मधेपुरा जिला पुलिस मित्र संघ पिछले चार-पाँच दिनों से बापू के सत्य के लिए आग्रह यानी सत्याग्रह को आगे धकेल कर “आमरण अनशन” पर उतर गये हैं और उसी क्रम में तीसरा दिन आते-आते चार अनशनकारियों – विवेक कुमार , कैलाश पासवान , सागर यादव एवं दिनेश पासवान में से एक कैलाश पासवान की हालत ऐसी विगड़ी कि उन्हें प्रशासन द्वारा अस्पताल में ईलाज हेतु ले जाया गया |
ये भी जानें कि अनशनकारी पुलिस मित्र की सुधि जिला प्रशासन भी जब नहीं लेगी तो हताश-निराश होकर वे अगले दिन मुख्यमंत्री का पुतला दहन करेंगे और तब भी बात नहीं बनी तो आगे खुद की देह में आग लगाकर “आत्मदाह” करेंगे – जो पूर्णत: एक दंडनीय अपराध है | मौके पर जिला परिषद अद्यक्ष मंजू देवी ने कहा भी कि इसे किसी रूप में सत्याग्रह नहीं कहा जा सकता है |
एक ओर पुलिस अधीक्षक आशीष भारती का कहना है कि पुलिस मित्रों के बाबत न तो कहीं से कोई सूची प्राप्त है और नहीं कोई निर्देश |

यह भी जानें कि भूपेन्द्र कला भवन में आयोजित पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने आये मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव ज्योंहि गाड़ी से उतरे कि अनशनकारी पुलिस मित्र संघ के सदस्यों ने उन्हें घेर कर अपनी बात सुनाई तथा एक आवेदन भी हस्तगत कराया | मंत्री महोदय ने जबाब में बस इतना ही कहा कि मैं तो अभी पार्टी के कार्यक्रम में आया हूँ | बाद में जिला प्रशासन से सही जानकारी प्राप्त कर सरकार से विधि संगत सिफारिश करूंगा |
शहर के बुद्धिजीवियों के बीच इस बात की चर्चा अब होने लगी है कि डी.एम.गोपाल मीणा तो आ गये हैं, अब तो उन्हें तथ्यों की जानकारी प्राप्त कर मीडिया के माध्यम से लोगों के साथ-साथ मंत्री जी को भी सच से रू-ब-रू करा देना चाहिए , क्योंकि दो दिन पूर्व से दो महिला पुलिस मित्र निर्मला देवी एवं रुकिया देवी द्वारा “आमरण अनशन” कार्यक्रम में सम्मिलित हो जाने से आमरण अनशनकारियों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है . . . . !