भूपेन्द्र चौक पर डॉ.मधेपुरी ने शांति आदर्श स्कूल के बच्चे-बच्चियों एवं गणमान्यों सहित डॉ.आलोक, सतीशचन्द्र, आनंद आदि की उपस्थिति में राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के बाद जन-गण-मन……… के धुन के दरमियान तिरंगे को सलामी दिया और उपस्थित जनों से यही कहा-
बच्चों ! यह 71वां स्वतंत्रता दिवस है | 70 बार यह तिरंगा लाल किले के प्राचीर से 15 अगस्त को फहराया गया | मात्र एक बार पंडित नेहरू द्वारा 16 अगस्त को 1947 में इसे लाल किले से फहराया गया था | वह भी बिना राष्ट्रगान का ही | वर्ष 1950 से ध्वजोत्तोलन के बाद राष्ट्रगान गाया जाने लगा है |
डॉ.मधेपुरी ने बच्चों से यह भी कहा कि अपने अंदर की बुराइयों को भगाने में ऊर्जा नहीं लगाना बल्कि अच्छाइयों को अन्दर लाने में प्रयत्नशील रहोगे तो बुराइयाँ स्वयं बाहर हो जाएंगी | जैसे कमरे में फैले अंधकार को बाहर निकालने में थक जाओगे फिर भी बाहर नहीं होगा अंधेरा | यदि तुम एक दीप उस कमरे के अंदर जला लेते हो तो अंधेरा स्वतः बाहर हो जायेगा……….! याद रखना अंधेरे को कोसने से बेहतर है- एक दीप जलाना |
यह भी बता दें कि सबेरे से स्कूली बच्चों द्वारा मुख्य सड़कों से लेकर शहर की गलियों में भी तिरंगा लिए गोखले-तिलक-गांधी-सुभाष से लेकर नेहरू-लोहिया-हामीद-जयप्रकाश……. के साथ-साथ भूपेन्द्र-भीम-कर्पूरी सरीखे स्वतंत्रता सेनानियों की जयकारा लगाते देखे गये |

इस अवसर पर बी.एन.मंडल स्टेडियम में समाजसेवी डॉ.मधेपुरी, स्वतंत्रता सेनानी श्री कृष्णान्द यादव सहित शहर के गणमान्यों एवं स्कूली बच्चों के बीच जिले के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (I.A.S.), एसपी विकास कुमार (IPS) ने तिरंगे को सलामी दी और जिले के विकास हेतु रेल फैक्ट्री……. मेडिकल – इंजीनियरिंग कॉलेज…….. आदि पर विस्तार से चर्चा करते हुए युवाओं को जगाने हेतु संदेश दिया |
भू.ना.मंडल विश्वविद्यालय के नये परिसर में एक जगह तिरंगा लहराया प्रतिकुलपति ने और पुराने परिसर में कुलपति डॉ.ए.के.राय ने तथा शिक्षक संघ के महासचिव डॉ.अशोक कुमार ने, अवकाश प्राप्त शिक्षक कल्याण संघ के महासचिव डॉ.एस.एन.यादव ने………| नगर परिषद की अध्यक्षा श्रीमती सुधा यादव और जिला परिषद की अध्यक्षा श्रीमती मंजू देवी ने तिरंगे को सलामी दी |
चारो ओर बच्चों एवं बच्चियों ने आजादी की झाँकियाँ, गीत, नाटक एवं जन्माष्टमी के अवसर पर कृष्ण लीला भी करते देखे गये | सांस्कृतिक कार्यक्रम करना तो हमारी संस्कृति का अंग बन गया है |