भू.ना.मंडल वि.वि.स्नातकोत्तर हिन्दी विभागाद्यक्ष डॉ.विनय कुमार चौधरी की अद्यक्षता में लोकार्पण संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बी.एच.यू. के पूर्व हिन्दी विभागाद्यक्ष एवं ख्यातिप्राप्त आलोचक डॉ.चौथीराम यादव ने हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डॉ.सिद्देश्वर काश्यप की पुस्तक “नव्यवादी हिन्दी लेखक”का लोकार्पण किया |
डॉ.काश्यप ने पुस्तक परिचय देते हुए कहा कि इस पुस्तक में वैसे लेखकों की समीक्षा दृष्टि पर प्रकाश डाला गया है जो साहित्य की विविध विधाओं में कथ्य, भाषा और शिल्प को नव्यता प्रदान करने में समर्थ हैं | उक्त कथन के प्रमाण हैं – भारतेन्दु, बालकृष्ण भट्ट, उग्र जी, बेनीपुरी, अमृत लाल नगर, श्री लाल शुक्ल, विद्या निवास मिश्र |

डॉ. विनय कुमार चौधरी ने कहा कि डॉ. काश्यप की आलोचनात्मक दृष्टि मूल्यपरक है और साहित्य की नव्यता और मानवधर्मिता का उद्घाटन इनकी आलोचना का मर्म है | हिन्दी पत्रकारिता पर प्रकाशित इनकी कई पुस्तकें चर्चित हैं |
डॉ.चौथीराम यादव ने इस पुस्तक की विभिन्न विधाओं की नव्यता को उद्घाटित किया और कहा कि लेखक की आलोचना दृष्टि मूल्यपरक एवं मानवीय है | इस अवसर पर डॉ.नरेश कुमार, डॉ.मोहित घोष, डॉ.पी.एन.सिंह, डॉ.ओम प्रकाश, डॉ.विमला, अंतरा, कल्पना, अभिनव, सुनील, संजीव, मनोज, विद्या सागर, फर्जी कवि डॉ. अरुण कुमार, डॉ.सीताराम शर्मा आदि मौजूद थे |