कोहली ने स्वयं को और ‘विराट’ कर लिया है। जी हाँ, वे वनडे इतिहास में सबसे तेज 10 हजार रन पूरा करने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। भारत-वेस्टइंडीज के बीच दूसरे वनडे मैच में उन्होंने ये शानदार रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। यही नहीं, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 259 पारियों में ये आंकड़ा छुआ था, जबकि कोहली को यहां पहुंचने के लिए महज 205 पारियों की ही जरूरत पड़ी।
गौरतलब है कि विराट कोहली ने 73 टेस्ट की 124 पारियों में 8 बार नाबाद रहते 6331 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 24 शतक, 19 अर्धशतक और 6 दोहरे शतक जड़े हैं। बात अगर 213 वनडे मैचों की करें, तो इसकी 205 पारियों में 36 बार नाबाद रहते हुए विराट 10,000 रन बना चुके हैं। एकदिवसीय मैचों में वे 36 शतक और 49 अर्द्धशतक लगा चुके हैं। वहीं टी20 में उन्होंने 62 मुकाबलों में 18 अर्द्धशतक की मदद से 2102 रन बनाए हैं। उधर भारतरत्न तेन्दुलकर की बात करें तो कुल 463 वनडे मैचों में उन्होंने 86.23 की स्ट्राइक के साथ 18,426 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 49 शतक समेत 96 अर्धशतक भी जमाए। बात अगर टेस्ट की करें तो 200 मैचों में उन्होंने 51 शतक और 68 अर्धशतक की मदद से 15,921 रन बनाए।
चलते-चलते बता दें कि कोहली से पहले विश्व के 12 बल्लेबाजों ने वनडे में 10,000 रन पूरे किए हैं। इनमें उनके और तेन्दुलकर (18,426 रन) के अलावे भारत के तीन और महान खिलाड़ी – सौरव गांगुली (11,363), राहुल द्रविड़ (10,889) और महेंद्र सिंह धोनी – (10,123) शामिल हैं। कुल मिलाकर, विराट कोहली का सिर्फ नाम ही विराट नहीं है। ये शख्स अपने नाम की तरह ‘विराट’ काम भी कर रहा है। रिकार्डों का अंबार लगा चुका ये नायाब खिलाड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में भी सचिन को पीछे छोड़ चुका है।