मधेपुरा के बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम में फ्यूचर क्लासेस द्वारा आयोजित शिक्षा सेमिनार में जाने-माने गणितज्ञ एवं सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार ने मधेपुरा के प्रतिभा संपन्न बच्चों से यही कहा कि धैर्य के साथ लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैदान में तब तक डटे रहना जब तक तुम अपने लक्ष्य को पा नहीं लो…… और हां ! उस अवधि में ध्यान को लक्ष्य से अलग कहीं भटकने नहीं देना….. साथ ही अपनी कमजोरियों को ताकत बनाकर सफलता प्राप्त करने तक हर पल लगे रहना…….।
बता दें कि शिक्षा सेमिनार का उद्घाटन मुख्य अतिथि गणितज्ञ आनंद कुमार, बीएनएमयू के कुलपति डॉ.अवध किशोर राय, डीएम नवदीप शुक्ला , एसडीएम वृंदालाल, रहमानी-30 के ओबैदुर रहमान आदि अन्य लोगों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया और आनंद कुमार को श्रृंगीऋषि के सिंहेश्वरनाथ बाबा भोलेनाथ मंदिर का दिव्य चित्र भेंट किया डीएम , कुलपति , समाजसेवी भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी व कुंदन कुमार आदि ने।
मौके पर जहाँ कुलपति डॉ.ए.के.राय ने कहा कि इस तरह के आयोजन से छात्रों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है वहीं जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला ने कहा कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए धैर्य के साथ अंत तक मैदान में डटे रहना चाहिए।
इस अवसर पर समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के संग लिखी अपनी पुस्तक- “छोटा लक्ष्य एक अपराध है” की एक प्रति गणितज्ञ आनंद कुमार को भेंट करने के बाद छात्रों से अभावों में जिंदगी जीने वाले डॉ.कलाम, आनंद कुमार जैसे अनेक उदाहरण पेश करते हुए बस यही कहा कि अपने अतीत को याद किये बिना ना तो कोई अपने भविष्य को गढ़ सकता है और ना ही वर्तमान में आगे बढ़ सकता है। डॉ.मधेपुरी ने आगे कहा कि आर्यभट्ट जैसा गणितज्ञ, गोरखनाथ जैसा अर्थशास्त्री और वशिष्ठ नारायण सिंह जैसा गणित ज्ञानी के बाद सूबे बिहार की धरती को यदि कोई गणितज्ञ गौरवान्वित करने जा रहा है तो उसका नाम है- सुपर थर्टी का सुपर आनंद कुमार।
चलते-चलते यही कि भीड़ इतनी और ऑटोग्राफ व सेल्फी लेने वाले छात्र-छात्राओं में जोश इतना कि आनंद सर को गाड़ी तक पहुंचाना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया।