रमजान का महीना इस्लाम धर्माबलम्बियों के लिए मुबारक माना जाता रहा है | केवल इसीलिए कि इसी महीने में अल्लाह ने इंसानी रहनुमाई के वास्ते ‘कुरआन-ए-मजिद’ को नाजिल किया था जिसमें रोजा रखना हर मुसलमान पर फर्ज करार दिया गया |
इस पर्व में क्या गरीब, क्या अमीर सभी पाक-साफ हो मस्जिद में जाकर इबादत करते हैं | जुमा के दिन मस्जिद में सर्वाधिक भीड़ होती है जिसमें बच्चों की संख्या सर्वाधिक होती है | यूं तो नन्हें रोजेदार से लेकर बड़े रोजेदारों द्वारा सभी मस्जिदों में बड़े ही धूमधाम से जुमे की नमाज अदा की गयी है जिसके बारे में जिले के हर कोने से समाचार आ रहा है |
बता दें कि बढ़ती गर्मी के बीच रोजा रखना रोजेदारों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं और खासकर नन्हें रोजेदारों के लिए तो और मुश्किलें पैदा हो जाती हैं | भला क्यों नहीं, रोजे का समय लगभग 15 घंटे का जो हो रहा है | यूँ जून 21 को सबसे बड़ा दिन होने की वजह से रोजेदारों को लंबा रोजा रखना पड़ेगा |
यह भी बता दें कि इस पाक रमजान में रोजे के साथ-साथ तरावीह की नमाज का खास महत्व होता है जो रात के 8:30 बजे लगभग में शुरू हो जाती है | इस पूरे महीने में रोजेदार इबादत में डूब जाते हैं | मान्यता है कि जहां इस रमजान के पाक महीने में अल्लाह पाक हर नेकी का सवाब 70 गुना बढाकर देता है वहीं अकीदतमंदों द्वारा एक दूसरे की मदद करते हुए नमाज की जगह देकर सामाजिक सौहार्द का परिचय दिया जाता है | जुमे की नमाज को बहुत महत्वपूर्ण नमाज माना जाता है | रमजान में जुमे का महत्व बढ़ता चला जाता है |
चलते-चलते यह भी बता दें कि मदीने से आये अजूबा खजूर और भिन्न-भिन्न प्रकार के सेवइयों से बाजार सजने लगा है | बाजार में खरीदारों की भीड़ दिखने लगी है | रोजेदारों की सुविधा का ख्याल रखते हुए हर चीज समय से उपलब्ध करायी जा रही है | ड्रायफ्रूट्स के पैकेट की बिक्री भी बढ़ी है |