पटना में आरजेडी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई है। भाजपा ने आरजेडी के खिलाफ पार्टी कार्यालय पर हमला करने का आरोप लगाया तो आरजेडी ने पार्टी के शांति मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा मारपीट की बात कही है। दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे पर थाने में मामला दर्ज कराया है। गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार से जुड़े 22 ठिकानों पर मंगलवार को आयकर विभाग के छापे पड़े थे। इसके 24 घंटे बाद ही पटना में उसकी राजनीतिक प्रतिक्रिया भाजपा कार्यालय के सामने दिखाई पड़ी।
बहरहाल, भाजपा का कहना है कि आरजेडी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय पर हिंसक हमला किया, जिसमें पार्टी के कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। पार्टी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने जानकारी दी कि पार्टी की ओर से कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है और दल का प्रतिनिधिमंडल डीजीपी से मिला है।
उधर आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा का आरोप है कि बीते दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के लगातार आ रहे बयान के विरोध में युवा राजद के कार्यकर्ताओं ने शांति मार्च निकला था। इसी दौरान भाजपावालों ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री ने लालू परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के जो आरोप लगाए वह भाजपा और आरजेडी के बीच टकराव का मुद्दा बन गया है।
इन सारे घटनाक्रमों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद को तटस्थ दिखाने की कोशिश की है। जाहिर है कि सुशील कुमार मोदी के एक के बाद एक कई आरोप, आयकर विभाग के छापे, फिर लालू का ट्वीट कि भाजपा को नए पार्टनर मुबारक हों और अब आरजेडी-भाजपा के बीच हिंसक टकराव से राज्य का सियासी तापमान बढ़ता जा रहा है। वैसे बताते चलें कि इस पूरे मामले में भले ही दोनों पक्षों ने एफआईआर लिखा दी हो, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिला प्रशासन ने भी दावा किया है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।