दुनिया भर में प्रतिष्ठित अंग्रेजी शब्दकोश ऑक्सफोर्ड ने पहली बार अंग्रेजी की तरह 2017 के हिंदी शब्द की घोषणा की है। ऑक्सफोर्ड ने ‘आधार’ को 2017 का हिंदी शब्द घोषित किया है। जी हां, ऑक्सफोर्ड ने राजस्थान के जयपुर में चल रहे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शनिवार, 27 जनवरी को यह घोषणा की। इस मौके पर साहित्यकार और पत्रकारिता जगत के कई दिग्गज मौजूद रहे। कार्यक्रम में हिंदी के प्रसिद्ध कवि अशोक वाजपेयी, साहित्यकार चित्रा मुद्गल और पत्रकार विनोद दुआ खास तौर से शामिल हुए।
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी की तरफ से कहा गया कि वर्ष के हिंदी शब्द का चयन करना आसान नहीं था। इसके लिए कई शब्द रखे गए थे। चयन समिति के सामने ‘नोटबंदी’, ‘स्वच्छ’, ‘योग’, ‘विकास’, ‘बाहुबली’ जैसे शब्द थे, जिनमें से ‘आधार’ को चुना गया। बता दें कि चयन समिति को पिछले वर्ष सबसे ज्यादा चलन में आए और लोगों का ध्यान खींचने वाले शब्दों में से ‘वर्ष का शब्द’ चुनना था।
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने चयन के मापदंड के बारे में कहा कि वर्ष का हिन्दी शब्द एक ऐसा शब्द या अभिव्यक्ति है जिसने पिछले 12 महीनों में बारम्बार लोगों को आकर्षित किया है। हम विशेषज्ञों के एक पैनल के साथ काम करके इस साल के कई उम्मीदवार शब्दों पर विचार करते हैं और एक ऐसा शब्द चुनते हैं जो इस साल के लोकाचार, भावनओं और पूर्वाग्रहों को प्रतिबिंबित करता है और आने वाले समय में सांस्कृतिक महत्व के एक शब्द के रूप में संभावना रखता है।
देखा जाय ‘आधार’ आज की तारीख में एकमात्र वो शब्द है जो सवा सौ करोड़ भारतीयों के जीवन से एक साथ और एक समान जुड़ा है। ‘आधार’ का आधार इतना व्यापक और गहरा है कि इसके सामने किसी और शब्द का टिकना निहायत ही कठिन था।