कमाल के कोहली

कप्तान विराट कोहली की इंग्लैंड में पहली टेस्ट सेंचुरी की बदौलत बर्मिंगम टेस्ट में भारत की उम्मीदें अभी भी जिन्दा हैं। गुरुवार को बर्मिंगम में बेन स्टोक्स की गेंद पर चौका मारते ही कोहली ने इंग्लिश धरती पर पहली बार टेस्ट शतक लगाया। यह उनके टेस्ट करियर का 22वां शतक है। कोहली ने इस पारी में 149 रन बनाए। उनकी जुझारू पारी की बदौलत पहली पारी में भारत ने 274 रन जुटाए। हालांकि इंग्लैंड के स्कोर 287 से फिर भी वह 13 रन पीछे रहा। उधर दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने एलिस्टर कुक का विकेट खोकर 9 रन बनाए और इस तरह उसकी कुल बढ़त 22 रनों की हो गई है।

बहरहाल, कोहली ने 172 गेंद की पारी में 14 चौके लगाकर अपनी सेंचुरी पूरी की। यह पारी उनकी आक्रामक पारी के विपरीत रही। उन्हें इंग्लैंड की मजबूत गेंदबाजी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा पारी में काफी लंबे समय तक उन्होंने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ उपयोगी साझेदारी की। उन्होंने पहले नौवें विकेट के लिए इशांत शर्मा के साथ 35 रन जोड़े जिसमें इशांत का योगदान पांच रनों का रहा। कोहली को इसके बाद उमेश यादव का अच्छा साथ मिला। यादव ने हालांकि एक ही रन बनाया लेकिन उन्होंने दसवें विकेट के लिए कोहली के साथ 57 रन जोड़े। कोहली की इस पारी की क्या अहमियत है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनके बाद दूसरा सबसे बड़ा स्कोर शिखर धवन का रहा जो केवल 26 रनों का है।

गौरतलब है कि कोहली की 149 रनों की पारी किसी भारतीय कप्तान द्वारा खेली गई दूसरी सबसे बड़ी पारी है। 1990 में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने मैनचेस्टर में 179 रनों की पारी खेली थी। वहीं मंसूर अली खान पटौदी ने 1967 के इंग्लैंड दौरे पर लीड्स में 148 रनों की पारी खेली थी।

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