CM Nitish Kumar in Chennai

करुणानिधि की घोषणा को परिणति दें स्टालिन: नीतीश कुमार

गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चेन्नई में स्व. एम करुणानिधि की स्मृति में आयोजित सभा में शामिल हुए। इस मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि स्व. करुणानिधि ने कहा था कि अगर डीएमके सत्ता में वापस आई तो लोकहित में शराबबंदी को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। उनके उत्तराधिकारी के रूप में अब एमके स्टालिन का यह दायित्व बनता है कि वह करुणानिधि की घोषणा को तार्किक परिणति तक पहुंचाएं।

गौरतलब है कि डीएमके ने वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में शराबबंदी को प्रमुखता दी थी। बिहार में लागू शराबबंदी की प्रतिध्वनि उनकी घोषणा में परिलक्षित हुई थी। अपने एक इंटरव्यू में करुणानिधि ने कहा था कि जब बिहार में शराबबंदी हो सकती है तो फिर तमिलनाडु में क्यों नहीं? इस ओर इंगित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाने जा रहा है। राष्ट्रपिता के प्रति सबसे बड़ा सम्मान यह होगा कि इस मौके पर पूरे देश में शराबबंदी लागू की जाए। उन्होंने कहा कि बिहार में लागू पूर्ण शराबबंदी बापू के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है।

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. करुणानिधि को याद करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे सामाजिक न्याय एवं समानता के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहे। उन्होंने जीवन भर गरीब एवं पिछड़ों के हक की लड़ाई लड़ी। सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए मंडल कमीशन की रिपोर्ट के अनुरूप आरक्षण नीति को लागू करने में उनकी अहम भूमिका रही। केन्द्र में सरकार के गठन में भी स्व. करुणानिधि ने कई बार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपनी राजनीतिक कुशलता का परिचय दिया। उनके नहीं रहने से तमिलनाडु के राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में एक युग का अंत हो गया है।

बता दें कि स्मृति-सभा में भाजपा की ओर से केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भाग लिया, जबकि विपक्षी दलों में कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद, सीपीएम की ओर से सीतारीम येचुरी, नेशनल कांफ्रेंस की ओर से फारूक अब्दुल्ला, टीएमसी की ओर से डेरेक ओ ब्रायन आदि नेताओं ने हिस्सा लिया।

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