व नंदा झा के सुपुत्र अभिजीत ने पीजीआई चंडीगढ़ में देश के जाने-माने चिकित्सकों के बीच डर्मोस्कोपी यंत्र के प्रयोग पर अपने व्याख्यान दिया था। डॉ.अभिजीत 2015 में कनाडा और 2017 में अमेरिका के फ्लोरिडा आदि कई देशों में अवार्ड प्राप्त कर अपने उत्कृष्ट शोध के जरिये प्रदेश एवं देश को सदैव गौरवान्वित करते रहेंगे।