मंडल विचार मंच एवं भारत साहित्य संगम के तत्वावधान में 9 अगस्त को प्रो.श्यामल किशोर यादव की अध्यक्षता में संकल्प दिवस मनाया गया। इस मौके पर उपस्थित मंडल के लोगों ने एक स्वर से सामाजिक न्याय के पुरोधा सह सामाजिक वैज्ञानिक बी.पी.मंडल को भारतरत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की।
इस अवसर पर समाजसेवी साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने अपने संबोधन में भारतरत्न डॉ.कलाम एवं भारतरत्न मदर टेरेसा के बीच हुई चर्चाओं को विस्तार देते हुए डॉ.कलाम की वाणी को यूँ उद्धृत किया- हे ईश्वर ! अभी मदर को धरती पर रहने दो, क्योंकि जिसे धरती पर अपना घर नहीं…… मदर का हृदय उसका घर है।
आगे डॉ.मधेपुरी ने कहा कि बी.पी. मंडल का भी हृदय उतना ही विशाल रहा है तभी तो उन्होंने भारत के सभी धर्मों की 3743 जातियों में जो जहाँ सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े मिले उन्हें सूचीबद्ध कर विशेष अवसर (27%आरक्षण) देकर विकास की मुख्यधारा में लाने की अनुशंसा अपने रिपोर्ट में की। अस्तु बी.पी.मंडल को भारतरत्न अवश्य मिले।
जहाँ अपने संबोधन के अंत में डॉ.मधेपुरी ने कहा कि संविधान के प्रावधानों में लुक-छिप कर संशोधन करना बिल्कुल गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट को संविधान में संशोधन का काम अपने ऊपर नहीं लेना चाहिए वहीं मंडल विचार के प्रो.श्यामल किशोर यादव एवं साहित्य संगम के संस्थापक डॉ.अमोल राय ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आरक्षित वर्ग की सीमा निर्धारित कानून को सरकार पूर्ववत बनाये रखने के लिए समुचित पहल करे।
मौके पर गुरुओं के गुरु रहे सुकवि सत्यनारायण पोद्दार ‘सत्य’ द्वारा रचित ग्रंथ “वज्रपात” का विमोचन साहित्यकारों- डॉ.मधेपुरी, प्रो.श्यामल किशोर, डॉ.अमोल राय, डॉ.इंद्र नारायण, डॉ.विनय कुमार चौधरी, सियाराम यादव मयंक, प्राचार्य डॉ.एस.पी.यादव द्वारा उनके सुपुत्र विश्वविद्यालय प्रोफेसर डॉ.समरेंद्र नारायण आर्य सहित अन्य पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति में किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित करने के बाद उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि द्वारा किया गया फिर स्थानीय गायक रोशन कुमार द्वारा गाये गये स्वागत गान एवं संगीतज्ञ गांधी कुमार द्वारा साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी के मंडल गीत बी.पी.वंदना की प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा। लगे हाथ सृजन दर्पण के अध्यक्ष ओमप्रकाश एवं सचिव बिकास कुमार के निर्देशन में “मंडल मसीहा की आवाज” लघु नाटक का मंचन भी किया गया। मौके पर प्रमंडलीय शिक्षक संघ के सचिव परमेश्वरी प्रसाद यादव, मोहन मंडल, स्वदेश कुमार, राजेश मेहता, संजीव मेहता. योगी जनक सहित अधिवक्ता हरेंद्र नारायण आर्य, अंजनी कुमार, विदुषी डॉ.रेखा आर्या, डॉ.शैलेंद्र, कुमारी नूतन, प्रभाकर पोद्दार, राजेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।