मधेपुरा जिले में 72वें स्वतंत्रता दिवस को पूरे उत्साह के साथ समारोह पूर्वक मनाया गया। बता दें कि मधेपुरा में नवनिर्मित डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के नाम वाले पार्क में समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस पर पहली बार राष्ट्रीय ध्वजोत्तोलन करने के बाद उपस्थित स्कूली बच्चे-बच्चियों एवं बुजुर्गों के बीच अपने संक्षिप्त संबोधन में यही कहा कि सबसे पहले 1905 ई. में यह तिरंगा कलकत्ता के ग्रीन पार्क में पी.वेंकैया नामक व्यक्ति द्वारा फहराया गया था और 1906 ई. में भीकाजी कामा नामक एक साहसी पारसी महिला द्वारा जर्मनी में फहराया गया था।
बता दें कि डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क से सटे बी.एन.मंडल स्टेडियम में जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला (भाप्रसे) द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। वहीं बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय में विद्वान कुलपति डॉ. (प्रो.) अवध किशोर राय द्वारा, टीपी कॉलेज में प्रधानाचार्य डॉ.के.पी.यादव द्वारा एवं किरण पब्लिक स्कूल में निदेशक अमन प्रकाश द्वारा 72वां स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। कुलपति ने अपने सारगर्भित संबोधन में ज्ञान की विस्तृत चर्चाएं करते हुए कहा कि आगे किसी विशेष अवसर पर विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे प्रत्येक विधा के वैसे छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा जो प्रदेश एवं देश के स्तर पर इस विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगे।
अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष भी समाजसेवी डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी ने समाजवादियों के रहवर मनीषी भूपेन्द्र नारायण मंडल के नामवाले भूपेन्द्र चौक पर डॉ.आलोक कुमार, डॉ.लल्लन प्रसाद अद्री, संतकुमार, आनंद सहित शांति मध्य विद्यालय की छात्राओं एवं विद्यालय प्रधान श्रीमती लता देवी की टीम के बीच राष्ट्रीय ध्वजोत्तोलन किया और कहा कि सैकड़ों वर्षो तक हमारे पुरखों ने कुर्बानियां दी तब हमें 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली और हम आजाद भारत में तिरंगा लहराते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर, महात्मा गांधी, भूपेन्द्र नारायण मंडल, डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम जैसे कुछ लोग तो ऋषि का जीवन जीते हुए अपना सब कुछ देश के लिए न्योछावर कर दिया……. बच्चों ! उनकी जय करो…… उनके आचरण को जीवन में उतारो….. तथा सूरज की तरह चमकने के लिए सूरज की तरह जलना सीखो।