साढ़े नौ साल के लम्बे सफर के बाद नासा का ‘न्यू होराइजन्स’ स्पेसक्राफ्ट प्लूटो के निकट पहुँचने में कामयाब रहा और इस तरह नासा के गौरवशाली इतिहास में एक और अध्याय जुड़ गया। मंगलवार शाम 5 बजकर 19 मिनट पर ‘न्यू होराइजन्स’ प्लूटो की सतह से 12, 500 कि.मी. की दूरी से गुजरा। इसके द्वारा भेजी गई रंगीन तस्वीरों और जानकारियों के मुताबिक प्लूटो का आकार अनुमान से अधिक बड़ा है। इस अभियान की सफलता के बाद वैज्ञानिकों को ‘क्वीपर बेल्ट’ का रहस्य सुलझाने में मदद मिलेगी। ‘क्वीपर बेल्ट’ सौरमंडल का वह हिस्सा है जिसे तीन बौने ग्रहों – प्लूटो, हौमिया और मेकमेक – का घर माना जाता है।
‘न्यू होराइजन्स’ को 19 जनवरी 2006 को रवाना किया गया था और 45 हजार किमी प्रति घंटा की रफ्तार से यह अब तक 480 करोड़ किमी का सफर तय कर चुका है। इस स्पेसक्राफ्ट की रफ्तार दुनिया के सबसे तेज उड़ने वाले अमेरिकन आर्मी के विमान एसआर-71 लॉकहीड से लगभग 16 गुना ज्यादा है। लॉकहीड की टॉप स्पीड 3,540 कि.मी. प्रति घंटा है।
बहरहाल, बताते चलें कि प्लूटो की खोज 1930 में हुई थी। आकार में सबसे छोटा होने के कारण इसे बौना ग्रह भी कहा जाता है।