विकास पुरुष कहलाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कोसी-बागमती के संगम के संगम पर पुनर्स्थापित बीपी मंडल सेतु (डुमरी पुल) के उद्घाटन करने के बाद महती जनसभा को संबोधित करते हुए यही कहा गया कि सेतु के शुरू हो जाने से खगड़िया सहित कोसी व आस-पास के जिलों के लोगों की परेशानी दूर हो गई है। उद्घाटन के साथ ही डुमरी के बी.पी.मंडल सेतु पर वाहनों का परिचालन शुरू हो गया।
सीएम ने लोगों से यह भी कहा कि सहायक सड़कों व सेतुओं के निर्माण के साथ ही हम शीघ्र ही सूबे के किसी भी कोने से 5 घंटे के अंदर राजधानी पहुंचने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। तब सूबे के लोगों को यात्रा में और अधिक सहूलियत होगी।
नीतीश कुमार ने विकास की विस्तृत चर्चा करते हुए यही कहा कि बदलाघाट से सहरसा की दूरी मात्र 15 किलोमीटर रहने के बावजूद 4 नदियों (बागमती, कात्यायनी, कमला, कोसी) के कारण लोगों को 75 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि ये चारों उच्चस्तरीय पुल 13 करोड़ 96 लाख की लागत से बन जाने के बाद सहरसा, सुपौल, मधेपुरा की दूरी बहुत घट जायेगी।
यह भी बता दें कि जल्द ही 1380 करोड़ 61 लाख की लागत से एनएच-107 का चौड़ीकरण होगा जिसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य अंतिम चरण में है। उसकी लंबाई भी बढ़ाकर 180 किलोमीटर की जाएगी जिसके लिए टेंडर की सारी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं। इसके अलावे चौड़ीकरण कार्य पूर्ण होते ही बीपी मंडल सेतु के समानांतर और पुल निर्माण कराने की चर्चा ही नहीं बल्कि अनुशंसा भी की गई है।
चलते-चलते यह भी बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एक नया स्टेट हाईवे- 95 (मानसी से हरदी चौघारा तक) का निर्माण शुरू किया जाएगा जिसके लिए डीपीआर भी तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि यह टू लेन हाईवे बनेगा जिससे खगड़िया, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा आदि जिलों को सर्वाधिक लाभ मिलेगा।