अतिपिछड़ा, दलित-महादलित एवं अल्पसंख्यक सम्मेलनों के बाद शनिवार को जदयू महिला समागम के जिला सम्मेलनों का भव्य आगाज हुआ। तीन दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन समस्तीपुर, मधेपुरा, पश्चिमी चम्पारण, सीतामढ़ी एवं शिवहर (संयुक्त), रोहतास, पूर्णिया, जहानाबाद एवं अरवल (संयुक्त), गोपालगंज, वैशाली एवं नवादा में सम्मेलन का आयोजन हुआ।
मधेपुरा में महिला समागम का सम्मेलन स्थानीय जीवन सदन में हुआ जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। पूर्व मंत्री सह विधायक लेसी सिंह ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया, वहीं पूर्व मंत्री सह विधायक नरेन्द्र नारायण यादव मुख्य अतिथि थे। जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप, विधायक निरंजन मेहता, प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल तथा मधेपुरा जिला जदयू के प्रभारी भगवान चौधरी विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। लेसी सिंह के साथ जो नेत्रियां कार्यक्रम में शामिल हुईं, उनमें प्रमुख हैं मंजू देवी उर्फ गुड्डी जी, शगुफ्ता अजीम, ललिता देवी, स्मिता सिन्हा, ललिता जायसवाल, रेणु झा एवं मुन्नी देवी। कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू जिलाध्यक्ष बिजेन्द्र नारायण यादव ने किया, जबकि संचालन महिला जदयू की जिलाध्यक्ष मीना देवी ने किया।
उधर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह नवादा में विशेष रूप से उपस्थित रहे। वहीं महिला समागम के लिए गठित 12 टीमों की शेष नेत्रियों में कहकशां परवीन, सांसद समस्तीपुर में, डॉ. रंजू गीता, स.वि.स. पश्चिमी चम्पारण में, कविता सिंह, स.वि.स. सीतामढ़ी एवं शिवहर (संयुक्त) में, रेणु देवी, पूर्व स.वि.स. रोहतास में, प्रो. हरपाल कौर, पूर्व अध्यक्ष, महिला जदयू पूर्णिया में, अंजली सिन्हा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य जहानाबाद एवं अरवल (संयुक्त) में, डॉ. भारती मेहता, प्रदेश प्रवक्ता गोपालगंज में, अंजुम आरा, प्रदेश प्रवक्ता वैशाली में एवं श्वेता विश्वास, प्रदेश प्रवक्ता नवादा में मौजूद रहीं।
नवादा में महिला समागम को संबोधित करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आधी आबादी को वो स्थान और सम्मान दिया है जिसकी वो हकदार थी लेकिन उसे इससे वंचित रखा जाता था। स्वतंत्र भारत में किसी मुख्यमंत्री ने महिलाओं एवं बालिकाओं के उत्थान के लिए इतने कार्य नहीं किए जो बिहार में उनके शासनकाल के 13 वर्षों में देखने को मिले हैं।
गौरतलब है कि जिला महिला समागम में नेत्रियों ने जिन विषयों पर संवाद किया, वे हैं: सुशासन के कार्यक्रम, पूर्ण शराबबंदी, दहेजप्रथा-बालविवाह-भ्रूण-हत्या उन्मूलन, सात निश्चय, महिलाओं को रोजगार एवं शिक्षा और स्वास्थ्य। सभी नेत्रियों ने जहां एक ओर सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा की, वहीं सामाजिक सरोकार से जुड़े अभियानों के लिए महिलाओं को प्रेरित किया। चलते-चलते बता दें कि नीतीश कुमार के विकास कार्यों एवं सामाजिक सरोकार से जुड़े अभियानों में आस्था रखने वाली सभी महिलाएं समागम के सम्मेलन में भाग ले रही हैं एवं पंचायत, प्रखंड, जिला व प्रदेश स्तर पर पार्टी की सभी इकाइयां इसके लिए सक्रिय सहयोग कर रही हैं।