Khushi Pransukhka CBSE 10th Board Exam 2017 topper from Haryana State with her Grand Father Shri Yogendra Prashad Pransukhka , President of Madhepura Zila Vyapar Sangh , at Madhepura residence .

हरियाणा की टॉपर बनी, मधेपुरा की बेटी खुशी प्राणसुखका !

आज भी जहाँ बेटी के जन्म लेने पर प्राय: परिवार में उल्लासपूर्ण चहल-पहल एवं ठाठ-बाट के साथ छठी नहीं मनाई जाती है वहीं मधेपुरा के कपड़ा-व्यवसायी-दम्पत्ति आनंद एवं रीता प्राणसुखका की सुपुत्री एवं मधेपुरा की बेटी खुशी प्राणसुखका के CBSE 10th बोर्ड की परीक्षा में हरियाणा प्रदेश की टॉपर बनने की खबर सुनकर धर्मपरायण व मानस मर्मज्ञ दादाश्री योगेन्द्र प्रसाद प्राणसुखका (अध्यक्ष, मधेपुरा जिला व्यापार संघ) द्वारा मिठाइयाँ तो बाँटी ही जा रही है, साथ ही सभी सदस्यों एवं परिजनों द्वारा चारो ओर खुशियाँ भी लुटाई जा रही हैं | ऐसे परिवार हैं जहाँ बेटी के जन्म पर आज भी बहुत सी चीजें लुटाई जाती है ; दान दी जाती है |

Madhepura (Bihar) Ki Beti Khushi Pranshukhka became the topper in CBSE 10th Board Exam- 2017 from the State of Haryana .
Madhepura (Bihar) Ki Beti Khushi Pranshukhka became the topper in CBSE 10th Board Exam- 2017 from the State of Haryana .

बता दें कि मधेपुरा के श्रीकृष्ण गोशाला को अध्यक्ष जी के दादाश्री रामेश्वर प्राणसुखका, सागरमल प्राणसुखका एवं जीवन सर्राफ आदि जैसे दानवीरों ने लगभग तीन सौ बीघे जमीन दान में दी थी | आज मधेपुरा के इस धर्मपरायण- दानवीर प्राणसुखका परिवार के साथ सम्पूर्ण मधेपुरा अपनी इस बेटी खुशी प्राणसुखका की उपलब्धि पर गौरवान्वित हो रहा है…………!

Haryana CBSE 10th Board - 2017 Topper Khushi alongwith her Parents Mr.Anand & Reeta Pranshukhka at Delhi Airport .
Haryana CBSE 10th Board – 2017 Topper Khushi alongwith her Parents Mr.Anand & Reeta Pranshukhka at Delhi Airport .

यह भी बता दें कि CBSE 10th बोर्ड की परीक्षा में 98.5% अंक प्राप्त कर हरियाणा प्रदेश की टॉपर बननेवाली बिहार की बेटी ‘खुशी’ वहीं के हिसार जिले के “विद्या देवी जींदल स्कूल” से अपनी पढ़ाई पूरी कर CBSE की 10th बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुई थी |

मधेपुरा अबतक द्वारा खुशी प्राणसुखका से यह पूछे जाने पर कि अपनी इस उपलब्धि का श्रेय आप किन्हें देना चाहती हैं- के जवाब में खुशी ने यही कहा कि माता-पिता एवं गुरुओं द्वारा दिये गये ज्ञान के अतिरिक्त मधेपुरा के सभी बुद्धिजीवी दादाओं के आशीर्वचनों का ही फल है- यह गौरवोज्ज्वल उपलब्धि !

अंत में खुशी ने मधेपुरा अबतक से यही कहा कि इसी प्रकार श्रेष्ठजनों के आशीर्वचनों को ऊँचाई तक ले जाने वाले रास्ते का सम्बल बनाकर कड़ी मिहनत करती रहूंगी और मधेपुरा की बेटी बनकर बिहार का भी नाम देश और दुनिया में चमकाती रहूँगी………!

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