ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मधेपुरा शाखा के स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी राजयोगिनी रंजू दीदी की अध्यक्षता में ब्रम्हाकुमारी संस्था की मुख्य प्रशासिका रही दादी प्रकाशमणि की पुण्यतिथि को (11वीं वर्षगांठ पर) ‘स्नेह मिलन समारोह’ के रूप में आयोजित किया गया | समारोह में समाजसेवी साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी को मुख्य अतिथि, वरिष्ठ व्यापारी दिनेश सर्राफ एवं मंडल विश्वविद्यालय के HOD, Zoology डॉ.अरुण कुमार को विशिष्ट अतिथि के रुप में मंच संचालक बी.के. किशोर ने ससम्मान आसन ग्रहण कराया | कार्यक्रम का शुभारंभ सभी श्रद्धालुओं ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर किया |
बता दें कि उपस्थित श्रद्धालु नर-नारियों को संबोधित करते हुए डॉ.मधेपुरी ने दादी प्रकाशमणि के बाबत यही कहा कि दादी जी में प्रेम-स्नेह, शील और शक्ति का अद्भुत समन्वय था | तभी तो 40 वर्षों तक ब्रम्हाकुमारी विश्वविद्यालय को नेतृत्व-प्रदान करने वाली दादी जी को विभिन्न देशों द्वारा राजकीय अतिथि का दर्जा दिया जाता रहा | संयुक्त राष्ट्र ने तो दादी प्रकाशमणि को “विश्व शांति दूत” सरीखे सम्मान से सम्मानित किया था | अंत में उन्होंने विश्वगुरु रवींद्रनाथ ठाकुर को संदर्भित करते हुए यही कहा कि दादी प्रकाशमणि का आध्यात्मिक प्रकाश जिस पर पड़ेगा वह व्यक्ति अहंकार शून्य हो जायेगा |रवींद्रनाथ ने भी यही कहा है- हे देव बहा दो अहंकार ….. मेरे ही आंसू जल में…..
अध्यक्षीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए ब्रह्माकुमारी रंजू दीदी ने अपने संबोधन में यही कहा कि दादी जी सदा यही कहती रही कि जैसा कर्म हम करेंगे, वैसा ही फल हमें मिलेगा | सफाई और सच्चाई हर किसी के जीवन को सँवारता है | खुश रहने और खुशियाँ बांटने से वातावरण उत्साह-उमंग से भर जाता है | अंत में उन्होंने यही कहा कि शांति की कामना न करें बल्कि इच्छाओं को शांत रखें तो शांति खुद-ब-खुद पास आ जाएगी और परमात्मा से सम्बन्ध जुड़ता चला जाएगा |
मौके पर विनय वर्धन उर्फ खोखा यादव, उपेंद्र रजक, डॉ.एन.के.निराला, ओम प्रकाश यादव, रंजीत कुमार, विजय यादव, राजयोगिनी ब्रम्हाकुमारी बबीता देवी, दुर्गा बहन , संजीव भाई , बैजनाथ यादव एवं कार्यक्रम संचालक ब्रह्माकुमार किशोर भाई श्रद्धालुओं द्वारा सम्मानपूर्वक प्रसाद ग्रहण करने तक मौजूद रहे |