Trauma Center at Madhepura

मधेपुरा के लिए अच्छी खबर- खुलेगा ट्रॉमा सेंटर

मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल ने बताया कि मधेपुरा सदर अस्पताल में कोसी क्षेत्र का पहला ‘ट्रॉमा सेंटर’ बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से स्वीकृति प्रदान कर दी गई है वहीं मधेपुरा के सिविल सर्जन डॉ.गदाधर प्रसाद पांडे ने यह जानकारी दी कि ट्रॉमा सेंटर निर्माण हेतु 4 करोड़ 44 लाख 95 हज़ार 643 रुपया बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड को निर्गत कर दी गई है तथा प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही ट्रॉमा सेंटर निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा |

बता दें कि मधेपुरा में कोसी का पहला ट्रॉमा सेंटर निर्माण की सरकारी स्वीकृति पर खुशी जाहिर करते हुए समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा कि कोसी के लोगों के लिए वरदान साबित होगा ट्रॉमा सेंटर | डॉ.मधेपुरी ने यह भी कहा कि कोसी प्रमंडल के तीनों जिलों में ट्रॉमा सेंटर नहीं होने के कारण सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से जख्मी मरीजों को पटना, पूर्णियाँ या दरभंगा….. आदि जगहों के लिए रेफर किया जाता है और अधिकतर मरीजों की जान अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही हो जाती है | यहाँ ट्रॉमा सेंटर खुलने पर गंभीर रुप से जख्मी मरीजों को भी बाहर रेफ़र नहीं करना पड़ेगा | सर्वाधिक जख्मी मरीजों की जान बचाई जा सकेगी |

यह भी जानिए कि भीषण दुर्घटनाग्रस्त तथा गोली लगने पर गंभीर रुप से जख्मी मरीजों की जान, समय पर इलाज नहीं होने के कारण चली जाती है- वह अब नहीं होगा बल्कि बेहतर इलाज अब संभब हो पायेगा क्योंकि सिविल सर्जन डॉ.पांडे ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर में मौजूद रहेगा- सी आर्म मशीन, सीटी स्कैन, भेंटीलेटर, एक्स-रे, आईसीयू, ओटी…… सहित जनरल सर्जन, ऑर्थोपेडिक सर्जन, न्यूरो सर्जन, जनरल फिजिशियन…….. एनेस्थिसियोलॉजी……. रेडियोलोजी सहित आपातकालीन चिकित्सा से संबंधित अन्य आवश्यक सभी सुविधाऍ |

यह भी बताया गया कि राज्य के 6 जिले- रोहतास, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा, पूर्णिया और मधेपुरा में ट्रॉमा सेंटर स्थापित करने हेतु तकनीकी रूप से अनुमोदित प्राकुलन उपलब्ध कराये गये थे, परंतु सूबे के स्वास्थ समिति के उप सचिव आर.किशोर ने प्रस्तावित छह ट्रॉमा सेंटरों में से मात्र दो- दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं मधेपुरा सदर अस्पताल का निर्माण की स्वीकृति दी है |

चलते-चलते यह भी बता दें कि प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही ट्रॉमा सेंटर निर्माण कार्य निर्धारित 8 शर्तो सहित समय सीमा के अंदर पूरा कर लिया जाएगा | हाँ ! इसका निर्माण अग्नि आपदा से निपटने के लिए फायर सेफ्टी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार किया जाएगा | कार्य के भौतिक सत्यापन एवं गुणवत्ता की जांच रिपोर्ट के बाद ही राज्य स्वास्थ्य समिति भुगतान करने की कार्यवाई हेतु निदेश जारी करेगी |

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