भारत की एक निजी विमानन कंपनी ‘स्पाइसजेट’ ने देश की पहली “जैव जेट ईंधन’ से चलने वाली फ्लाइट का सफल परिचालन किया | इस सफल परीक्षण उड़ान के साथ ही भारत दुनिया के उन गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है जहाँ विमानों को उड़ाने में जैव ईंधन का प्रयोग होने लगा है | अब भारत उन चुनिंदा देशों के ‘क्लब’ में शामिल हो गया जिसके पास यह क्षमता है |
बता दें कि इस कंपनी द्वारा निर्मित बंबार्डियर क्यू-400 विमान ने जैव ईंधन का इस्तेमाल करते हुए 43 मिनट में देहरादून से दिल्ली तक की उडान भरी | एयरलाइंस ने बताया कि इस उड़ान में भारत ने पहली बार जैव जेट ईंधन का आंशिक रूप से उपयोग किया- जिसमें 75% एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) तथा 25% ही जैव जेट ईंधन (JJF) का मिश्रण था |
यह भी जानिए कि इस क्यू-400 विमान में कुल 78 सीटें होने के बावजूद इस परीक्षण उड़ान में केवल 20 लोग ही सवार हुए थे जिसमें नागर विमानन महानिदेशालय एवं स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं एम डी अजय सिंह के साथ IIP के कुछ वैज्ञानिक भी थे |
चलते-चलते यह भी बता दें कि उत्तराखंड राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जहाँ इस परीक्षण विमान को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर फ्लैग ऑफ किया वहीं से दिल्ली पहुंचने पर अगवानी हेतु हवाई अड्डे पर पूर्व से पहुंचे हुए थे- भारत सरकार के मंत्री द्वय नितिन गडकरी एवं सुरेश प्रभु के अतिरिक्त कुछ वैज्ञानिक भी |