Chief Guest Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri, Principal Dr.H.N.Yadav along with teachers & students on the occasion of "3rd Punya Tithi" of Bharat Ratna Dr.A.P.J. Abdul Kalam organised by Tulsi Public School, Madhepura.

पुण्यतिथि पर भारतरत्न डॉ.कलाम याद किये गये

तुलसी पब्लिक स्कूल मधेपुरा के हॉल में कल गुरुवार को गाँधीयन मिसाइल मैन डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की तीसरी पुण्यतिथि प्राचार्य डॉ.हरिनंदन प्रसाद यादव की अध्यक्षता में स्कूली बच्चों एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं के बीच श्रद्धापूर्वक मनाई गई |

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में डॉ.कलाम के सानिध्य प्राप्त समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी को आमंत्रित किया गया था | वही डॉ.मधेपुरी जिन्होंने कलाम साहब की जीवनी “स्वप्न ! स्वप्न !! और स्वप्न !!! एवं “छोटा लक्ष्य एक अपराध है” की रचना की है | हाल ही में झारखंड सरकार ने डॉ.मधेपुरी की पुस्तक “छोटा लक्ष्य एक अपराध है” के सर्वाधिक अंशों को वर्ग छः के पाठ्यक्रम में शामिल कर पढ़ाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है |

Samajsevi Sahityakar Dr.Bhupendra Madhepuri paying tribute to Dr.Kalam on the occasion of his 3rd Punya Tithi in the Hall of Tulsi Public School Madhepura .
Samajsevi Sahityakar Dr.Bhupendra Madhepuri paying tribute to Dr.Kalam on the occasion of his 3rd Punya Tithi in the Hall of Tulsi Public School Madhepura .

यह भी बता दें कि पुण्य तिथि के अवसर पर डॉ.मधेपुरी ने भारतरत्न डॉ.कलाम के जीवन वृत्त से अवगत कराते हुए बच्चों से यही कहा कि सूरज की तरह चमकने के लिए सूरज की तरह जलना पड़ता है | आगे डॉ.मधेपुरी ने बच्चों के आत्मविश्वास को जगाने हेतु नेत्रहीन कंचन गावा एवं पोलियो ग्रस्त विल्मा की कहानी विस्तार से सुनाई और यह भी कहा कि आत्मविश्वास दुनिया में कोई भी चमत्कार कर सकता है, उन्होंने कहा कि जो औरों के लिए जीता है, जो देश के लिए जीता है वह कभी नहीं मरता |

डॉ.कलाम सरीखे विश्व विख्यात गांधीयन मिसाइलमैन के लिए भारत जैसे देश ही नहीं बल्कि विश्वस्तरीय संगठन यूएनओ द्वारा उनके जन्मदिन को वर्ल्ड स्टूडेंट डे के रुप में मनाये जाने की घोषणा की गई है | देश के प्रधानमंत्री और तमिलनाडु के महामहिम राज्यपाल जैसी हस्तियां उनकी पुण्यतिथि पर भव्य कार्यक्रमों में सिरकत करते हैं |

बता दें कि सर्वप्रथम डॉ.कलाम के चित्र पर पुष्पांजलि किया बच्चों ने, शिक्षकों एवं गणमान्यों ने | छात्र-छात्राएँ- आस्था प्रिया, प्रियांशु, शाहिल, अमन कुमार, सत्यमेव आदि ने भाषण देकर शब्दों के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की | शिक्षक समुदाय से वरुण कुमार, विभीषण, नरेश, पूजा, रेणु, रिया, शिवानी, मुन्नू, निर्मल, आशुतोष झा, राहुल कुमार, मनीषा, उत्सव, गौरव, रोजी आदि ने अपना-अपना उद्गार व्यक्त किया |

अंत में डॉ.प्राचार्य डॉ.हरिनन्दन प्रसाद यादव द्वारा जहाँ धन्यवाद ज्ञापित किया गया वहीं रंगकर्मी विकास द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रशंसनीय भूमिका अदा की गई |

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