रासबिहारी लाल मंडल, शिवनन्दन प्रसाद मंडल एवं भूपेन्द्र नारायण मंडल के सपने को साकार करने के लिए साहुगढ़ मधेपुरा में बी.एन.मंडल वाणिज्य महाविद्यालय को जमीन देकर कालेज स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी बालमुकुंद मंडल ने | उसी बालमुकुंद बाबू की प्रतिमा अनावरण समारोह का उद्घाटन करते हुए भू.ना.मंडल वि.वि. के प्रभारी कुलपति डॉ. जे.पी.एन.झा ने कहा कि कॉलेज पूरी तरह स्थापित हो गया है | अब इसके सर्वांगीन विकास हेतु छात्र-छात्राओं को बी.सी.ए. , एम.बी.ए. आदि रोजगारोन्मुखी शिक्षा देकर तरासने की जरुरत है |
समारोह की अद्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य डॉ.हीराकान्त मंडल ने कहा कि वे रात-दिन एक कर समाजवादी मनीषी भूपेन्द्र बाबू एवं प्रखर समाजसेवी बालमुकुंद बाबू के सपनों को साकार करने में लगे हैं |
महाविद्यालय की स्थापना व निर्माणारम्भ की न्यू की ईट बने डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी ने सर्वप्रथम समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज जो यह कॉलेज विशाल वट वृक्ष सा दिखता है वह 2 अक्टूबर 1975 को नन्हा सा बीज मात्र था, जिसमें पानी डालने का काम यहाँ के अधिवक्ताओं, बुद्धिजीवियों, गुरुओं ने पूरे मनोयोग से किया | साथ ही दूर-दराज के गांवों के गरीब किसान-मजदूर भी अपना भगवान मानने वाले मनीषी भूपेन्द्र नारायण मंडल के नाम वाले कॉलेज बनाने में अपना अंतर्कोष लुटाते रहे – जिसका गवाह है – त्रिमूर्ति : सचिव बालमुकुंद मंडल, प्रो. श्यामल किशोर यादव और डॉ. मधेपुरी | यह त्रिमूर्ति महीनों पदयात्रा पर निकल, बापू के गावों में जा-जाकर शिक्षा के इस मंदिर के लिए मदन मोहन मालवीय की तरह रुपए-आठ आने जमा करते रहे और आज सब कुछ आपके सामने है |

डॉ. मधेपुरी ने भावुक होकर कहा कि यहाँ के संस्थापक प्रधानाचार्य प्रो.श्यामल किशोर यादव, डॉ.के.के.मंडल एवं डॉ.हीराकान्त मंडल आदि ने ग्रामीण इलाके के बच्चों को आगे बढ़ाने हेतु सर्वाधिक प्रोत्साहन दिया तथा दे भी रहे हैं |
तिलका मांझी वि.वि. के प्रतिकुलपति रहे डॉ.के.के.मंडल, टी.पी.कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो.सच्चिदानंद, शशिशेखर यादव, महासचिव डॉ.अशोक कुमार, सिंडिकेट सदस्य विद्यानंद यादव, डॉ.परमानन्द यादव, डॉ.शवीर सहित डॉ.जौहरी, डॉ.अशोक, डॉ. के.पी. आदि प्राचार्यों एवं शिक्षाविदों ने कॉलेज स्थापना में योगदान देने वाली हस्तियां – लोकअभियोजक शिवनेश्वरी प्रसाद, लक्ष्मी नारायण मंडल, नंदकिशोर मंडल, गोविन्द प्र. यादव, परमेश्वरी प्र. दिवाकर, शिवनन्दन राय, सुरेन्द्र प्र. यादव, गजेन्द्र ना. यादव, दीप ना. मंडल आदि को स्मरण करते हुए शेष बचे वेदानन्द यादव, महेंद्र प्र. यादव, प्रधान जी सहित अन्य सबों की निष्ठा एवं लगन की विस्तृत चर्चा की जिनके कारण यह महाविद्यालय मूर्तरूप ले सका |
मौके पर डॉ.अलोक कुमार, पारो यादव, मनोज भटनागर सहित कॉलेज के शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं साहुगढ़ निवासी की उपस्थिति समारोह को भव्यता प्रदान करता रहा | अन्त में डॉ. नवीन कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया |