Nitish Kumar

राहुल नहीं, नीतीश संभालेंगे यूपीए की कमान !

बिहार की राजनीति में चल रही महाभारत के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से अहम मुलाकात हुई। बताया जाता है कि इस बातचीत में तय हुआ कि नीतीश कुमार को संयुक्त विपक्ष में अहम जिम्मेदारी दी जाएगी और बिहार में महागठबंधन की सरकार चलती रहेगी। यही नहीं, तेजस्वी प्रसाद यादव उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी दे देंगे। हालांकि फिलहाल कांग्रेस या जेडीयू के किसी पदाधिकारी ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है।

गौरतलब है कि बिहार में चल रही राजनीतिक अनिश्चितता के मद्देनज़र सोनिया गांधी ने अपनी ओर से पहल करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से बात की। कथित रूप से उन्होंने तेजस्वी के मामले में बीच का रास्ता निकालने के लिए दोनों दलों के प्रमुख को राजी कर लिया है। इसके साथ ही आगे की रणनीति पर भी बात हुई बताई जाती है।

सोनिया की इस पहल के बाद बिहार के राजनीतिक हलके में इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि अब राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं बनेंगे। अगर बनेंगे भी तो वे प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी नहीं करेंगे। ऐसा होने पर स्पष्ट है कि यूपीए 2019 का चुनाव नीतीश की अगुआई में लड़ेगा। देखा जाय तो बिहार समेत पूरे देश के लिए ये बड़ी ख़बर है।

चलते-चलते बता दें कि वर्तमान समय के प्रसिद्ध इतिहासकार व लेखक रामचंद्र गुहा ने बीते मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि कांग्रेस को बचाना है, तो इसका नेतृत्व नीतीश कुमार को सौंप दें। हालांकि ये बात उन्होंने एक ‘आदर्श कल्पना’ के तौर पर कही थी, लेकिन अपने क्षेत्र के दिग्गज और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित किसी आदमी का इतनी बड़ी बात कहना मायने रखता है। यूपीए की साख बढ़ाना और प्रकारान्तर से मोदी-शाह की दिन-ब-दिन बढ़ती ताकत को रोकना उनके मुताबिक नीतीश की अगुआई में ही संभव है। अब राजनीतिक हलके में जिस तरह की चर्चा चल रही है, उससे गुहा की ‘कल्पना’ सच होती दिख रही है।

मधेपुरा अबतक के लिए डॉ. ए. दीप

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