मधेपुरा जिला मुख्यालय से लेकर दूरस्थ सभी प्रखंडों में, विश्वविद्यालय मुख्यालय के महाविद्यालयों में तथा सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों से लेकर छोटे-बड़े सभी चौक-चौराहों पर 70वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्साह पूर्वक तिरंगा लहराया गया। चारों ओर गणतंत्र दिवस की धूम मची रही।
बता दें कि जहाँ भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो.(डॉ.)अवध किशोर राय ने गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वजत्तोलन के बाद छात्र एवं शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर चिंतित दिखे वहीं एनर्जेटिक डीएम नवदीप शुक्ला (IAS) द्वारा बीएन मंडल स्टेडियम में ध्वजोत्तोलन करने के बाद खेल आदि अन्य विधाओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के जरिये जिले को ऊंचाई प्रदान करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत करते देखा गया।
यह भी बता दें कि 70वें गणतंत्र के सूर्योदय के साथ ही प्रातः 7:00 बजे डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क में सर्वप्रथम राष्ट्रीय ध्वज फहराया मधेपुरा के कलाम कहे जाने वाले समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने। ध्वजोत्तोलन के बाद डॉ.मधेपुरी ने बच्चों से कहा कि आज की तारीख यानी 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू किया गया और आपका सुयोग्य नागरिक बनना ही संविधान का सम्मान है। उन्होंने बच्चों को भारत का भविष्य बताया।
पुनः 8:00 बजे सुबह डॉ.मधेपुरी द्वारा भूपेन्द्र चौक पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय ध्वजोत्तोलन स्कूली बच्चे-बच्चियों व गणमान्यों के बीच किया गया और तिरंगे को सलामी देने के बाद उन्होंने कहा कि संविधान सभा के 308 सदस्यों में एक चतरा निवासी कमलेश्वरी प्रसाद यादव भी थे। जहाँ एक ओर डॉ.मधेपुरी ने यू.के इंटरनेशनल और नन्हें कदम (प्ले स्कूल) के बच्चों को जमकर उत्साहित किया वहीं दूसरी ओर सेंट जॉन पब्लिक स्कूल एवं जीनीयस पब्लिक स्कूल के छात्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि गांधीयन मिसाइल मैन डॉ.कलाम उनसे यही कहा करते थे कि तुम्हारे अंदर जो बेहतरीन है उसे बच्चों को देखकर जाना- इसलिए डॉ.मधेपुरी आज दिन भर बच्चों के कार्यक्रमों में व्यस्त दिखे।