भारत सरकार के ‘युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय’ के अधीन क्रियाशील है नेहरू युवा केंद्र संगठन, जो भारत के सभी राज्यों के प्रत्येक जिले में कार्यरत है | यह नेहरू युवा केंद्र विशेष रूप से ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने का कार्य करता चला आ रहा है |
बता दें कि जगमग नगरों से दूर बसे गाँव में रहने वाले युवाओं के अंदर सोयी प्रतिभाओं को जगाता है यह नेहरू युवा केंद्र मधेपुरा | टूटे-फूटे कच्चे घरों में बिखरी एवं खोई प्रतिभाओं को मुख्यधारा में लाने हेतु निरंतर प्रयास करती है इस केंद्र के कोऑर्डिनेटर अजय कुमार गुप्ता की पूरी टीम |
यह भी जानिए कि नये वर्ष के साथ ही जिले के सभी तेरहो प्रखंड में अलग-अलग निर्धारित तिथियों के अनुरूप प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित की गई | प्रत्येक प्रखंड में कबड्डी, फुटबॉल, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स आदि खेल का आयोजन किया गया | प्रत्येक विधा में चयनित प्रतिभागियों को जिला स्तर पर अपनी क्षमता व दक्षता दिखाने का अवसर दिया गया | तदनुरूप तीन दिवसीय जिला स्तरीय खेलों का आयोजन टी.पी.कॉलेज परिसर में एवं समापन बी.एन.मंडल स्टेडियम में किया गया |
बता दें कि समापन के दिन मुख्य अतिथि के रुप में पुरस्कार वितरण के लिए आमंत्रित किये गये समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल से सामाजिक सौहार्द और भाईचारा के साथ-साथ देश की एकता और अखंडता भी जुड़ी हुई है | डॉ.मधेपुरी ने हाथ की पाँचों उंगलियों को अलग-अलग खेल, रेल, सिनेमा, हिंदी और महात्मा गांधी बताते हुए कहा कि यह पांचो तत्व भारत की एकता और अखंडता को हमेशा बनाये रखेगा |
अंत में मुख्य अतिथि डॉ.मधेपुरी ने दौड़ में प्रथम-द्वितीय एवं तृतीय आये उदय कुमार मेहता, शिवकुमार एवं अखिलेश को मोमेंटो एवं सर्टिफीकेट हस्तगत कराया | फिर कबड्डी में विजेता टीम ‘ग्वालपाड़ा’ एवं उपविजेता टीम ‘पुरैनी’ को तथा फुटबॉल में विजेता टीम ‘मिठाही’ एवं उपविजेता टीम ‘जोगवनी’ को अध्यक्षता कर रहे नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक श्री अजय कुमार गुप्ता सहित श्री कुंवर जी, श्री जयकुमार, मो.इसराइल, श्री महेश पासवान आदि सहित डॉ.मधेपुरी द्वारा पुरस्कृत किया गया |
मौके पर माया के अध्यक्ष राहुल यादव, सुधांशु शेखर, ललन कुमार एवं स्थानीय खेल प्रेमी अंत तक मौजूद रहे |