Patna Pustak Mela

पटना पुस्तक मेला के 24वें संस्करण का भव्य आगाज

2 दिसंबर को पटना में पुस्तकों के कुंभ पुस्तक मेला के 24वें संस्करण का भव्य आगाज हुआ। बिहार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग और सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट द्वारा सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र स्थित ज्ञान भवन में आयोजित इस पुस्तक मेले का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पिछली बार मेले में राज्य सरकार के सात निश्चय को बेहतर तरीके से लोगों के सामने रखा गया और इस बार जो नशामुक्ति के साथ-साथ दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ जो अभियान छेड़ा गया है, उसके प्रति भी लोगों को इस मेले में अनेक माध्यमों से प्रेरित किया जाए ताकि बिहार से इन सामाजिक कुरीतियों को खत्म किया जा सके।

जैसा कि सभी जानते हैं, एकाध मौकों को छोड़कर पुस्तक मेले का आयोजन आमतौर पर ऐतिहासिक गांधी मैदान में होता रहा है। यह पहला मौका है, जब इसका आयोजन किसी चहारदिवारी में हो रहा है। हालांकि इससे इसकी भव्यता पर कोई असर नहीं पड़ा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस बार मेले में कुल 210 स्टॉल लगाए गए हैं और बिहार व देश के 112 प्रकाशक इसमें हिस्सा ले रहे हैं। तभी तो बिहार के मुख्यमंत्री इस मौके पर यह कहना नहीं भूले कि पटना पुस्तक मेला दुनिया के 10 शीर्ष पुस्तक मेलों में शामिल है, जबकि देश में दिल्ली और कोलकाता के बाद इसका स्थान आता है।

नीतीश कुमार ने इस अवसर पर यह भी कहा कि पटना पुस्तक मेला सिर्फ पुस्तकों की प्रदर्शनी और बिक्री के लिए नहीं है बल्कि इसका व्यापक उद्देश्य है। उन्होंने पुस्तक मेला के आयोजकों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पुस्तक मेला का आयोजन कराने की बात भी कही।

चलते-चलते बता दें कि पटना पुस्तक मेले के 24वें संस्करण का विषय लड़कियों और महिलाओं को समर्पित है। इस बार का विषय ‘लड़की को सामर्थ्य दो, दुनिया बदलेगी’ है। पुस्तक मेले की थीम को भी विषय के अनुरूप ‘पिंक’ कलर में रखा गया है।

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