उपराष्ट्रपति ने किया भव्य बिहार दिवस समारोह का उद्घाटन

उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिनों तक चलने वाले भव्य बिहार दिवस समारोह का उद्घाटन किया। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। गौरतलब है कि 22 मार्च 1912 को बिहार को बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग कर राज्य बनाया गया था। राज्य सरकार प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को बिहार दिवस मनाती है।

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अपने संबोधन में कहा कि देश की संस्कृति ‘वसुधैव कुटम्बकम’ की रही है, यहां रहने वाले सभी धर्म व जाति के लोग भारतीय हैं। उन्होंने कहा कि जाति, मजहब और परिवारवाद के आधार पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। ‘सबका साथ-सबका विकास’ के तर्ज पर ही देश का विकास हो सकता है। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि “नीतीश ने राजनीति का एजेंडा बदल दिया है और बिहार में विकास की राजनीति की शुरुआत की है, जो सराहनीय है।” गांधीजी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि गांधीजी ने समाज को बदलने का जो संदेश दिया था, आज बिहार में उसे लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने नीतीश कुमार द्वारा दहेजप्रथा, बाल विवाह और नशाबंदी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की प्रशंसा की।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार महात्मा गांधी की कर्मभूमि है। गांधीजी के आदर्श को हम सबको आत्मसात करना चाहिए। न्याय के साथ विकास के संकल्प को दुहराते हुए उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचारों को हम घर-घर तक पहुंचाएंगे। इस मौके पर हाल में हुई छिटपुट सांप्रदायिक घटनाओं की पृष्ठभूमि में उन्होंने कहा की कि रामनवमी आने वाली है और कुछ लोग इस दिन भड़काने की कोशिश करेंगे। मैं हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि किसी के भी षड्यंत्र में फंसिएगा नहीं। आप सबसे विनम्रता से आग्रह है कि रामनवमी सद्भावना के साथ मनाएं।

चलते-चलते बता दें कि बिहार दिवस समारोह की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने की। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद उप सभापति हारुन रशीद, मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, बिजेंद्र प्रसाद यादव, राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मंगल पांडेय, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और डीजीपी केएस द्विवेदी भी मौजूद रहे। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने किया।

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