अपराध के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए तथा रेल दुर्घटना या ट्रेन से गिरकर मौत हो जाने के बावजूद रेल पुलिस के देर से पहुंचने अथवा यदाकदा विधि-व्यवस्था को शीघ्रातिशीघ्र कंट्रोल न कर पाने…. आदि पर सम्यक विचार करते हुए मधेपुरा के साथ-साथ अररिया और कुरसेला में भी रेलथाना खोलने के लिए मांगे गये कागजातों के साथ कटिहार रेल एसपी डॉ.दिलीप कुमार मिश्र ने राज्य मुख्यालय से स्वीकृति प्राप्ति हेतु प्रस्ताव भेजा है। रेल थाना भवन निर्माण के लिए डीआरएम को भी 30×20 मी. जमीन चिन्हित कर देने के लिए पत्र भी लिखा गया है।
बता दें कि फिलहाल मधेपुरा , अररिया और कुरसेला रेल परिसर की निगरानी अलग-अलग जिले के रेल थानों द्वारा की जाती है | फलस्वरूप दूरी अधिक होने के कारण कभी-कभी विधि व्यवस्था की स्थिति भी बन आती है |
यह भी जानिए कि बुधमा स्टेशन तक का परिसर सहरसा रेल थाना की देख-रेख में है और उससे आगे का क्षेत्र बनमनखी रेल थाना के क्षेत्राधिकार में पड़ता है, जिसकी दूरी अधिक है। अस्तु मधेपुरा में तो रेल थाना बनना ही बनना है | कुरसेला और अररिया को भी इसी योजना में शामिल कर लिया गया है।
चलते-चलते यह भी बता दें कि सुपौल और सरायगढ़ में भी रेल थाना खोलने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि इसमें कुछ वक्त लगेगा, क्योंकि फिलहाल सहरसा-सुपौल-सरायगढ़ रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बंद है। इस रेलखंड पर आमान परिवर्तन कार्य किया जा रहा है।
मौके पर रेल एसपी डॉ.मिश्रा ने मधेपुरा अबतक को बताया कि सभी रेल थानाध्यक्षों को 24 घंटे चेकिंग , यात्री सुरक्षा तथा नशा खुरानी की घटना नहीं हो इसके लिए हमेशा चौकसी बरतने के लिए कड़े निर्देश दिये गये हैं।