प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अमेरिका दौरा संपन्न हुआ। उनके इस दौरे पर करोड़ों भारतवासियों समेत पूरी दुनिया की निगाहें टिकी थीं। इसका पहला कारण यह था कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद यह अमेरिका का उनका पहला दौरा था और ट्रंप अपने स्वभाव और शैली में ओबामा से कितने अलग हैं, ये छिपी बात नहीं। दूसरा, चीन द्वारा अपनी बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के कारण पाकिस्तान को शह देने और इस कारण पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद में हो रहे इजाफे के मद्देनज़र भारत-अमेरिका संबंधों और आपसी हितों को नए सिरे से परिभाषित करना बेहद जरूरी था। इन दोनों ही कसौटियों पर मोदी की यह यात्रा अत्यंत सफल कही जाएगी। हालांकि एच-1 बी वीजा और पेरिस जलवायु समझौता जैसे मुद्दे भी थे, लेकिन इस यात्रा में इन पर बात संभव न हो सकी।
कहना गलत न होगा कि मोदी-ट्रंप की इस मुलाकात से भारत और अमेरिका के आपसी संबंधों को और मजबूती मिली। इस मुलाकात में सबसे ज्यादा आतंकवाद का मुद्दा छाया रहा। दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने की प्रतिबद्धता जताते हुए पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद पर कड़े तेवर दिखाए। अपने साझा बयान में दोनों देशों ने पाकिस्तान से कहा कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद को प्रश्रय देने के लिए न करे। यही नहीं, दोनों देशों ने पाकिस्तान को अपनी जमीन पर सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने को भी कहा। साथ ही, भारत पर हुए 26/11 के आतंकी हमलों और पठानकोट एयरबेस पर हुए अटैक में शामिल आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने की हिदायत भी पाकिस्तान को दी गई।
आतंकवाद के अलावे मोदी और ट्रंप के बीच व्यापार, सुरक्षा, द्विपक्षीय सहयोग और अफगानिस्तान में स्थिरता कायम करने के प्रयासों पर भी बातचीत हुई। इसके अलावा ट्रंप ने जीएसटी की तारीफ करते हुए इसे भारत का सबसे बड़ा टैक्स सुधार बताया। उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने के मोदी सरकार के प्रयासों की भी तारीफ की। साथ ही उन्होंने माना कि भारत-अमेरिका के संबंध इतने मधुर कभी नहीं थे। इससे पहले मोदी का स्वागत करते हुए ट्रंप ने कहा कि “दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता का व्हाइट हाउस में स्वागत करना सम्मान की बात है।“
चलते-चलते सारी बातों का सार यह कि अपने साझा बयान में ट्रंप ने जहां इस बात का खास तौर पर उल्लेख किया कि भारत और अमेरिका के संविधान के पहले तीन शब्द – ‘We the People’ – एक जैसे हैं और इसमें जोड़ा कि प्रधानंमत्री मोदी और मैं इन शब्दों का महत्व बहुत अच्छी तरह जानते हैं, वहीं प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के नए राष्ट्रपति को आज के संदर्भ में यह एहसास कराने में सफल रहे कि “न्यू इंडिया और मेक अमेरिका ग्रेट अगेन एक जैसे हैं।”
‘मधेपुरा अबतक’ के लिए डॉ. ए. दीप