संसार के सर्वाधिक बड़े शहरों में एक है जापान की राजधानी ‘टोकियो’ | टोकियो से प्रकाशित होने वाले जापान का सबसे प्रसिद्ध अखबार ‘योमिउरी शिमबन’ में भारत के सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार के ऊपर विस्तार से एक लेख छपी है | लेख में आनंद कुमार को छात्रों का रोल मॉडल बताया गया है |
बता दें कि जापानी अखबार के लेख में यह बताया गया है कि आनंद कुमार विगत 17 साल से निरंतर गरीब एवं जरूरतमंद छात्रों की हर तरह से मदद करते आ रहे हैं | आनंद सर के इस कृत्य को भारत ही नहीं देश-विदेश के लोग भी प्रशंसनीय कार्य बताते हैं | तभी तो जापानी अखबार में छपे लेख में आनंद कुमार के बारे में कहा गया है कि शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को सही-सही मार्गदर्शन देने तथा आईआईटी तक भेजने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं |
यह भी जानिए कि अखबार में छपे लेख में विज्ञान के रहस्यों का गहन अध्ययन करने वाले आनंद सर द्वारा बच्चों के भीतर की सोयी हुई ऊर्जा को जागृत कर दिया जाता है तथा उसे हाई एनर्जी लेवल तक पहुंचा दिया जाता है | बच्चों में संकल्प और जुनून के साथ आत्मविश्वास पैदा कर दिया जाता है | और दुनिया जानती है कि आत्मविश्वास किसी के भी जीवन में अद्भुत चमत्कार ला देता है |
बता दें कि आनंद सर द्वारा इन बातों को उन बच्चों में डालते ही वे सभी समय से आगे सोचने की शक्ति से भर जाते हैं, खासकर वैसे बच्चे जो अर्थ के अभाव में जीवन को अर्थहीन बनाने के रास्ते चल रहे होते हैं | वैसे ही 30 बच्चों को अपने साथ अपने घर पर रखते हैं आनंद सर और सबों को खाना बनाकर कर खिलाती थी आरंभ में उनकी माँ और अब उनकी पत्नी |
चलते-चलते यह भी बता दें कि टोकियो यूनिवर्सिटी में एक नहीं बल्कि अनेक बार सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार का व्याख्यान आयोजित किया जा चुका है | जापान के लिए आनंद सर नये नहीं रहे तभी तो उनकी सफलता की कहानी अब वहाँ की भिन्न-भिन्न मीडियाऔं द्वारा प्रकाशित किया जाने लगा है | सर्वाधिक गौरव की बात यह है कि अब जापान में भी सुपर-30 शुरू होने जा रहा है |